सोने की कीमत में गिरावट, चांदी की चमक बरकरार, जानें क्या है ताजा रेट

चांदी 100 रुपये बढ़कर 92,500 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई. मंगलवार को यह 92,400 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर वायदा कारोबार में फरवरी डिलीवरी के लिए सोने के अनुबंध 93 रुपये या 0.12 प्रतिशत गिरकर 76,810 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गए.

सोने का क्या है भाव? Image Credit: @Tv9

राष्ट्रीय राजधानी में बुधवार को सोने की कीमत 79,000 रुपये प्रति 10 किलोग्राम से नीचे आ गई. 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना 150 रुपये की गिरावट के साथ 78,850 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया. पिछले सत्र में यह 79,000 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था. वहीं, 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की कीमत में लगातार तीसरे दिन गिरावट जारी रही, जो 150 रुपये की गिरावट के साथ 78,450 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गई, जबकि पिछले सत्र में यह 78,600 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुई थी.

पीटीआई के मुताबिक, चांदी 100 रुपये बढ़कर 92,500 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई. मंगलवार को यह 92,400 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर वायदा कारोबार में फरवरी डिलीवरी के लिए सोने के अनुबंध 93 रुपये या 0.12 प्रतिशत गिरकर 76,810 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गए. मार्च डिलीवरी के लिए चांदी के अनुबंध 322 रुपये या 0.35 प्रतिशत गिरकर 91,875 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गए. एशियाई बाजार में कॉमेक्स सोना वायदा 4.90 डॉलर प्रति औंस या 0.18 प्रतिशत की गिरावट के साथ 2,663 डॉलर प्रति औंस पर आ गया.

क्या कहते हैं एक्सपर्ट

एचडीएफसी सिक्योरिटीज में कमोडिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक सौमिल गांधी ने कहा कि बुधवार को सोना स्थिर रहा क्योंकि व्यापारी आने वाले सप्ताह में प्रमुख अमेरिकी आर्थिक आंकड़ों के जारी होने की प्रतीक्षा करते हुए हाल के राजनीतिक घटनाक्रमों और मौद्रिक दृष्टिकोण का आकलन करना जारी रखे हुए थे. मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के कमोडिटी रिसर्च के विश्लेषक मानव मोदी के अनुसार, मंगलवार के सत्र में सोने की कीमतों में मामूली बढ़त के बाद स्थिर कारोबार हुआ, एक तरफ मजबूत अमेरिकी रोजगार आंकड़ों ने दरों में कटौती के प्रति सतर्क रुख का संकेत दिया. वहीं कमजोर डॉलर और ट्रेजरी यील्ड में कमी ने नुकसान को सीमित कर दिया क्योंकि बाजार आगे के आर्थिक संकेतों की प्रतीक्षा कर रहे थे.

रूस-यूक्रेनी युद्ध का है असर

एक्सिस सिक्योरिटीज में कमोडिटीज के वरिष्ठ शोध विश्लेषक देवेया गगलानी ने कहा कि दक्षिण कोरिया और फ्रांस में राजनीतिक अनिश्चितताओं और मध्य पूर्व में चल रहे भू-राजनीतिक तनाव और रूस-यूक्रेनी युद्ध के बीच सुरक्षित निवेश की अपील के कारण धातु को समर्थन मिला. अमेरिकी फेडरल रिजर्व (फेड) के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल बुधवार को केंद्रीय बैंक की इस साल की आखिरी दर-निर्धारण बैठक से पहले अर्थव्यवस्था की स्थिति पर अपनी अंतिम सार्वजनिक रूप से निर्धारित टिप्पणी देंगे.