इस शातिर पैंतरे से तीर्थयात्रियों को लूट रहे हैं ठग, कहीं आप भी न आ जाएं झांसे में!

चारधाम यात्रा पर जाने वालों के लिए महत्वपूर्ण जानकारी! क्या आप भी हेलीकॉप्टर टिकट बुकिंग से जुड़े किसी झांसे में फंस रहे हैं? जानें क्या है पूरा मामला और कैसे हो सकते हैं आप सुरक्षित

चारधाम यात्रा पर तीर्थयात्री Image Credit: Image by Freepik

अगर आप चारधाम यात्रा पर जानें का प्लान बना रहे हैं तो सतरक हो जाइये. चारधाम यात्रा में हेलीकॉप्टर सेवाओं की लोकप्रियता के साथ ही उत्तराखंड में धोखाधड़ी के मामलों में तेजी आई है. ठग यात्रियों को निशाना बनाकर फर्जी वेबसाइटों और सोशल मीडिया प्रोफाइल के जरिए उनसे पैसे ठग रहे हैं.अबतक ठगों के शिकार कई तीर्थयात्री हो चुके हैं.

वर्ष 2023 और 2024 के दौरान उत्तराखंड के विभिन्न जिलों, जैसे रुद्रप्रयाग, हरिद्वार, उत्तरकाशी, देहरादून और चमोली में हेलीकॉप्टर टिकटिंग धोखाधड़ी के 26 मामले दर्ज किए गए हैं. यह जानकारी गढ़वाल के पुलिस महानिरीक्षक (IG) कार्यालय ने एक RTI के जवाब में दी थी. इस खबर में हम आपको ठगों के तमाम पैंतरे की जानकारी देंगे जिससे आपक समझदार बनें और सतर्क नागरिक बनें.

केदारनाथ हेलीकॉप्टर सेवा और फर्जीवाड़ा

केदारनाथ के लिए हेलीकॉप्टर सेवाएं सिरसी, फाटा और गुप्तकाशी से संचालित होती हैं. लेकिन यात्रा के चरम मौसम में बुकिंग की अधिक मांग के चलते ठग फर्जी वेबसाइटें बनाकर यात्रियों से पैसे ऐंठ रहे हैं. ये वेबसाइटें आधिकारिक चारधाम बुकिंग साइट की तरह दिखाई देती हैं और टिकटों के नाम पर ठगी करती हैं.

फोन कॉल, ईमेल, व्हाट्सएप और सोशल मीडिया जैसे इंस्टाग्राम और फेसबुक के जरिए ठग यात्रियों को फंसाने की कोशिश कर रहे हैं. ये ठग फर्जी प्रोफाइल, पेज और ग्रुप बनाकर खुद को अधिकृत हेलीकॉप्टर सेवाओं के एजेंट या प्रतिनिधि बताकर संपर्क करते हैं. हिमालयन हेली, पवन हंस, थम्बी एविएशन और IRCTC जैसी प्रतिष्ठित कंपनियों के नाम का इस्तेमाल कर फर्जी टिकट बेचते हैं.ऐसे ब्रांड कंपनियों का नाम सुन कर लोग में शक की गुंजाइश भी बेहद कम हो जाती है जिस कारण से लोग ठगी के शिकार हो जाते हैं.

कैसे होती है ठगी?

फर्जी वेबसाइट और एजेंट: ठग नकली वेबसाइट और सोशल मीडिया प्रोफाइल बनाते हैं और खुद को हेलीकॉप्टर टिकट बुकिंग एजेंट के रूप में पेश करते हैं.

भ्रामक जानकारी: ये ठग टिकटों की उपलब्धता और कीमत के बारे में गलत जानकारी देकर यात्रियों को ठगते हैं और उनसे अधिक पैसे वसूलते हैं.

एडवांस भुगतान: यात्रियों से टिकट के लिए एडवांस भुगतान लिया जाता है, लेकिन टिकट कभी नहीं मिलता.

गायब हो जाना: पैसे मिलने के बाद ठग फोन उठाना बंद कर देते हैं और पीड़ितों को अकेला छोड़ देते हैं.

कैसे बचें ठगी से?

आधिकारिक वेबसाइट का उपयोग करें: हेलीकॉप्टर टिकट बुकिंग के लिए केवल IRCTC हेलीयात्रा वेबसाइट (https://heliyatra.irctc.co.in) का उपयोग करें.

ध्यान से जांचें: किसी भी अन्य वेबसाइट या सोशल मीडिया से बुकिंग न करें.

असामान्य रूप से कम कीमतों से सावधान रहें: अगर कोई ऑफर असली से बहुत अच्छा लग रहा है, तो वह शायद फर्जी हो.

रिसर्च करें और तुलना करें: बुकिंग से पहले वेबसाइटों और एजेंटों की पूरी जांच करें.

संदिग्ध गतिविधि की रिपोर्ट करें: अगर आप या आपके जानने वाले किसी ठगी का शिकार होते हैं, तो इसे तुरंत पुलिस या साइबर क्राइम विभाग को रिपोर्ट करें.

रिपोर्ट करने के लिए: ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचने के लिए MHA का टोल फ्री नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज कराएं.