हाईवे पर चलना होगा और आसान, अब ये सड़कें 2, 4 और 6 लेन में होंगी कंवर्ट, जानें क्‍या है सरकार का प्‍लान

नेशनल हाईवे पर चलना अब और आसान हो जाएंगे, सड़कें पहले से ज्‍यादा चौंड़ी हो जाएंगी, इससे लोगों को जाम में नहीं फंसना पड़ेगा. इसके लिए सरकार ने पूरा प्‍लान तैयार कर लिया है. इसके तहत डबल लेन वाले हाईवे को चार लेन में बदला जाएगा, इसी तरह कुछ दूसर हाईवे में भी अतिरिक्‍त लेन जोड़ा जाएगा.

नेशनल हाइवे और होंगी चौड़ी Image Credit: gettyimages

National Highway Expansion: अब नेशनल हाईवे यानी NH पर चलना और आसान होगा. लोगों को जाम के झंझट से छुटकरा मिलेगा. दरअसल सरकार दो लेन वाली हाइवे को चार लेन में बदलने जा रही है. इतना ही नहीं चुनिंदा नेशनल हाइवे के हिस्सों को चार, छह और आठ लेन में बदला जाएगा. चार लेन में हाइवे को कंवर्ट करने के लिए सरकार 10 लाख करोड़ रुपये खर्च करेगी.

सरकार ने अगले दो साल में 25,000 किलोमीटर की दो लेन वाली हाइवे को चार लेन में बदलने का फैसला किया है. ये जानकारी सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को लोकसभा में दी. उन्होंने ये भी बताया कि नेशनल हाइवे के हिस्सों को चार, छह और आठ लेन में बदलने के लिए ट्रैफिक की सीमा को कम कर दिया गया है.

क्‍या है सरकार का प्‍लान?

एनएच के मल्टी-लेनिंग पर गडकरी ने कहा कि जिन दो लेन वाली सड़कों पर रोजाना 12,000 से ज्यादा पैसेंजर कार यूनिट (PCU) का ट्रैफिक होगा, उन्हें चार लेन में बदला जाएगा. पहले ये सीमा 12,500 PCU थी. वहीं चार लेन वाले हाइवे जो 20,000 PCU प्रति दिन से ज्यादा ट्रैफिक पार कर जाएंगी, उन्हें छह लेन में और 30,000 PCU से ज्यादा वाली को आठ लेन में तब्‍दील किया जाएगा. सूत्रों के मुताबिक, एनएच विस्तार के लिए नए पात्रता नियमों का जल्‍द ही आधिकारिक फैसला जारी किया जाएगा, जिससे हाइवे विकास के अगले चरण की प्लानिंग हो सके.

क्‍या होता है PCU?

PCU एक ऐसा तरीका है जिसमें अलग-अलग वाहनों का ट्रैफिक पर असर मापा जाता है. ये मिश्रित ट्रैफिक को एक समान मानक में बदलता है ताकि विश्लेषण और प्लानिंग आसान हो सके. एक आम कार की PCU वैल्यू 1 होती है, जबकि भारी ट्रक की वैल्‍यू 2 से 4 तक हो सकती है.

यह भी पढ़ें: 7 बड़े शहरों में 15 फीसदी बढ़ी ऑफिस स्पेस लीजिंग, कॉर्पोरेट कंपनियां की तरफ से बढ़ी डिमांड: कॉलियर्स

DPR किया गया तैयार

परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि 3,500 किलोमीटर की डबल लेन हाइवे को चार लेन में बदलने के लिए डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) तैयार कर ली गई है. इसके अलावा 21,500 किलोमीटर के लिए DPR का काम जल्द शुरू होगा. इसके अलावा उन्‍होंने बताया कि अभी 636 एनएच प्रोजेक्ट चल रहे हैं, जिनमें चार, छह और आठ लेनिंग शामिल है. इनकी कुल लंबाई 16,422 किमी है और इसकी लागत 6 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा है. इनमें से 8,852 किमी का काम पूरा हो चुका है. ये सारे प्रोजेक्ट वित्तीय वर्ष 2028-29 तक सिलसिलेवार तरीके से पूरे किए जाएंगे.