महाकुंभ मेले में बन रहे हैं 2,000 कॉटेज टेंट, इतने रुपये में आपको भी मिल जाएगा कमरा

इस टेंट सिटी में विला, महाराजा, स्विस कॉटेज और डॉरमेट्री सहित कई तरह के आवास उपलब्ध कराए जाएंगे. टेंट सिटी 1 जनवरी से 5 मार्च, 2025 तक संचालित होगी, जिसकी बुकिंग UPSTDC की वेबसाइट और महाकुंभ ऐप के माध्यम से की जा सकती है.

टेंट के अंदर तीर्थ यात्रियों को उसी स्तर का आराम और सुविधाएं मिलेगी, जिसकी वे पांच सितारा होटल में उम्मीद करते हैं. Image Credit: getty images

उत्तर प्रदेश सरकार महाकुंभ 2025 की तैयारियों में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है. इसके लिए विश्व स्तरीय मानकों के तहत मेला परिसर में व्यवस्थाएं की जा रही हैं. सरकार को उम्मीद है कि यह महाकुंभ बहुत ही भव्य और दिव्य होगा. साथ ही इस आध्यात्मिक मेले में दुनिया भर से लाखों श्रद्धालु जुटेंगे. ऐसे में उनके ठहरे के लिए कुंभ परिसर के अंदर ही टेंट सिटी बसाई जा रही है. इस टेंट सिटी के अंदर जरूरत की सभी सुख-सुविधाएं मौजदू रहेंगी. तो आइए जानते हैं इस टेंट सिटी की खासियत के बारे में.

महाकुंभ मेला घूमने आने वाले तीर्थ यात्रियों की सभी तरह की जरूरतों का ध्यान रखा जाएगा. उन्हें मिला परिसर में ठहरे के दौरान कोई दिक्कत न हो, इसके लिए महाकुंभ मेला क्षेत्र के सेक्टर 20 में इस टेंट सिटी बसाई जा रहा है. इस सिटी के अंदर 2,000 से अधिक स्विस कॉटेज टेंट होंगे. खास बात यह है कि उत्तर प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम लिमिटेड (UPSTDC) की देखरेख में इस टेंट सिटी को बसाया जा रहा है. इस काम में UPSTDC को कुंभ कैंप इंडिया, ऋषिकुल कुंभ कॉटेज, कुंभ विलेज, कुंभ कैनवस और एरा भी सहयोग कर रहे हैं.

कितनी है टेंट सिटी का किराया

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस टेंट सिटी में विला, महाराजा, स्विस कॉटेज और डॉरमेट्री सहित कई तरह के आवास उपलब्ध कराए जाएंगे, जिनकी रोज की कीमतें 1,400 रुपये से लेकर 35,000 रुपये तक होंगी. पर्यटन सचिव मुकेश मेश्राम ने कहा कि काम तेजी से आगे बढ़ रहा है और हमें विश्वास है कि टेंट सिटी 1 जनवरी तक बनकर तैयार हो जाएगी. हमारा लक्ष्य एक अनूठा और आध्यात्मिक प्रवास प्रदान करना है, जिसे लोग जीवन भर याद रखेंगे.

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1 जनवरी से टेंट सिटी में रूक पाएंगे यात्री

मुकेश मेश्राम की माने तो टेंट सिटी 1 जनवरी से 5 मार्च, 2025 तक संचालित होगी, जिसकी बुकिंग UPSTDC की वेबसाइट और महाकुंभ ऐप के माध्यम से की जा सकती है. महाकुंभ 13 जनवरी से 26 फरवरी तक तलेगा. अगर टेंट सिटी की खासियत की बात करें तो इस यह काफी लग्जरियस अस्थाई आवास होगा. इसे विश्व स्तरीय मानकों को ध्यान में रखते हुए बसाया जा रहा है. टेंट के अंदर एयर कंडीशनिंग, डबल बेड, आधुनिक इंटीरियर, इलेक्ट्रिक गीजर और वाईफाई जैसी सुविधाएं रहेंगी. बड़ी बात यह है कि टेंट सिटी को गंगा नदी के तट पर बसाया जा रहा है. इसलिए तीर्थ यात्री नदी के किनारे के मनोरम दृश्य भी देख पाएंगे.

पांच सितारा होटल जैसी सुविधाएं

कहा जा रहा है कि टेंट के अंदर तीर्थ यात्रियों को उसी स्तर का आराम और सुविधाएं मिलेंगी, जिसकी वे पांच सितारा होटल में उम्मीद करते हैं. वहीं, सरकार ने आम तीर्थ यात्रियों को ध्यान में रखते हुए लो बजट पेइंग गेस्ट आवास योजना शुरू की है. इस योजना के तहत तीर्थ यात्री प्रयागराज निवासियों के घरों में ठहर सकते हैं. सरकार की यह पहल काफी किफायती और तीर्थ यात्रियों को घर जैसा माहौल भी मिलेगा. प्रयागराज की क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह का कहना है कि वार्षिक शुल्क का भुगतान करने या सख्त होटल नियमों का पालन करने की कोई आवश्यकता नहीं है. यह योजना अधिकतम भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए बनाई गई है.

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