फेक कॉल पर सरकार ने कसा शिकंजा, अपनी सेफ्टी के लिए आप भी कर लें ये दो उपाय

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया कि अधिकतर धोखाधड़ी कॉल्स विदेशों में मौजूद सर्वर्स से आते हैं. सरकार के सिस्टम ने ऐसी ज्यादातर कॉल्स को ब्लॉक करने में सफलता पाई है.

फेक कॉल पर सरकार ने कसा शिकंजा, अपनी सेफ्टी के लिए आप भी कर लें ये दो उपाय Image Credit: d3sign/Moment/Getty Images

भारत में धोखाधड़ी से जुड़े फोन कॉल की संख्या इतनी ज्यादा हो गई है कि आए दिन लोग 500 रुपये से 5 करोड़ रुपये तक की ठगी का शिकार हो रहे हैं. सरकार अपनी तरफ से इसे रोकने की कोशिश कर रही है. केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया कि सरकार हर दिन लगभग 1.35 करोड़ धोखाधड़ी कॉल्स को ब्लॉक कर रही है, जिससे अब तक लोगों के 2500 करोड़ रुपये बच गए हैं.

कहां से आते हैं फर्जी कॉल?

सिंधिया ने बताया कि अधिकतर धोखाधड़ी कॉल्स विदेशों में मौजूद सर्वर्स से आते हैं. सरकार के सिस्टम ने ऐसी ज्यादातर कॉल्स को ब्लॉक करने में सफलता पाई है. उन्होंने कहा कि “हमने एक पूरा सिस्टम तैयार किया है जो आपके फोन में आने वाली मार्केटिंग और धोखाधड़ी कॉल्स को रोकने का काम कर रहा है.”

संचार साथी और चक्षु का हो रहा इस्तेमाल

सरकार के डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकॉम (DoT) ने फ्रॉड को पहचानने के लिए “संचार साथी” और “चक्षु” को डेवलप किया है. इसके जरिए अब तक 2500 करोड़ रुपये की लोगों के पैसों को सुरक्षित किया गया है. इस सिस्टम की मदद से लगभग 2.9 लाख फोन नंबर डिसकनेक्ट किए गए हैं और 18 लाख से अधिक हेडर ब्लॉक किए गए हैं जो स्पैम मैसेज के लिए इस्तेमाल होते थे.

संचार साथी और चक्षु का इस्तेमाल आम जन भी कर सकते हैं. इस वेबसाइट से गाइड ले सकते हैं साथ ही इस पर शिकायत दर्ज करवा सकते हैं.

फर्जी कॉल्स पर कंट्रोल

सिंधिया ने बताया कि कुछ लोग विदेशी सर्वर का इस्तेमाल करके भारतीय (+91) नंबर की तरह कॉल करते थे. इसके लिए एक खास सॉफ्टवेयर लगाया गया है जो हर दिन औसतन 1.35 करोड़ फर्जी कॉल्स को ब्लॉक कर रहा है.

सरकार ने एक नए सॉफ्टवेयर के तहत 520 एजेंसियों को जोड़ा है, जिसमें जांच एंजेंसियां और बैंक भी शामिल हैं. इससे धोखाधड़ी को कम किया जा सकेगा.

BSNL 5G को लेकर क्या कहा?

इसके अलावा सिंधिया ने बताया कि उनके मुख्य उद्देश्यों में आत्मनिर्भर BSNL 5G को मई तक रोल आउट करना और अप्रैल तक सभी क्षेत्रों में 4G पहुंचाना शामिल है. BSNL के लिए 1 लाख बेस स्टेशन बनाने की योजना है, जिसमें से 50,000 टावर पहले ही लगाए जा चुके हैं. इस योजना के तहत BSNL 4G के बाद 5G में तेजी से बदलाव किया जाएगा.

बता दें कि सरकार BSNL को देश में प्रमुख टेलीकॉम कंपनियों में शामिल करना चाहती है. इसके लिए कैपिटल और स्पेक्ट्रम भी उपलब्ध कराए गए हैं. देश में अभी करीब 37,000 गांव हैं जहां 4G कनेक्टिविटी नहीं पहुंची है.