23 वर्षीय भारतीय छात्र का एक और कमाल, बॉलपॉइंट पेन को वैक्यूम क्लीनर में बदल कर बनाया गिनीज बुक रिकॉर्ड

भारतीय छात्र तपला नादमुनि ने बॉलपॉइंट पेन से वैक्यूम क्लीनर बनाकर दुनिया को चौंका दिया है और साथ ही अपने पिछले रिकॉर्ड को भी तोड़ दिया है. यह नई खोज 2022 में बनाए गए वैक्यूम क्लीनर से 0.2 सेमी छोटी है.

प्रतीकात्मक तस्वीर Image Credit: Eleganza/E+/Getty Images

कहते हैं कि अगर आपके अंदर मेहनत करने का जुनून हो तो आप हर मुश्किल को आसान बना सकते हैं. ऐसा ही एक कारनामा 23 वर्षीय भारतीय छात्र ने कर दिखाया है. तपला नादमुनि ने बॉलपॉइंट पेन से एक वैक्यूम क्लीनर बनाकर दुनिया को चौंकाते हुए गिनीज बुक रिकॉर्ड का खिताब अपने नाम दोबारा कर लिया है. इससे पहले, नादमुनि ने 2020 में दुनिया का सबसे छोटा वैक्यूम क्लीनर बनाने का खिताब अपने नाम किया था.

वैक्यूम क्लीनर किसे माना जाता है

गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स (GWR) के अनुसार, वैक्यूम क्लीनर जो रिकॉर्ड के उद्देश्य से परिभाषित किया जाता है, वह एक विद्युत चालित उपकरण है जो नकारात्मक आंतरिक दबाव से गंदगी और अन्य मलबे को हटाने का काम करता है.

दुनिया का सबसे छोटा वैक्यूम क्लीनर

इस डिवाइस की माप सिर्फ 0.65 सेमी या 0.25 इंच है, जो हमारी औसत छोटी उंगली के नाखून की चौड़ाई से भी छोटा है. इसके अलावा, नादमुनि की यह नई खोज पिछली बार 2022 में बनाए गए वैक्यूम क्लीनर से 0.2 सेमी छोटी है.

कैसे बनाया वैक्यूम क्लीनर

शुरुआत में डिवाइस बनाते समय नादमुनि को सक्शन फीचर को लेकर कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ा, लेकिन अपने डिजाइन में कुछ बदलाव करके इसे ठीक कर लिया. उन्होंने इसे एक रिफिल करने योग्य बॉलपॉइंट पेन, धातु और प्लास्टिक के कुछ छोटे टुकड़ों का उपयोग करके बनाया. वैक्यूम के अंदर छोटा घूमने वाला पंखा है जो चार वोल्ट वाइब्रेशन मोटर द्वारा संचालित होता है, जो सक्शन बनाने में मदद करता है.

कैसे काम करता है

वैक्यूम को बिजली के स्रोत से जोड़ा जाता है, जिसके बाद यह एक घूमने वाली आवाज करता है और धूल के कणों को उठाता है. गंदगी को बाद में खाली किया जा सकता है.