IND vs PAK: भारत ने किए ये काम, तो बिना बम, गोला-बारूद के पाषाण काल में पहुंचा जाएगा पाकिस्तान
Pahalgam Terror Attack के बाद आज हर भारतीय के दिल में गम के साथ ही गुस्से का गुबार भरा है. हर हिंदुस्तानी दिल की एक ही चाहत है कि आतंकियों के जरिये कायराना हमले करने वाले पाकिस्तान को करारा जवाब दिया जाए. सैन्य शक्ति के अलावा भी भारत के पास ऐसे तरीके हैं, जिनसे पाकिस्तान को मसलकर रखा जा सकता है. जानते हैं ऐसे 12 तरीके जिनसे भारत एक भी गोली चलाए बिना पाकिस्तान को बर्बाद कर सकता है.

Pahalgam Attack पाकिस्तान के लिए एक देश के तौर पर आखिरी गलती हो सकती है. World Bank के आंकड़ों के मुताबिक पाकिस्तान की करीब 40 फीसदी आबादी गरीबी में रहती है. आटा, दाल, चावल और सब्जी जैसी पेट भरने की चीजें खरीदने के लिए जिस पाकिस्तान को कर्ज की जरूरत पड़ती है, वह पाकिस्तान बार-बार भारत को आतंकियों के जरिये घाव दे रहा है. जबकि, पाकिस्तान को अस्तित्व में आए महज सात दशक हुए हैं. इस दौरान आमने-सामने की लड़ाई में पाकिस्तान 4 बार भारत से बुरी तरह हारा है.
मॉडर्न डे वॉरफेयर के जानकारों की मानें, तो जिहाद के नाम निहत्थे भारतीयों पर कायराना हमला करने वाले आतंकियों को पालने वाले पाकिस्तान को मिटाने के लिए भारत को एक गोली भी चलाने की जरूरत नहीं है. अगर भारत चाहे, तो पाकिस्तान को बिना बम-गोला बारूद के ही पाषाण काल में पहुंचा सकता है. भारत की सुरक्षा को लेकर बने सर्वोच्च निकाय National Security Council के तहत National Security Advisory Board के सदस्य रह चुके Professor R. Vaidyanathan ने ऐसे 12 तरीके बताए हैं, जिनके जरिये भारत जब चाहे पाकिस्तान को आर्थिक रूप से पूरी तरह तबाह कर सकता है.
Rashtriya Raksha University सहित तमाम अहम और प्रतिष्ठित संस्थानों में सेवाएं दे चुके प्रो. वैद्यनाथ भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से इकोनॉमिक डायनेमिक्स, टेरर फंडिंग और फाइनेंशियल वेपन्स जैसे विषयों पर गहरी पकड़ रखते हैं. प्रो. वैद्यनाथन का कहना है कि पिछले दशक में दुनिया के किसी भी हिस्से में हुए लगभग सभी आतंकी हमलों का किसी न किसी तरह संबंध पाकिस्तान से रहा है. प्रो. वैद्यनाथन पाकिस्तानी आतंकी फैक्टरी पर स्थायी ताला लगाने के लिए भारत सरकार को ये 12 कदम उठाने के लिए कहते हैं.
निर्यात पर हमला
भारत को सबसे पहले पाकिस्तान के निर्यात पर हमला करना चाहिए. पाकिस्तान की प्रमुख निर्यात वस्तुओं जैसे बासमती चावल, कालीन आदि की पहचान की जाए. इसके बाद भारत दुनिया में इन उत्पादों निर्यात करे, निर्यात को बढ़ावा देने के लिए सब्सिडी भी दी जाए, ताकि पाकिस्तान निर्यात के मोर्चे पर पंगू हो जाए.
दुश्मन के दोस्तों को दुश्मन माने
दुश्मन का दुश्मन दोस्त की तर्ज पर भारत को दुश्मन के दोस्त को दुश्मन मानना चाहिए. इसके लिए भारत सबसे पहले उन देशों को पहचाने जो पाकिस्तान को हथियार मुहैया कराते हैं. इसके बाद इन देशों पर दबाव डाला जाए कि अगर उन्हें भारत से संबंध रखते हैं, तो पाकिस्तान को हथियार बेचने बंद करने होंगे. भारत यह कर सकता है, क्योंकि पाकिस्तान को हथियार बेचने वाले देशों ने भारत में बड़ा निवेश कर रखा है. अगर भारत इन देशों से संबंध तोड़ने की बात करता है, तो इन्हें अपने निवेश को बचाने के लिए मजबूरन पाकिस्तान से पल्ला झाड़ना होगा.
बाजार की ताकत का इस्तेमाल
भारत की तरफ से अमेरिका, यूरोप और चीन जैसी बड़ी अर्थव्यवस्थाओं को भारतीय बाजार में प्रवेश का लालच दिया जा सकता है. लेकिन, इसके पीछे पाकिस्तान की आतंकी फैक्टरी को बंद करने में भारत को पूरा सहयोग दिए जाने की शर्त रखी जाए. भारत अपने आजार का कूटनीतिक इस्तेमाल कर सकता है.
