AI के साथ इन सेक्टर्स में बढ़ी नौकरियां, 31 फीसदी की तेजी; कॉर्पोरेट हायरिंग 12 महीने के रिकॉर्ड स्तर पर

भारत में नौकरियों के अवसरों में तेजी आई है, खासकर कॉर्पोरेट जगत में, जहां हायरिंग 12 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई हैं. AI के अलावा और भी सेक्टर्स में नौकरियां तेजी से आई हैं. AI से जुड़े जॉब्स में पिछले दो सालों में 42 फीसदी की तेजी आई है.

किन सेक्टर्स में बढ़ रही तेजी से नौकरियां Image Credit: Freepik/Canva

Jobs: भारत के कॉर्पोरेट जगत में होने वाली हायरिंग में तेजी आई है. दिसंबर 2024 में यह 12 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गईं है, जिसमें सालाना 31 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है. इससे यह भी पता चलता है कि फॉर्मल सेक्टर में नौकरी के अवसरों में जबरदस्त इजाफा हुआ है. बता दें कि यह आंकड़ा foundit Insights Tracker की रिपोर्ट में सामने आया है. इसके अलावा, पिछले कुछ महीनों में हायरिंग एक्टिविटी में तेजी आई है, जिसमें जुलाई-दिसंबर के औसत वृद्धि दर 12% सालाना रही है.  

AI समेत इन सेक्टर्स में बढ़ी हायरिंग

foundit के अनुसार, “जिन 27 सेक्टर्स की मॉनिटरिंग की गई है, उनमें से 22 में हायरिंग ग्रोथ देखने को मिली. खासतौर पर कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स (60%), मैन्युफैक्चरिंग (57%) और कंस्ट्रक्शन और इंजीनियरिंग (57%) ने बढ़त दर्ज की.”  

इसके अलावा, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से जुड़े जॉब्स में पिछले दो सालों में 42 फीसदी की तेजी आई है. खास बात यह है कि पिछले छह सालों में एआई से जुड़े जॉब रोल्स की संख्या 40,000 से बढ़कर 2,53,000 हो गई है, जिसमें सालाना 36 फीसदी की वृद्धि (CAGR) दर्ज की गई है.  

AI सेक्टर में आई हायरिंग ज्यादातर आईटी सेक्टर के लिए हुईं हैं, जहां Python सबसे ज्यादा डिमांड वाली स्किल है. साथ ही, बेंगलुरु एआई टैलेंट के लिए टॉप शहर बना हुआ है.  

2025 में कितनी बढ़ेगी हायरिंग

foundit ने यह भी भविष्यवाणी की है कि 2025 में एआई हायरिंग में 14% की वृद्धि होगी, जो मुख्य रूप से उन इंडस्ट्रीज के लिए होगी जो अपनी कोर ऑपरेशन्स में एआई को इंटीग्रेट कर रही हैं.  

foundit के CEO वी सुरेश ने कहा कि, “सेक्टर्स में हायरिंग ग्रोथ भारतीय जॉब मार्केट के लचीलापन, अनुकूलन क्षमता और गतिशीलता को दर्शाती है. खास बात यह है कि एआई में जबरदस्त वृद्धि देखने को मिली है. हम एक बड़े बदलाव को देख रहे हैं, जहां एआई अब कोई भविष्य की बात नहीं, बल्कि भारत के वर्तमान और भविष्य के वर्क फोर्स का एक मूलभूत हिस्सा बन गया है.”  

जॉब रोल्स की बात करें तो, मेडिकल सेक्टर में हायरिंग ने सबसे ज्यादा तेजी दर्ज की है, जो 44% रही. इसमें टेलीमेडिसिन, डायग्नोस्टिक्स और स्पेशलाइज्ड नर्सिंग जैसे क्षेत्रों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है. वहीं, HR और एडमिन प्रोफेशनल्स की मांग में भी पिछले तीन महीनों में 21% की तेजी हुई है.  

अनुभव के लेवल पर देखें तो हायरिंग डिमांड अलग-अलग रही:  

  • एंट्री-लेवल (0-3 साल) में 18% की बढ़ोतरी हुई  
  • मिड-सीनियर (7-10 साल) में 20% की वृद्धि देखी गई
  • सीनियर-लेवल (11-15 साल) में 5% की वृद्धि हुई  
  • एग्जीक्यूटिव लेवल (16 साल से अधिक) में 6% की गिरावट दर्ज की गई  

दिसंबर में, मॉनिटर किए गए 13 गए शहरों में हायरिंग में सालाना वृद्धि देखी गई है. कोयंबटूर ने 58% की सालाना वृद्धि के साथ नेतृत्व किया, जबकि बेंगलुरु और चेन्नई ने 41% और 37% की बढ़ोतरी दर्ज की. मुंबई ने मासिक आधार पर 11% की वृद्धि के साथ सबसे ज्यादा उछाल दर्ज किया गया है.