अगस्त की गिरावट के बाद सितंबर में IIP में आई 3.1% की ग्रोथ, इन सेक्टर ने पार लगाई नैया

अगस्त की सुस्ती के बाद सितंबर में औद्योगिक उत्पादन ने रफ्तार पकड़ी है. जानें किस वजह से हुआ ये बदलाव और किन सेक्टर्स में आई तेजी...

अगस्त की गिरावट के सितंबर में चमका औद्योगिक उत्पादन Image Credit: FreePik

अगस्त की गिरावट के बाद सितंबर में औद्योगिक उत्पादन में उम्मीद से ज्यादा सुधार देखा गया है. अगस्त में आईआईपी में मामूली गिरावट देखने को मिली थी. औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP) में 3.1% की बढ़ोतरी हुई है. कई प्रमुख उद्योगों में मजबूत रिस्पॉन्स देखने को मिला है, जिसमें मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर सबसे आगे है.

भारत में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP) में सितंबर के महीने में 3.1% की वृद्धि दर्ज की गई है. यह आंकड़ा अगस्त में 0.1% की गिरावट के बाद सामने आया है. यह जानकारी सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (MoSPI) ने मंगलवार को जारी की.

उम्मीद से अधिक हुई बढ़त

हॉल में हुए रॉयटर्स के सर्वे में, अर्थशास्त्रियों ने औद्योगिक उत्पादन में 2.5% की उछाल की उम्मीद जताई थी. लेकिन असर नतीजा उम्मीद से ज्यादा है जो इकॉनमी के लिहाज से अच्छी खबर है. अगस्त में औद्योगिक उत्पादन में लगभग दो वर्षों में पहली बार गिरावट देखने को मिली थी.

प्रमुख सेक्‍टर्स का प्रदर्शन

सितंबर में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में 3.9% की वृद्धि दर्ज की गई, बिजली उत्पादन में 0.5% की मामूली बढ़त हुई और खनन गतिविधियों में 0.2% की बढ़त हुई. हालांकि पिछले साल के इस अवधि के मुकाबले यह आंकड़ा बहुत कम है. सितंबर 2023 में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में 5.1% की बढ़त थी, बिजली उत्पादन में 9.9% की बढ़त देखने को मिली थी और खनन गतिविधियों ने 11.5 फीसदी बढ़त दर्ज की थी.

अप्रैल से सितंबर के बीच औद्योगिक उत्पादन दर 4% रही जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह दर 6.2% थी.

उपयोग आधारित वृद्धि दर

सितंबर 2024 में उपयोग-आधारित वर्गीकरण के जरिए से आईआईपी बढ़त की जांच करते हुए रिपोर्ट ने विभिन्न क्षेत्रों में व्यापक सुधार दिखाया.प्राथमिक वस्तुओं में 1.8%, पूंजीगत वस्तुओं में 2.8%, मध्यवर्ती वस्तुओं में 4.2% की बढ़त दर्ज हुई. वहीं इंफ्रास्ट्रक्चर/निर्माण वस्तुओं में 3.3%, उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुओं में 6.5% और उपभोक्ता गैर-टिकाऊ वस्तुओं में 2.0% की वृद्धि हुई है.

क्या कहते हैं एक्सपर्ट

ICRA की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर के मुताबिक, “सितंबर 2024 में IIP में 3.1% की बढ़त दर्ज की गई, जिसमें सभी उपयोग आधारित क्षेत्रों में सुधार देखने को मिला. अक्टूबर में त्योहारी सीजन के शुरुआती प्रभाव और पिछले साल के उच्च आधार को देखते हुए, ICRA को उम्मीद है कि अक्टूबर में IIP वृद्धि दर 3.0-4.0% के बीच रहेगी.”