हावड़ा ब्रिज का होगा हेल्थ चेकअप, जानें कितने पैसे में बना था और किसका था कमाल
कोलकाता में स्थित विश्व प्रसिद्ध हावड़ा ब्रिज शनिवार, 16 नवंबर की आधी रात से लेकर रविवार, 17 नवंबर सुबह तक बंद रहेगा. इस दौरान किसी भी वाहनों की आवाजाही नहीं हो सकेगी. 40 सालों में ऐसा पहली बार होगा. जानें आखिर क्यों बंद रहेगा ब्रिज.
पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में स्थित विश्व प्रसिद्ध हावड़ा ब्रिज शनिवार, 16 नवंबर की आधी रात से लेकर रविवार, 17 नवंबर सुबह तक बंद रहेगा. इस दौरान किसी भी वाहनों की आवाजाही नहीं हो सकेगी. 40 सालों में ऐसा पहली बार होगा. ऐसे करने के पीछे का मुख्य कारण ब्रिज के हेल्थ की जांच है. एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि ये निरीक्षण श्यामा प्रसाद मुखर्जी पोर्ट, जिसे कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट के नाम से भी जाना जाता है, की ओर से इस कार्य के लिए नियुक्त विशेषज्ञ एजेंसी RITES के सहयोग से किए जा रहे एक अध्ययन का हिस्सा है.
क्यों बंद होगा ब्रिज?
एसएमपी कोलकाता के एक अधिकारी ने बताया कि ब्रिज को आखिरी बार 1983 से 1988 के बीच में चेक किया गया था. हावड़ा पुल को इंजीनियरिंग का अजूबा कहा जाता है. ऐसे कहे जाने के पीछे का कारण इसकी बनावट है. यह बिना नट-बोल्ट के पिछले 80 सालों से टिका हुआ है. इस पुल की बनावट एक सस्पेंशन टाइप बैलेंस्ड कैंटिलीवर के रूप में की गई है. इस तरह से बनावट से बना ये दुनिया का छठा सबसे लंबा ब्रिज है. इस ब्रिज से हर रोज तकरीबन 1,00,000 वाहन और 1,50,000 पैदल यात्री गुजरते हैं.
हावड़ा ब्रिज की खासियत
हावड़ा म्युनिसिपल कॉरपोरेशन के अनुसार, इस खास तकनीक से बना यह दुनिया का तीसरा सबसे लंबा ब्रिज है. इसके साथ हैरान करने वाली एक बात ये भी है कि ये गर्मी में 4.8 इंच फैल जाता है जबकि ठंड में इतना ही सिकुड़ भी जाता है. भूकंप और तेज हवाओं के हिसाब से यह ब्रिज झुकने भी लगता है.
किसने और कितने में बनाया था ब्रिज?
हावड़ा ब्रिज को इंजीनियर रेंडल, पॉमर और ट्रिटॉन ने मिलकर डिजाइन किया था. इसकी बनावट 1936 में शुरू हुई थी. हावड़ा ब्रिज को तैयार होने में कुल 7 साल लगे थे. वहीं बनावट के दौरान इसमें 26,000 टन स्टील का इस्तेमाल किया गया था. बात अगर लागत की करें तो इसमें तकरीबन 3.33 करोड़ रुपये लगे थे.