नेशनल हेल्थ मिशन को 5 सालों का एक्सटेंशन, SDG को पूरा करने में होगा मददगार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) को अगले पांच वर्षों तक जारी रखने की मंजूरी दी गई. इस मिशन के तहत 12 लाख से अधिक स्वास्थ्यकर्मी जुड़े हैं. इसके अलावा, मिशन ने मातृ मृत्यु दर, शिशु मृत्यु दर और अन्य गंभीर रोगों के नियंत्रण में महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की है.
National Health Mission: केंद्रीय कैबिनेट ने नेशनल हेल्थ मिशन (NHM) को अगले पांच वर्षों तक बढ़ाने की मंजूरी दे दी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में इस फैसले को मंजूरी दी गई. केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि NHM ने देश के सार्वजनिक स्वास्थ्य में बड़ा योगदान दिया है. कोविड-19 महामारी के दौरान इसने क्वालिटी हेल्थ सेवाएं पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई है. इसके अलावा NHM के तहत मिशन के तहत 12 लाख से अधिक स्वास्थ्यकर्मी जुड़े हैं और कोविड-19 महामारी के दौरान 2.20 अरब से अधिक टीके लगाए गए और सर्टिफिकेट जारी किए गए थे.
SDG पूरा करने में मदद कर रहा
यह मिशन पहली बार 2005 में नेशनल रूरल हेल्थ मिशन (NRHM) के रूप में शुरू हुआ था. इसका पिछला विस्तार 2021 में हुआ था, जो 2026 तक लागू है. सरकारी बयान के अनुसार, मंत्रिमंडल को पिछले तीन वर्षों (2021-22, 2022-23, 2023-24) के दौरान NHM की प्रगति की जानकारी दी गई है. NHM भारत को 2030 से पहले स्वास्थ्य से जुड़े सतत विकास लक्ष्यों (SDG) को पूरा करने में मदद कर रहा है.
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मिशन की उपलब्धियां
मातृ और शिशु मृत्यु दर में कमी:
- मातृ मृत्यु दर और शिशु मृत्यु दर में तेजी से गिरावट आई है.
- रोग नियंत्रण
- टीबी, मलेरिया, कालाजार, डेंगू, कुष्ठ रोग, और वायरल हेपेटाइटिस जैसी बीमारियों में सुधार.
- राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन जैसी योजनाएं शुरू की गईं.
NHM की उपलब्धियां
मातृ और शिशु स्वास्थ्य:
- मातृ मृत्यु दर (MMR) 2014-16 में 130 से घटकर 2018-20 में 97 हो गई है.
- शिशु मृत्यु दर (IMR) 2014 में 39 प्रति 1,000 जन्म से घटकर 2020 में 28 हो गई है.
स्वास्थ्यकर्मियों की नियुक्ति:
- 2022-24 के बीच 12 लाख से अधिक अतिरिक्त स्वास्थ्यकर्मी जोड़े गए. इनमें डॉक्टर, नर्स, आयुष डॉक्टर और सार्वजनिक स्वास्थ्य मैनेज करना शामिल हैं.
कोविड-19 टीकाकरण:
- जनवरी 2021 से मार्च 2024 तक 2.2 अरब से अधिक वैक्सीन डोज लगाए गए.
बीमारियों पर नियंत्रण:
- टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के तहत 2015 में टीबी के मामलों की दर 237 से घटकर 2023 में 195 हो गई.
- टीबी से मृत्यु दर 28 से घटकर 22 हो गई.