जब सोने की कीमत महज ₹99 थी, आज ₹77000 तक कैसे पहुंचा गोल्ड का दाम

एक समय था जब सोने की कीमत 99 रुपये थी, हालांकि तब 99 रुपये की कीमत भी बहुत होती थी. सोने की कीमतों में जब से इजाफा होना शुरू हुआ उसके बाद से सोना की कीमतों ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा.

सोने की कीमतों में गिरावट Image Credit: OsakaWayne Studios/Moment/Getty Images

गोल्ड के बारे में जब भी आप कुछ सोचते होंगे तो दिमाग में आता होगा, सेफ इन्वेस्टमेंट और कीमती, क्योंकि सोना महंगा होता है. लेकिन एक ऐसा समय था जब सोना 99 रुपये का था, लेकिन ये केवल 99 रुपये उस समय में भी बहुत ज्यादा हुआ करते थे. यहां बात हो रही है साल 1950 की, तब सोना 99 रुपये का था.

भारत आजाद हुआ ही था, फिर संविधान बना 1950 में तब सोने का भाव 99 रुपये प्रति 10 ग्राम था. वाकई में सोना सुरक्षित निवेश के साथ-साथ अच्छा रिटर्न देने वाला भी बन चुका था.

इसके बाद सोने की कीमत ऊपर-नीचे होती रही. फिर 10 साल बाद सोने की कीमत 111 रुपये हो गई. हालांकि 1959 तक सोने की कीमत 102 को पार नहीं कर पाई थी लेकिन इस एक साल में सोने की कीमत 9 रुपये बढ़कर 111 हो गई.

हालांकि इसके बाद फिर सोने में उतार-चढ़ाव बना रहा और एक दशक बाद 1970 में सोना 184 रुपये का हो गया. 10 साल के हिसाब से सोना अच्छा रिटर्न दे रहा था. इसके बाद सोना उतार-चढ़ाव नहीं केवल बढ़ता ही चला गया.

इसके एक दशक बाद 10 ग्राम सोने की कीमत ने 1000 के आंकड़े को पार लिया. साल 1980 में सोना 1,330 रुपये का हो गया. और पांच साल बाद ही यह 2000 के आंकड़े को पार कर 2,130 रुपये का हो गया. सोने ने इसके बाद पीछे मुड़कर देखा ही नहीं यह साल दर साल 1000 रुपये का मुनाफा देने लगा.

1990 में जब भारत अपनी अर्थव्यवस्था का विस्तार कर रहा था तब सोने की कीमत 3,200 रुपये थी. पांच साल बाद सोना 4,680 रुपये का हो गया था. इसके बाद सोने की कीमतें सपाट ही रहने लगी. सदी के बदलने के साथ सन 2000 में सोना 4,400 पर बना रहा.

वो कहते हैं न लंबी छलांग लगाने के लिए दो कदम पीछे लेने पड़ते हैं, सोने ने आखिरी बार दो कदम पीछे लिए थे, क्योंकि इसके सात सालों में सोने ने 10 हजार के आंकड़े को पार कर दिया. 2007 में सोने की कीमत 10,800 रुपये हो गई थी. फिर 2010 में 18,500 रुपये.

आज से ठीक दस साल पहले 2014 में सोने का भाव 28,006 रुपये का हो गया था. कोरोना महामारी के दस्तक देने से पहले सोने का भाव 48,651 हो गया था. 2021 में जब महामारी ने पूरी दुनिया को डरा रखा था तब सोना 50,045 रुपये का था. 2022 में 52,950 हो गया और अगस्त 2023 में इसकी कीमत 60,000 को पार कर गई.

2024 के 9 महीने बीत चुके हैं और सोना 77,000 के आसापास कारोबार कर रहा है. पिछले 73 साल में सोने की कीमत 777 गुना बढ़ गई. हर साल सोना औसतन 7%-8% बढ़ता रहा. इसी स्पीड से सोना चढ़ता रहेगा तो 2-2.5 साल में सोना 1 लाख रुपये को पार कर लेगा.