अमेरिका-लंदन में पढ़ रहे भारतीय छात्रों ने खोला काला चिठ्ठा, कहा- खूब पैसा हो और जोखिम उठा सकें तभी आओ
अमेरिका में पढ़ाई का सपना देखने वाले भारतीय छात्रों के लिए अब हालात मुश्किल हो गए हैं. एक रेडिट पोस्ट ने इस मुद्दे पर बहस छेड़ दी है. लोग अब सोच रहे हैं कि क्या अमेरिका में पढ़ाई के लिए इतना पैसा लगाना सही है. एक शख्स ने लिखा कि अगले 3-4 साल तक अमेरिका मत आओ.
अमेरिका में पढ़ाई का सपना देखने वाले भारतीय छात्रों के लिए अब हालात मुश्किल हो गए हैं. ऊंची फीस, वीजा की न मिलना, नौकरी की कमी और मानसिक तनाव की वजह से उनका विदेश जाने का सपना टूट रहा है. हाल ही में एक रेडिट पोस्ट ने इस मुद्दे पर बहस छेड़ दी है. लोग अब सोच रहे हैं कि क्या अमेरिका में पढ़ाई के लिए इतना पैसा लगाना सही है.
रेडिट पर लोगों ने दी चेतावनी
दरअसल, रेडिट पर एक शख्स ने चेतावनी दी है. उसने लिखा कि कोचिंग वाले अमेरिका को दूध और शहद की धरती बताकर झूठ बोल रहे हैं. अगले 3-4 साल तक अमेरिका मत आओ. छात्रों को नौकरी नहीं मिल रही है. कई भारतीय छात्र डिप्रेशन में चले गए हैं. अमेरिकी यूनिवर्सिटी आपका पैसा ले लेंगी और आप कर्ज और तनाव के साथ रह जाएंगे.
इस पोस्ट पर लोगों ने अपनी राय दी. एक ने कहा कि यूके में भी साल 2021 से नौकरी मिलना मुश्किल है. अब वहां पढ़ाई तभी फायदेमंद है अगर आप कैंब्रिज या ऑक्सफोर्ड जैसे टॉप कॉलेज में जाएं. दूसरे ने बताया कि साल 2022 तक लोग ग्रेजुएशन से पहले तीन नौकरी के ऑफर पा लेते थे. अब एक साल बाद भी एक भी ऑफर नहीं मिलता. अगर आपके पास बहुत पैसा है और रिस्क ले सकते हैं तभी आएं.
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अमेरिका में नौकरी का बाजार है खराब
एक हार्डवेयर इंजीनियर ने सलाह दी कि अमेरिका में नौकरी का बाजार खराब है. अगर आपके पास 3-4 साल का अनुभव है और टॉप 10-15 यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है तो जोखिम कम हो सकता है. फिर भी नौकरी के लिए 5-6 महीने लग सकते हैं. एक ने बताया कि मेरे रिश्तेदार के बच्चे को स्कूल में गोलीबारी की घटना ने डरा दिया.
इसमें उसका दोस्त मर गया. ग्रीन कार्ड होने के बावजूद वे वापस भारत आ गए. अगर आप टॉप फाइनेंस जॉब या क्वांट जैसे रोल नहीं पा सकते तो अमेरिका में आसानी से पैसा कमाने के दिन खत्म हो गए. भारत में भी DE Shaw, Rubrik जैसी कंपनियों में अच्छी कमाई हो सकती है. कुल मिलाकर सलाह यही है कि सोच-समझकर फैसला लें.