देश में कितने तरह के छपते हैं नोट, क्या आप दे पाएंगे जवाब
डिजिटल इंडिया और फिनटेक क्रांति ने हमारे लेनदेन के तरीके को बदलकर रख दिया है. गांव-शहर हर जगह अब डिजिटल पेमेंट होने लगा है. आलम यह हो गया है कि ज्यादातर लोगों को अब शायद यह भी याद नहीं हो कि देश में कितने तरह के नोट छपते हैं. अगर आपसे यह सवाल पूछा जाए, तो क्या आप इसका तुरंत जवाब दे पाएंगे, या दिमाग के घोड़े दौड़ाने पड़ेंग. अगर घोड़े दौड़ाने पर रहे हैं, तो हम बता देते हैं कि देश में अब कितने तरह के नोट छपत हैं?

indian currency: इंडियन करेंसी का नाम ‘रुपया’ है. इसका तिहास बहुत पुराना है. किसी जमाने में भारत में करेंसी के रूप में केवल सिक्के चलते थे. अलग-अलग राजाओं के शासन के दौरन अलग-अलग सिक्कों का प्रचलन था, जिसमें सोने, चांदी, तांबे, शीशे, मिट्टी और चमड़े के सिक्के शामिल रहे हैं. लेकिन अंग्रेजों के आने के बाद भारत में पहली बार 1861 में कागज की करेंसी का चलन शुरू हुआ. तब से सिक्कों का महत्व कम होता गया और कागज के नोटों का सर्कुलेशन पूरे देश में बढ़ता गया. अभी देश में कई तरह के कागज के नोट छप रहे हैं.
18वीं शताब्दी में, बंगाल में बैंक ऑफ हिंदोस्तान जनरल बैंक और बंगाल बैंक ने भारत में कागज की करेंसी जारी की. यह देश में पहली कागज की करेंसी थी. 1861 में पेपर करेंसी एक्ट आया और कागजी मुद्रा का प्रबंधन मिंट मास्टर्स, महालेखाकारों और मुद्रा नियंत्रक को सौंप दिया गया. खास बात यह है कि पहला पेपर करेंसी के रूप में 10 रुपये का नोट छापा गया था. इस करेंसी को भारत सरकार द्वारा साल 1861 में पेश किया गया था. इसके बाद 1938 में भारतीय रिजर्व बैंक ने करेंसी नोट जारी करने का अधिकार अपने हाथ में ले लिया. तब से भारतीय रिजर्व बैंक पेपर करेंसी छाप रही है.
1938 में जारी हुआ 5 रुपये का नोट
साल 1938 में भारतीय रिजर्व बैंक ने इंडियन करेंसी नोट जारी करना शुरू किया. 1938 में भारतीय रिजर्व बैंक ने 5 रुपये का पहला नोट जारी किया था, जिस पर जॉर्ज VI की तस्वीर छपी हुई थी. इसके बाद 2, रुपये 10 रुपये, 50 रुपये, 100 रुपये 1000 रुपये और 10, 000 रुपये के भी नोट छापे गए. लेकिन साल 1946 में 10,000 रुपये के नोटों को वापस ले लिया गया. फिर 1949 में 5000 रुपये के नोटों की छपाई शुरू की गई पर 1978 में इसे भी बंद कर दिया गया.
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अभी इतने तरह के छप रहे नोट
अभी भारतीय रिजर्व बैंक 10 रुपये, 20 रुपये, 50 रुपये, 100 रुपये, 200 रुपये और 500 रुपये का नोट छाप रहा है. लेकिन RBI ने 2 रुपये और 5 रुपये के नोट छापना बंद कर दिया है, क्योंकि उनकी छपाई और रखरखाव की लागत अधिक आ रही थी. हालांकि, ये बैंक नोट अभी भी वैध करेंसी हैं और प्रचलन में पाए जा सकते हैं.
नोट जारी करने का अधिकार RBI के पास
भारत में बैंक नोट जारी करने का एकमात्र अधिकार रिजर्व बैंक के पास है. दुनिया भर के अन्य केंद्रीय बैंकों की तरह रिजर्व बैंक भी समय-समय पर बैंक नोटों के डिजाइन में बदलाव करता है. रिजर्व बैंक ने 1996 से महात्मा गांधी सीरीज के बैंक नोट शुरू किया. अब तक इस सीरीज में 5 रुपये, 10 रुपये, 20 रुपये, 50 रुपये, 100 रुपये, 500 रुपये, 1000 रुपये और 2000 रुपये के नोट जारी किए गए हैं. इन नोटों में अलग-अलग आसानी से पहचाने जाने वाले सुरक्षा फीचर होते हैं, ताकि नकली नोटों की पहचान आसानी से की जा सके.
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