क्या बढ़ सकते हैं पेट्रोल के दाम? इजरायल-ईरान अटैक लगा सकते हैं तेल की कीमतों में आग!

इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव के कारण सोमवार से फिर से तेल महंगा होने लगा. बाजार को डर है कि मध्य पूर्व का यह संकट और बढ़ सकता है, जिससे तेल की सप्लाई पर असर पड़ सकता है. आइए जानते हैं पेट्रोल के दाम पर इसका क्या असर देखने को मिलेगा?

पेट्रोल पंप पर हो रही है ठगी Image Credit: TV9 Bharatvarsh

ईरान ने बीती रात यानी मंगलवार को रात इजरायल पर ताबड़तोड़ हमले किए. ईरान और इजरायल के बीच युद्ध की आशंका बढ़ गई है. ईरान ने मंगलवार को इजरायल पर सैकड़ों मिसाइलें दागे. जिससे पूरे मध्य पूर्व में युद्ध का खतरा बढ़ गया है. इससे पहले, इजरायल ने हमला कर ईरान समर्थित हिजबुल्लाह के नेता हसन नसरल्लाह को मार दिया था. इसके जवाब में ईरान ने इजरायल पर हमला किया.

कितनी बढ़ी तेल की कीमतें?

ईरान के युद्ध में शामिल होने से कच्चे तेल की कीमतों में उछाल देखा जा रहा है. क्योंकि जो एक बड़ा तेल उत्पादक देश है. मंगलवार को तेल की कीमतें लगभग 4 फीसदी बढ़ीं. ब्रेंट क्रूड 73.56 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ, जबकि अमेरिकी वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (WTI) 69.83 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया. इससे पहले, तेल की कीमतों में 5 फीसदी से अधिक की तेजी देखी गई थी.

इससे पहले, पिछले सप्ताह तेल की कीमतों में गिरावट देखी गई थी, लेकिन इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव के कारण सोमवार से फिर से तेल महंगा होने लगा. बाजार को डर है कि मध्य पूर्व का यह संकट और बढ़ सकता है, जिससे तेल की सप्लाई पर असर पड़ सकता है.

क्या कहते हैं एक्सपर्ट

विशेषज्ञों का मानना है कि अगर इजरायल ईरान के तेल उत्पादन केंद्रों पर हमला करता है तो तेल की सप्लाई में बड़ी कमी आ सकती है, जिससे तेल की कीमतों में और भी उछाल देख जा सकता है.

भारत पर इसका असर

भारत की अर्थव्यवस्था काफी हद तक कच्चे तेल पर निर्भर है, क्योंकि यह दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल उपभोक्ता है. भारत अपनी तेल जरूरतों का 85 फीसदी से अधिक आयात करता है. ऐसे में अगर तेल की कीमतें बढ़ती हैं, तो इसका सीधा असर भारत पर भी पड़ेगा. हालांकि, भारत ने हाल के वर्षों में ईरान से तेल खरीदना कम कर दिया है, लेकिन फिर भी तेल की बढ़ती कीमतें भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए एक बड़ी चुनौती हो सकती हैं.