बेंगलुरु को मिलेगा जाम से निजात, चलाई जाएगी नमो भारत रैपिड रेल

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, बेंगलुरु छावनी रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास का निरीक्षण करने के लिए बेंगलुरु आए थे. इस दौरान उन्होंने बेंगलुरु, मैसूर और तुमकुर को जोड़ने के लिए नमो भारत रैपिड रेल शुरू करने की योजना का खुलासा किया.

बेंगलुरु में चलाई जाएगी नमो भारत रैपिड रेल Image Credit: Sakib Ali/HT via Getty Images

भारत की सिलिकॉन वैली के नाम से मशहूर बेंगलुरु अपने यहां की बड़ी-बड़ी आईटी कंपनियों के लिए जाना जाता है. बेंगलुरु की एक समस्या है जो लोगों को परेशान करती है – यातायात जाम. लेकिन अब इस लंबे जाम से मुक्ति मिलने वाली है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, बेंगलुरु छावनी रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास का निरीक्षण करने के लिए बेंगलुरु आए थे. इस दौरान उन्होंने बेंगलुरु, मैसूर और तुमकुर को जोड़ने के लिए नमो भारत रैपिड रेल शुरू करने की योजना का खुलासा किया.

उन्होंने कहा कि नमो भारत रैपिड रेल बेंगलुरु और मैसूर को जोड़ने के लिए “परफेक्ट” होगी. यह 135 किलोमीटर की दूरी तय करेगी, जबकि बेंगलुरु और तुमकुर 70 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं. उन्होंने यह भी कहा, “200 किलोमीटर तक की दूरी पर स्थित शहरों के बीच रैपिड रेल का संचालन बेहतर सेवा के लिए आदर्श विकल्प है.”

नमो भारत रैपिड रेल एक छोटी दूरी की इंटरसिटी रेल सेवा है जिसे 100 से 250 किलोमीटर के भीतर प्रमुख शहरों को जोड़ने के लिए डिज़ाइन किया गया है. वर्तमान में, सेमी-हाई-स्पीड रेल नेटवर्क गाजियाबाद, मेरठ, अहमदाबाद और भुज के बीच संचालित हो रहा है.

बेंगलुरु एक चुंबक की तरह है

वैष्णव ने कहा कि बेंगलुरु एक चुंबक की तरह है, जो मैसूर और तुमकुर जैसे क्षेत्रों से लोगों को आकर्षित करता है. उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली और मेरठ तथा अहमदाबाद और भुज के बीच रैपिड रेल का कॉन्सेप्ट सफल रहा है.

दिल्ली-मेरठ आरआरटीएस

दिल्ली-मेरठ आरआरटीएस लगभग 82 किलोमीटर की दूरी लगभग 60 मिनट में तय करती है, जिसमें ट्रेनें 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार तक चलती हैं. यह हाई-स्पीड कनेक्टिविटी पारंपरिक ट्रेनों की तुलना में दो शहरों के बीच यात्रा के समय को काफी कम कर देती है. यह सिस्टम तेज सेवा के लिए डिजाइन किया गया है, जिसमें सप्ताह के दिनों में हर 15 मिनट में ट्रेनें चलती हैं.