IPL 2025 में गेंदबाज मचा सकते हैं धूम, BCCI बदल देगी ये नियम, जानें- मैच पर क्या पड़ेगा असर

IPL 2025 New Rule: मुंबई में BCCI हेडक्वार्टर में आयोजित बैठक के दौरान कई महत्वपूर्ण नियमों में बदलाव पर चर्चा की गई और उन्हें मंजूरी दी गई. कोविड के दौरान बैन की गई एक एक्टिविटी को फिर से शुरू करने की मंजूरी दी गई है, जिससे गेंदबाजों को फायदा मिल सकता है.

आईपीएल में नजर आएंगे ये नए नियम. Image Credit: BCCI/IPL

IPL 2025 New Rule: इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 सीजन का आगाज 22 मार्च से होने जा रहा है. सीजन की शुरुआत से पहले भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने गुरुवार को फ्रेंचाइजी के कप्तानों और रेफरी की बैठक की और खेल में कुछ नियमों को बदलने पर चर्चा की. मुंबई में BCCI हेडक्वार्टर में आयोजित बैठक के दौरान कई महत्वपूर्ण नियमों में बदलाव पर चर्चा की गई और उन्हें मंजूरी दी गई. इसमें स्लाइवा (लार) पर प्रतिबंध हटाना और इम्पैक्ट प्लेयर नियम को जारी रखना शामिल है. चूंकि आईपीएल 2025 सीजन 22 मार्च से शुरू हो रहा है, इसलिए इन नए नियमों से टूर्नामेंट में और रोमांच आने की उम्मीद है. जिन नियमों में बदलाव हुआ है, उनसे मोटे तौर पर गेंदबाजों को फायदा मिल सकता है.

स्लाइवा पर से प्रतिबंध हटा

सबसे बड़े बदलाव में से एक है गेंद को चमकाने के लिए लार के उपयोग पर प्रतिबंध को हटाना है. यह प्रतिबंध COVID-19 महामारी के दौरान स्वास्थ्य और सुरक्षा प्रोटोकॉल के तहत लगाया गया था. हाल ही में कप्तानों की बैठक में चर्चा के बाद BCCI ने खिलाड़ियों को एक बार फिर से स्लाइवा का उपयोग करने की अनुमति देने का फैसला किया है. ज्यादातर टीमों के कप्तानों ने इसका समर्थन भी किया. गेंदबाज गेंद की चमक को बरकरार रखने के लिए स्लाइवा का इस्तेमाल करते हैं. इससे देर तक गेंद की शाइन बनी रहती है, जिससे उन्हें गेंदबाजी में मदद मिलती है.

दूसरी गेंद का इस्तेमाल

रात के मैचों में अक्सर ओस की समस्या देखने को मिलती है, जिससे गेंदबाजी करने वाली टीम को काफी परेशानी होती है. क्योंकि ओस में गेंद गीला हो जाता है, जिससे गेंदबाजों को बॉलिंग में परेशानी आती है. गीले गेंद से ग्रिप नहीं बन पाती है. ओस की वजह से गीला गेंद कई बार मैच के नतीजे को भी प्रभावित करता है. इस समस्या से निपटने के लिए BCCI शाम के मैचों की दूसरी पारी में दूसरी गेंद इस्तेमाल करने का नियम लागू करेगा.

यह नई गेंद 11वें ओवर के बाद खेल में आएगी. अंपायरों के पास यह तय करने का विवेक होगा कि ओस की स्थिति के आधार पर गेंद को बदलना जरूरी है या नहीं. इस नियम का उद्देश्य अधिक बैलेंस फील्ड तैयार करना है, जिससे इस किसी भी टीम को अतिरिक्त एडवांटेज नहीं मिले.

इम्पैक्ट प्लेयर नियम जारी रहेगा

IPL में इम्पैक्ट प्लेयर नियम जारी रहेगा, जो टीमों को मैच के दौरान एक खिलाड़ी को बदलने की अनुमति देता है. हालांकि हार्दिक पांड्या और रोहित शर्मा जैसे कुछ कप्तानों ने अतीत में इस नियम के पीछे की रणनीति के बारे में चिंता व्यक्त की है. यह देखा गया है कि इसने अनकैप्ड खिलाड़ियों को अवसर प्रदान किए हैं, जिन्हें मैच में खेलने का मौका नहीं मिल सकता था.

हाइट और ऑफ-साइड वाइड के लिए DRS

डिसिजन रिव्यू सिस्टम (DRS) का दायरा बढ़ाया जाएगा, जिसमें हाइट वाइड और ऑफ-स्टंप के बाहर वाइड के लिए कॉल शामिल किए जाएंगे. हॉक-आई टेक्नोलॉजी और बॉल ट्रैकिंग के उपयोग से अंपायरों को ये निर्णय लेने में सहायता मिलेगी.

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