ये है भारत का मिनी ब्राजील, कहलाता है फुटबाल वाला गांव, मोदी ने दुनिया में किया फेमस

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी पोडकास्टर लेक्स फ्रिडमैन को दिए इंटरव्यू में मध्य प्रदेश के शहडोल जिले के बिचारपुर गांव का जिक्र किया, जिसे 'मिनी ब्राजील' कहा जाता है. कभी अवैध शराब के लिए कुख्यात यह गांव अब फुटबॉल के लिए जाना जा रहा है. अब तक 80 से ज्यादा राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी यहां से निकले हैं और हर साल 20-25 हजार दर्शकों की मौजूदगी में फुटबॉल टूर्नामेंट होता है.

फुटबॉल खेलने वाले बच्चों के साथ पीएम मोदी. Image Credit: @tv9

Podcast PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मशहूर अमेरिकी पोडकास्टर लेक्स फ्रिडमैन को दिए इंटरव्यू में मध्य प्रदेश के शहडोल जिला स्थित एक गांव का जिक्र किया, जिसे ‘मिनी ब्राजील’ के नाम से जाना जाता है. इसके साथ ही यह गांव चर्चा में आ गया है. लोग इस गांव के बारे में जानना चाहते हैं, आखिर आदिवासी क्षेत्र का यह कौन सा गांव है, जिसे पीएम मोदी ने लेक्स फ्रिडमैन के दिए इंयरव्यू में जिक्र किया है. तो आइए जानते हैं इस गांव के बारे में.

दरअसल, पीएम मोदी ने इंटरव्यू के दौरान जिस ‘मिनी ब्राजील’ गांव का जिक्र किया है उसका नाम बिचारपुर है. यह मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में स्थित है. इस गांव को कभी अवैध शराब और नशीले पदार्थों के अड्डे के रूप में जाना जाता था. लेकिन यहां के लोगों की फुटबॉल के प्रति दीवानगी ने गांव को ‘मिनी ब्राजील’ के रूप में पहचान दिला दी. अह यह गांव फुटबॉल के उभरते सितारों का गढ़ बन गया है.

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ढाई दशक पहले शुरू हुआ सफर

बिचारपुर गांव के मिनी ब्राजील बनने का सफर भी बहुत रोचक है. यह सफर करीब ढाई दशक पहले शुरू हुआ. क्योंकि ढाई दशक पहले बिचारपुर गांव पूरी तरह से अवैध शराब के कारोबार के लिए कुख्यात था. यहां के लोग नशे की गिरफ्त में थे. ऐसे में युवाओं की करियर भी प्रभावित हो रहा था. ऐसे में गांव के युवाओं ने फुटबॉलर मैच खेलना शुरू किया, जो देखते ही देखते पूरे इलाके में छा गया. फिर धीरे-धीरे गांव के सभी युवा फुटबॉलर खेलने लगे, जिससे गांव की पहचान बदल गई और उसका नाम ‘मिनी ब्राजील’हो गया.

गांव में फुटबॉल खिलाड़ियों से बात करते पीएम मोदी.

कोच रईस अहमद ने दी ट्रेनिंग

पूर्व नेशनल प्लेयर और कोच रईस अहमद ने एक दशक पहले गांव को युवाओं को फुटबॉल के गुण सिखाए. इससे गांव के युवा फुटबॉल के बेहतरीन खिलाड़ी बन गए. रईस अहमद ने गांव के काबिल युवाओं को पहचान कर उन्हें फुटबॉल खेलने की ट्रेनिंग दी और हीरे की तरह तराशा. उनकी मदद से ही विचारपुर में फुटबॉल क्रांति आ पाई. फिर देखते ही देखते विचारपुर गांव की पहचान फुटबॉल की वजह से ‘मिनी ब्राजील’ के रूप में होने लगी. मौजूदा वक्त में शहडोल और उसके आसपास के इलाकों में 1200 से ज्यादा फुटबॉल क्लब बन चुके हैं.

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पोडोकास्ट में क्या बोले पीएम मोदी

पीएम मोदी ने इंटरव्यू के दौरान कहा कि शहडोल जिला आदिवासी इलाका है. ऐसे में एक बार बिचारपुर गांव में जाकर आदिवासी महिलाओं से मिलना हुआ. क्योंकि मुझे सेल्फ-हेल्प ग्रुप्स से बातचीत करना बहुत पसंद है और ये महिलाएं सेल्फ-हेल्प ग्रुप्स चला रही हैं. पीएम मोदी ने कहा कि जब मैं इन महिलाओं से मिलने गांव में गया, तो वहां बहुत दिलचस्प नजारा देखने को मिला. उन्होंने कहा कि गांव के 80 से 100 के करीब बच्चे और युवा स्पोर्ट्स यूनिफॉर्म में खड़े थे. जब मैंने उनसे बातचीत की तो गांव के बारे में जानने की मेरी जिज्ञासा और बढ़ गई.

गांव के 80 खिलाड़ी नेशनल लेवल पर खेल चुके हैं मैच

पीएम नोदी ने कहा कि जब मैंने उन युवकों से पूछा कि आप कहां से हैं, तो उन युवकों ने जवाब दिया कि हम ‘मिनी ब्राजील’ से हैं. उनका जवाब सुनकर मैं चौंक गया. तब मैंने पूछा कि ‘मिनी ब्राजील’ का मतलब क्या है, तो उन्होंने बताया कि हमारे गांव को इसी नाम से जाना जाता है. ऐसे में पीएम मोदी ने उन स्पोर्ट्स यूनिफॉर्म युवकों से पूछा ऐसा क्यों? तो युवकों ने पीएम मोदी से गर्व से कहा कि हमारे गांव में चार पीढ़ियों से फुटबॉल खेला जा रहा है. मेरे गांव से करीब 80 खिलाड़ी नेशनल लेवल पर खेल चुके हैं. युवकों ने पीएम मोदी से कहा कि मेरा पूरा गांव फुटबॉल के प्रति समर्पित है. पीएम नोदी ने कहा कि युवकों ने बताया कि उनका गांव हर साल फुटबॉल टूर्नामेंट करवाता है, जिसे देखने के लिए आस-पास के गांवों से 20 से 25 हजार लोग आते हैं.