होली से पहले खादी कारीगरों को मिली खुशखबरी, अप्रैल से 20 प्रतिशत बढ़ जाएगा मेहनताना

1 अप्रैल 2025 से खादी कारीगरों के मेहनताने में 20 फीसदी की बढ़ोतरी होगी. अभी चरखे पर कताई करने वालों को 12.50 रुपये प्रति हंक मिलता है, जो बढ़कर 15 रुपये हो जाएगा. KVIC अध्यक्ष मनोज कुमार का कहना है कि पिछले 10 वर्षों में खादी और ग्रामोद्योग उत्पादों की बिक्री 5 गुना बढ़ी है. महाकुंभ 2025 में 12.02 करोड़ रुपये की ऐतिहासिक खादी बिक्री हुई.

खादी कारीगरों को मिली खुशखबरी. Image Credit: AI generated

होली से पहले केंद्र सरकार ने खादी कारीगरों को बड़ी खुशखबरी दी है. अप्रैल महीने से उनका मेहनताना बढ़ जाएगा. खादी एंड विलेज इंडस्ट्रीज कमीशन (KVIC) के अध्यक्ष मनोज कुमार ने ऐलान किया है कि 1 अप्रैल 2025 से खादी कारीगरों के मेहनताना में 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी की जाएगी. हालांकि, मौजूदा वक्त में चरखे पर कताई करने वाले कारीगरों को प्रति हंक (धागे के गुच्छे) के लिए 12.50 रुपये मिलते हैं. लेकिन 1 अप्रैल 2025 से यह दर 2.50 रुपये बढ़कर 15 रुपये प्रति हंक हो जाएगी.

पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, KVIC के अध्यक्ष मनोज कुमार ने यह भी बताया कि पिछले 10 वर्षों में खादी और ग्रामोद्योग उत्पादों की बिक्री में ऐतिहासिक बढ़ोतरी हुई है. खादी एवं ग्रामोद्योग उत्पादों की बिक्री 5 गुना बढ़कर वित्त वर्ष 2023-24 में 31,000 करोड़ रुपये से 1,55,000 करोड़ रुपये हो गई. जबकि, खादी कपड़ों की बिक्री 6 गुना बढ़कर वित्त वर्ष 2023-24 में 1,081 करोड़ रुपये से 6,496 करोड़ रुपये हो गई.

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10.17 लाख नए लोगों को रोजगार मिला

खास बात यह है कि वित्त वर्ष 2023-24 में खादी सेक्टर में 10.17 लाख नए लोगों को रोजगार मिला है. मनोज कुमार ने आगे कहा कि अब तक प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2024-25 में उत्पादन और बिक्री का नया रिकॉर्ड बनेगा. उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले 10 वर्षों के दौरान खादी क्रांति ने कारीगरों के जीवन में व्यापक बदलाव लाया है. सरकार ने कताई करने वालों और बुनकरों की इनकम में ऐतिहासिक बढ़ोतरी की है.

तब मेहनताना में 25 फीसदी की बढ़ोतरी

इससे पहले 17 सितंबर 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर कारीगरों के मेहनताना में 25 फीसदी की बढ़ोतरी की गई थी. केवीआईसी के अध्यक्ष ने कहा कि पिछले 11 वर्षों में मोदी सरकार ने खादी कारीगरों के मेहनताना में 275 फीसदी की वृद्धि की है. उन्होंने आगे बताया कि वित्त वर्ष 2024-25 में खादी और ग्रामोद्योग उत्पादों का उत्पादन और बिक्री पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ देगी.

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महाकुंभ के दौरान खूब हुई खादी की बिक्री

मनोज कुमार ने कहा कि महाकुंभ मेले में 12 करोड़ रुपये से अधिक के खादी उत्पाद बेचे गए. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘खादी क्रांति’ के प्रभाव से प्रयागराज महाकुंभ में 12.02 करोड़ रुपये के खादी और ग्रामोद्योग उत्पादों की ऐतिहासिक बिक्री हुई है. उन्होंने कहा कि महाकुंभ 2025 के अवसर पर प्रयागराज में 14 जनवरी से 27 फरवरी तक राष्ट्रीय स्तर की खादी और ग्रामोद्योग प्रदर्शनी का आयोजन किया गया था.