News9 Global Summit: ज्योतिरादित्य सिंधिया बोले, भारत-जर्मनी मिलकर लिख सकते हैं वैश्विक प्रगति का नया अध्याय

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भारत और जर्मनी की पार्टनरशिप को लिविंग ब्रिज या एक जीवंत पुल करार दिया, जो स्टील या पत्थर का नहीं, बल्कि विश्वास और सांस्कृतिक मूल्यों से बना है.

जर्मनी में आयोजित News9 Global Summit में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया Image Credit: Money9

जर्मनी के शहर के स्टटगार्ट के प्रतिष्ठित एमएचपी एरीना में आयोजित News9 Global Summit में पहुंचे केंद्रीय टेलीकॉम मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस बात पर जोर दिया कि यह समिट यूरोप की आर्थिक महाशक्ति और भारत की आशा की किरण का संगम है. इस समिट का विषय “भारत और जर्मनी: स्थायी विकास के लिए रोडमैप” है.

बता दें कि यह समिट भारत के सबसे बड़े न्यूज नेटवर्क TV9 नेटवर्क और जर्मनी के प्रसिद्ध फुटबॉल क्लब बुंडेसलीगा VfB स्टटगार्ट के सहयोग से आयोजित किया गया.

भारत-जर्मनी पार्टनरशिप

केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि, “भारत और जर्मनी की साझेदारी केवल पारंपरिक डिप्लोमेटिक प्रोसेस तक सीमित नहीं है, बल्कि यह साझा विश्वास, आदर्शों और मूल्यों पर आधारित है. यह एक ऐसा पुल है जो दुनिया के दो सबसे गतिशील देशों को जोड़ता है.”

उन्होंने इस पार्टनरशिप को लिविंग ब्रिज या एक जीवंत पुल करार दिया, जो स्टील या पत्थर का नहीं, बल्कि विश्वास और सांस्कृतिक मूल्यों से बना है.

भारत और जर्मनी की विशेषताएं

सिंधिया ने कहा कि जर्मनी एक्सिलेंस और स्टेबिलिटी का प्रतीक है, जबकि भारत अपनी युवा एनर्जी और सॉफ्ट पावर के साथ वैश्विक मंच पर चमक रहा है. यह अद्भुत है कि दो देश, जो हजारों किलोमीटर दूर हैं, अपनी अनोखी ताकतों के साथ इतनी गहराई से जुड़े हैं.”

भारत में बदलाव और प्रगति की कहानी

सिंधिया ने भारत में हाल के वर्षों में हुए अभूतपूर्व बदलावों पर चर्चा की. उन्होंने कहा, “पिछले दशक में भारत ने वो प्रगति की है, जो पिछले छह दशकों में संभव नहीं हो पाई थी.” उदाहरण के तौर पर, 35 साल पहले मर्सिडीज बेंज ने भारत में एंट्री करते समय अपनी रणनीति को “स्ट्रैटेजिक पेशेंस” कहा था. आज, मर्सिडीज बेंज भारत में सबसे बड़ी लग्जरी कार मेकर कंपनी है.

उन्होंने 2023 के बजट में घोषित प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना पर भी प्रकाश डाला और कहा कि, “पहले ही साल में 1,25,000 छात्रों को भारत के टॉप संगठनों में इंटर्नशिप का अनुभव मिलेगा. यह पहल भारत की युवा शक्ति और वैश्विक स्तर पर उसकी तैयारी को दर्शाती है.”

सिंधिया ने भारत और जर्मनी के साझा प्रयासों को वैश्विक प्रगति की नई कहानी लिखने का माध्यम बताया. उन्होंने “वसुधैव कुटुंबकम” (दुनिया एक परिवार है) की भावना को साझा लक्ष्य के रूप में प्रस्तुत किया.

बता दें कि 22 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समिट में वर्चुअली जुड़ेंगे. वह “इंडिया: इनसाइड द ग्लोबल ब्राइट स्पॉट” पर बात करेंगे. वे भारत-जर्मनी सहयोग को मजबूत बनाने की रणनीतियों पर भी चर्चा करेंगे.