जिस महाराष्ट्र को लेकर चल रही लड़ाई, जाने वहां कितनी है बेरोजगारी-महंगाई और कर्ज
Maharashtra Election 2024: महाराष्ट्र में चुनाव हैं, कई मुद्दों पर चुनाव होगा. लेकिन क्या वोटर्स ये जानते हैं कि महाराष्ट्र कितने घाटे में हैं? कितना कर्ज है? कितनी महंगाई और बेरोजगारी है? यहां जानें सब कुछ...
20 नवंबर को महाराष्ट्र वोट डालने जा रहा है, 288 विधानसभा सीटों वाले राज्य में मुफ्त वाली योजनाएं सुर्खियों में हैं. एक तरफ बीजेपी, एकनाथ शिंदे और अजित पवार लोक लुभावन यानी Freebies पर दांव लगा रहे हैं तो दूसरी तरफ कांग्रेस, उद्धव ठाकरे और शरद पवार भी ऐसी ही योजनाएं देने का वादा कर रहे हैं. इतना पैसा कहां से आएगा? इससे कितना वित्तीय बोझ बढ़ेगा? ये सब तो जानेंगे ही लेकिन साथ-साथ ये भी जानते हैं कि चुनावी राज्य कितने घाटे में है? इस पर कितना कर्ज है? कितनी महंगाई और बेरोजगारी है?
महाराष्ट्र में कितना कर्ज?
महाराष्ट्र की विधानसभा में उप मुख्यमंत्री और वित्त मंत्री अजित पवार एक दस्तावेज में बताया था कि राज्य पर कुल 7.82 लाख करोड़ रुपये का कर्ज है. इस हिसाब से भारत में महाराष्ट्र दूसरा सबसे ज्यादा कर्ज में डूबा हुआ राज्य बन गया है. RBI के अनुसार देश में सबसे ज्यादा कर्ज तमिलनाडु (8.34 लाख करोड़) पर है और तीसरे पर उत्तर प्रदेश (7.69 लाख करोड़) और फिर पश्चिम बंगाल (6.58 लाख करोड़) का नंबर आता है.
ये कर्ज महाराष्ट्र की जीडीपी का 18.4 फीसदी है. इसका मतलब अगर जीडीपी 100 रुपये है तो इसमें से 18.4 रुपये का कर्ज है.
कितनी है महाराष्ट्र की GDP?
जीडीपी यानी राज्य में एक साल में सामान और सर्विस का कुल मूल्य. केवल समझने के लिए आपको बताएं तो अगर राज्य कोई चीज होती तो वो कितने की होती यही जीडीपी होती है. महाराष्ट्र के बजट 2024-25 के मुताबिक राज्य की जीडीपी 42 लाख 67 हजार करोड़ रुपये है.
Forbes के मुताबिक, भारत में सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था (जीडीपी) महाराष्ट्र की है. इसके बाद तमिलनाडु, कर्नाटक और गुजरात का नंबर आता है. महाराष्ट्र भारत की जीडीपी में 13.30 फीसदी का योगदान देता है.
जीडीपी पर कैपिटा की बात करें तो यह 2.89 लाख रुपये है. इसका मतलब राज्य का प्रति व्यक्ति सालभर में औसतन 2.89 लाख कमाता है. हालांकि जीडीपी पर कैपिटा के मामले में महाराष्ट्र चौथे नंबर पर है.
कितने घाटे में महाराष्ट्र?
महाराष्ट्र के बजट 2024-25 के अनुसार, राज्य का फिस्कल डेफिसिट या घाटा जीडीपी का 2.6 फीसदी या 1.10 लाख करोड़ रुपये है. हालांकि ये सरकार के टारगेट से कम ही है.
इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के अनुसार अकेली लाडकी बहिन योजना का अनुमानित खर्च 46000 करोड़ है और कुल योजनाओं का खर्च 90,000 करोड़ है.
यह भी पढ़ें: Jio का पेट्रोल पंप खोलने का मौका, जानें कितनी लगेगी जमीन और कितना पैसा?
महाराष्ट्र में कितनी महंगाई?
अक्टूबर 2024 में राज्य की महंगाई दर 5.38 फीसदी है जो पिछले महीने सितंबर में 5.04 फीसदी थी. पिछले साल अक्टूबर 2023 में महंगाई दर 4.84 फीसदी थी. यानी राज्य में महंगाई बढ़ी है. महंगाई के मामले में महाराष्ट्र की भारत में 13वीं रैंक हैं.
कितनी बेरोजगारी?
महाराष्ट्र में बेरोजगारी दर 10.8 फीसदी है. भारत के जिन 10 राज्यों में जहां बेरोजगारी दर सबसे ज्यादा है उसमें महाराष्ट्र का नाम नहीं है. ऐसे ही 10 ऐसे राज्य जहां सबसे कम बेरोजगारी दर है उसमें भी महाराष्ट्र का नाम नहीं है. ये कहीं बीच में हैं.