मोदी सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों को दिया दिवाली गिफ्ट, डीए में इतनी बढ़ोतरी का ऐलान

केंद्र सरकार के कर्मचारियों को बढ़े हुए डीए के साथ अक्टूबर का वेतन और पिछले तीन महीनों का बकाया भी मिलेगा. सरकार साल में दो बार डीए में इजाफा करती है. पिछली बढ़ोतरी 4 फीसदीकी थी, जिसकी घोषणा मार्च में की गई थी.

केंद्रीय कर्मचारियों के डीए में बढ़ोतरी का ऐलान. Image Credit: Getty image

केंद्र सरकार ने बुधवार को दिवाली से पहले केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों तोहफा दिया है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सरकार ने महंगाई भत्ते (DA) में 3 फीसदी का इजाफा कर दिया है. 3 फीसदी की इस बढ़ोतरी के बाद केंद्रीय कर्मचारियों का डीए और डीआर बढ़कर 45 फीसदी हो जाएगा, जो 1 जुलाई 2024 से प्रभावी होगा.

तीन महीने का एरियर

3 फीसदी डीए की बढ़ोतरी के साथ, लगभग 18,000 रुपये प्रति महीने की शुरुआती वेतन वाले केंद्रीय सरकारी कर्मचारी, 1 जुलाई 2024 से लगभग 540 रुपये प्रति माह की बढ़ोतरी की उम्मीद कर सकते हैं. कर्मचारी को जुलाई, अगस्त और सितंबर का एरियर भी मिलेगा. हालांकि, बता दें कि आधिकारिक रूप से अभी सरकार की तरफ से डीए में बढ़ोतरी को लेकर घोषणा नहीं की गई है.

डिस्पोजेबल आय में होगा इजाफा

उदाहरण के लिए, अगर किसी कर्मचारी की बेसिक सैलरी 40,000 रुपये है, तो महंगाई भत्ते (DA) में 3 फीसदी की बढ़ोतरी से प्रति माह 1,200 रुपये अतिरिक्त मिलेंगे. इससे कुल डीए 20,000 रुपये से बढ़कर 21,200 रुपये प्रति माह हो जाएगा. यह बढ़ोतरी आगामी त्यौहारी सीजन की तैयारी के दौरान कर्मचारियों के डिस्पोजेबल आय में इजाफा करेगी.

सैलरी स्ट्रक्चर का अहम हिस्सा

सरकार साल में दो बार डीए में इजाफा करती है. पिछली बढ़ोतरी 4 फीसदीकी थी, जिसकी घोषणा मार्च में की गई थी और यह जनवरी 2024 से लागू हुई थी. डीए कर्मचारियों को उनके जीवन-यापन की लागत पर महंगाई दर के प्रभाव को बैलेंस करने के लिए दिए जाने वाले बेसिक सैलरी का एक अहम हिस्सा है.

उपभोक्ता खर्च में बढ़ोतरी की उम्मीद

त्योहारी सीजन के नजदीक आने के साथ ही महंगाई भत्ते में इस बढ़ोतरी से उपभोक्ता खर्च में बढ़ोतरी होने और केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को खुशी मिलने की उम्मीद है. इस बढ़ोतरी से न केवल वर्तमान में कार्यरत लोगों को लाभ होगा, बल्कि यह महंगाई राहत में वृद्धि के माध्यम से पेंशनभोगियों की भी मदद करेगा. इससे उन्हें भी बढ़ती जीवन यापन की लागत से निपटने में मदद मिल सकेगी.