देश के सबसे बड़े एयरपोर्ट पर उतरा पहला विमान, अगले साल से हो सकता है शुरू

वैलिडेशन फ्लाइट का संचालन इंडिगो की A320 यात्री विमान से किया गया. हालांकि, इस दौरान फ्लाईट में कोई यात्री नहीं था, केवल चालक दल के चार मेंबर सवार थे. फ्लाईट ने जो लैंडिंग की, अब उसके आधार पर डेटा एनालाइज किया जाएगा और आगे कमर्शियल फ्लाईट्स को यहां संचालन की अनुमति मिलेगी.

जेवर एयरपोर्ट पर सफल लैंडिंग करता इंडिगो Image Credit: PTI

गौतम बुद्ध नगर के जेवर में बन रहा नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (NIA) उड़ान की दिशा में आगे बढ़ रहा है. सोमवार को एयरपोर्ट पर इंडिगो की फ्लाइट ने सफल लैंडिग की. फ्लाइट के उतरने के साथ ही उसका स्वागत वॉटर कैनन से पानी के फव्वारों की बरसात कर के किया गया. लैंडिग के बाद एयरपोर्ट ने अपनी पहली सफल उड़ान भी मुकम्मल की. इसी के साथ एयरपोर्ट ने अपनी पहली वैलिडेशन फ्लाइट को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है. यह फ्लाइट एयरपोर्ट को एरोड्रोम लाइसेंस हासिल करने की प्रक्रिया में एक अहम कदम है.

वैलिडेशन फ्लाइट का डेटा तय करेगा दिशा

वैलिडेशन फ्लाइट का संचालन इंडिगो की A320 यात्री विमान से किया गया. हालांकि, इस दौरान फ्लाईट में कोई यात्री नहीं था, केवल चालक दल के चार मेंबर सवार थे. फ्लाईट ने जो लैंडिंग की, अब उसके आधार पर डेटा एनालाइज किया जाएगा और आगे कमर्शियल फ्लाईट्स को यहां संचालन की अनुमति मिलेगी. इस उड़ान के दौरान एयरपोर्ट के अप्रोच प्रोसीजर, नेविगेशन सिस्टम और एयर ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम की जांच की गई. इस मौके पर नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु रम्मोहन नायडु भी मौजूद रहे.

सुरक्षा मानकों की पुष्टि

PTI की रिपोर्ट के मुताबिक, एयरपोर्ट प्रबंधन ने बताया कि यह परीक्षण सुनिश्चित करता है कि एयरपोर्ट के सभी सिस्टम और इन्फ्रास्ट्रक्चर कमर्शियल उड़ानों के लिए जरूरी सख्त सुरक्षा और परिचालन मानकों का पालन कर रहे हैं. अब एयरपोर्ट सभी जरूरी दस्तावेज तैयार कर इसे नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) को सौंपेगा जिससे एरोड्रोम प्रमाणन हासिल किया जा सके. एटरपोर्ट ने पहले भी अपने इन्फ्रास्ट्रक्चर की जांच की थी. अक्टूबर में एयरपोर्ट ऑपरेटर ने अपने इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम (ILS) और प्रिसीजन अप्रोच इंडिकेटर (PAPI) सिस्टम का कैलिब्रेशन किया था.

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RNP और ILS सिस्टम का परीक्षण

इस फ्लाइट में एयरबस A320 विमान का इस्तेमाल किया गया ताकि RNP (रिक्वायर्ड नेविगेशन परफॉर्मेंस) और ILS (इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम) अप्रोच प्रोसीजर का परीक्षण किया जा सके. RNP तकनीक विमान को ज्यादा सटीकता के साथ उड़ान भरने में सक्षम बनाती है

पीटीआई के अनुसार, नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के सीईओ क्रिस्टोफ श्नेलमैन ने कहा, “यह सफलता एयरपोर्ट के लिए मील का पत्थर है. हमने एयरपोर्ट को व्यावसायिक संचालन के लिए तैयार करने में पूरी मेहनत और योजना बनाई है. अब हम जल्द ही यात्रियों का स्वागत करने के लिए तैयार हैं.”