आने वाले टाइम में ड्राइवर और कृषि मजदूरों की बढ़ेगी मांग, इन नौकरियों को है खतरा: WEF रिपोर्ट
आने वाले सालों में खेत में काम करने वाले मजदूर और ड्राइवर सबसे तेजी से बढ़ने वाले रोजगारों में शामिल होंगे, जबकि कैशियर और टिकट क्लर्क जैसी नौकरियां सबसे तेजी से खत्म होंगी. WEF की फ्यूचर ऑफ जॉब्स रिपोर्ट 2025 में की रिपोर्ट में बताया गया है.
फ्यूचर में नौकरी की संभावना को लेकर वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम ने एक रिपोर्ट जारी किया है. रिपोर्ट में बताया गया है कि आने वाले सालों में किस सेक्टर में नौकरियों में बढ़ोत्तरी देखी जा सकती है, साथ ही किस सेक्टर की नौकरी में कमी आएगी. विश्व आर्थिक मंच (WEF) की “फ्यूचर ऑफ जॉब्स रिपोर्ट 2025” के अनुसार, 2030 तक 170 मिलियन (17 करोड़) नई नौकरियां पैदा होंगी, जबकि 92 मिलियन (9.2 करोड़) नौकरियां खत्म हो जाएंगी. इसका मतलब है कि कुल 78 मिलियन (7.8 करोड़) नई नौकरियां जुड़ेंगी. जिसका कारण है तेजी से बढ़ती तकनीकी प्रगति और एआई का बढ़ता प्रभाव है.
2030 तक क्या बदलेगा?
- 22 फीसदी नौकरियों पर असर पड़ेगा.
- 40 फीसदी काम की जरूरी स्किल्स बदल जाएंगी.
- 63% कंपनियां मानती हैं कि स्किल गैप सबसे बड़ी चुनौती है.
कौन-सी स्किल्स की मांग बढ़ेगी?
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI)
- बिग डेटा
- साइबर सुरक्षा
- रचनात्मक सोच
साल 2030 तक सबसे ज्यादा बढ़ने वाली नौकरियां
- खेतीहर मजदूर
- डिलीवरी ड्राइवर
- सॉफ्टवेयर डेवलपर
- बिल्डिंग बनाने वाले मजदूर
- नर्सिंग प्रोफेशनल
- टीचर
ये नौकरी सबसे तेजी से घटेगी
- कैशियर और टिकट क्लर्क
- प्रशासनिक सहायक
- क्लीनर और हाउसकीपर
- स्टॉक कीपिंग क्लर्क
- डेटा एंट्री क्लर्क
- ग्राफिक डिजाइनर
क्या है बड़ी वजह ?
- आधे से ज्यादा कंपनियां एआई का इस्तेमाल नए अवसरों के लिए करेंगी.
- 41% कंपनियां ऑटोमेशन की वजह से कर्मचारियों की संख्या घटाएंगी.
- 77% कंपनियां अपने कर्मचारियों को नई स्किल्स सिखाने पर ध्यान देंगी.
स्किल्स में होगा बड़ा बदलाव
WEF की फ्यूचर ऑफ जॉब्स रिपोर्ट 2025 के मुताबिक 2030 तक काम के लिए जरूरी करीब 40 फीसदी स्किल्स पूरी तरह से बदल जाएंगे. इसमें एआई और बिग डेटा से जुड़े तकनीकी स्किल्स की मांग बढ़ेगी. इसके अलावा क्रिएटिव थिकिंग, फ्लेक्सिबिलिटी और एनवॉर्नमेंटल मैनेजमेंट जैसे स्किल्स आधारित नौकरियों की संभावना बढ़ेगी. यानी कुल मिलाकर कहने का मतलब है कि फ्यूचर में नौकरियों का स्ट्रक्चर बदलने वाला है, एक तरफ जहां टेक्नोलॉजी ग्रोथ से नौकरियों के नए अवसर बनेंगे, वहीं पुराने ढंग की जॉब्स में गिरावट का सामना करना पड़ेगा.