अमेरिकी कंपनियों को अपना दूत बनाएं
अमेरिका की सत्ता के गलियारों वहां की कंपनियों के लॉबिस्ट तय करते हैं अमेरिकी ताकत का ऊंट किस करवट बैठेगा. भारत को अमेरिकी सरकार के बजाय कंपनियों को अपना दूत बनाना चाहिए. खासतौर पर अमेरिकी कंपनियों को भारतीय बाजार के अवसरों का लालच देकर अमेरिका की तरफ से पाकिस्तान को मिलने वाली हर तरह की मदद पर रोक लगवानी चाहिए. इतिहास इस बात का गवाह है कि अपनी कंपनियों के हितों के लिए अमेरिका ने दर्जनों से ज्यादा देशों में तख्ता पलट कराया है.
जैसे को तैसा हो जवाब
जिस तरह पाकिस्तान भारत की नकली करेंसी बनाकर भारत को आर्थिक रूप से अंदर ही अंदर खोखला बनाने का खेल खेलता है, भारत को भी पाकिस्तान को उसी की भाषा में जवाब देते हुए पाकिस्तानी बाजार को नकली करेंसी से भर देना चाहिए.
आईएमएफ पर बनाया जाए दबाव
पाकिस्तान में जारी आतंकी फैक्टरियों का हवाला देते हुए भारत को इंटरनेशनल मॉनेटिरी फंड पर दबाव बनाना चाहिए कि पाकिस्तान को बेल आउट पैकेज न दिया जाए. अगर दिया भी जाए, तो बेहद कड़ी शर्तों के साथ दिया जाए. अगर पाकिस्तान आर्थिक रूप से विफल होता है, तो अंतरराष्ट्रीय समुदाय पाकिस्तान से उसके परमाणु हथियारों को आसानी से छीन पाएगा.
अंदरूनी हमले की क्षमता बनाएं
भारत को पाकिस्तान के सबसे बड़े शेयर बाजार कराची स्टॉक एक्सचेंज को अस्थिर करने के लिए पाकिस्तान के अंदर अपने एसेट्स बनाने चाहिए. फिलहाल, कराची स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टेड तमाम कंपनियों में से 70 फीसदी से ज्यादा की लगाम प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से पाकिस्तानी सेना के हाथ में है.
खत्म हो डी कंपनी का धंधा
दाउद इब्राहिम आज भी पाकिस्तान में सही सलामत बैठा है. पाकिस्तानी सेना की तरफ से दाउद की हिफाजत की वजह उसके क्रिकेटर्स और बॉलीवुड कनेक्शन हैं. इनके जरिये आज भी दाउद भारतीय मिडल क्लास के बॉलीवुड और क्रिकेट प्रेम का दोहन कर रहा है. भारत को मिशन मोड में दाउद के तमाम एसेट्स को खत्म करना चाहिए, चाहे इसके लिए जो भी कीमत चुकानी पड़े और चाहे जो रास्ता अपनाना पड़े.
टेरर फंडिंग के लिए हो सजा-ए-मौत
आतंकवाद को वित्तपोषित करने वालों और इसमें मदद करने वालों को सीधे सजा-ए-मौत का प्रावधान किया जाना चाहिए. वित्त मंत्रालय में मनी लॉन्ड्रिंग की निगरानी करने के लिए एक विभाग है. इस विभाग को सक्रियता के साथ RAW के साथ मिलकर ऐसे लोगों की पहचान करनी चाहिए, जो भारत के खिलाफ ही आतंकियों की फंडिंग कर रहे हैं.
चलें अमेरिका वाली चाल
शीत युद्ध के दौरान जिस तरह अमेरिका ने रूस के तमाम शीर्ष वैज्ञानिकों, शिक्षाविदों और शोधकर्ताओं को अमेरिका मे आने, रहने और अमेरिकी नागरिक बनने का मौका दिया और रूस को एक मानसिक खेल में बुरी तरह उलझा दिया. उसी तरह भारत को पाकिस्तान के वैज्ञानिकों, शिक्षाविदों और अभिजात वर्ग को भारतीय पासपोर्ट चुनने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए. जाहिर, तौर पर इस मामले में कई तरह की सावधानियों की जरूरत होगी, क्योंकि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई इस तरह की योजना का इस्तेमाल अपने लोगों को भारत मे इंप्लांट करने के लिए भी कर सकती है.
पूरी तरह खत्म किया जाए व्यापार
भारत-पाकिस्तान के बीच फिलहाल सीधे तौर पर व्यापार नहीं हो रहा है. लेकिन, तीसरे देशों के जरिये यह व्यापार जारी है. भारत को अपनी कंपनियों और निर्यातकों को पाकिस्तान के साथ किसी तरह का व्यापार करने से पूरी तरह रोकना चाहिए. खासतौर पर भारत को पाकिस्तान की रोजमर्रा की जरूरत की चीजें बेचना बंद कर देना चाहिए.
बंद कर दो पानी की धार
भारत के पास पाकिस्तान में हाहाकार मचाने का एक सबसे बड़ा और अचूक हथियार पानी है. भारत को इसका इस्तेमाल हथियार की तरह करना चाहिए. अगर भारत चाहे, तो पाकिस्तान के सबसे उपजाऊ इलाकों को हमेशा के लिए बंजर बना सकता है, जिससे पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पूरी तरह चौपट हो जाएगी और पाकिस्तान का अस्तित्व तक खतरे में आ जाएगा.
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