प्रतिमा ढहने के साथ ही नोटबंदी और जीएसटी पर भी महाराष्ट्र के लोगों से माफी मांगें पीएम मोदी : राहुल गांधी

महाराष्ट्र के सांगली में जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी Image Credit: PTI

महाराष्ट्र में अभी चुनावों की तारीख का एलान भले ही नहीं हुआ है, लेकिन लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पूरी तरह चुनावी मोड मे आ गए हैं. गुरुवार को महाराष्ट्र में एक चुनावी सभा में राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा ढहने की घटना के साथ ही नोटबंदी, किसान विरोधी कानून और जीएसटी को लेकर भी महाराष्ट्र के लोगों से माफी मांगनी चाहिए. सांगली में कांग्रेस पार्टी के दिवंगत नेता पतंगराव कदम की प्रतिमा का अनावरण करने के बाद एक जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा, पीएम मोदी को छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा ढहने पर तो माफी मांगनी ही चाहिए. इसके साथ ही उन्हें महाराष्ट्र के प्रत्येक व्यक्ति से नोटबंदी, जीएसटी और किसान विरोधी कानूनों के लिए भी माफी मांगनी चाहिए. उन्हें कहना चाहिए कि उनसे गलती हुई है, जिसके लिए उन्हें खेद है.

महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले में 26 अगस्त को शिवाजी महाराज की प्रतिमा ढह गई. इसे लेकर राज्य की भाजपा-शिवसेना और राकांपा सरकार की आलोचना हो रही है. महाराष्ट्र में शिवाजी महाराज को लेकर लोग बहुत संवेदनशील हैं. इसे लेकर राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पहले ही माफी मांग चुके हैं. इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी ने भी हाल में ही राज्य के अपने दौरे के समय कहा था कि शिवाजी महाराज की प्रतिमा टूटने से लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं, इसके लिए वे माफी मांगते हैं. इसके साथ ही पीएम मोदी ने कहा था कि छत्रपति शिवाजी महाराज न केवल महान राजा रहे हैं, बल्कि अपने लोगों के लिए देवता के समान हैं.

राहुल गांधी ने कहा, वे प्रधानमंत्री से पूछना चाहते हैं कि उन्होंने किस बात के लिए माफी मांगी है, क्या इसलिए कि शिवाजी की प्रतिमा बनाने का ठेका आरएसएस के एक ऐसे व्यक्ति को दिया गया, जिसके पास कोई पात्रता नहीं थी या इस प्रक्रिया में भ्रष्टाचार के लिए. इसके साथ ही उन्होंने कहा, मोदी को जवाब देना चाहिए कि सारे ठेके केवल अडानी और अंबानी को ही क्यों दिए जा रहे हैं. क्या वे केवल दो लोगों के लिए सरकार चला रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने कभी किसान विरोधी कानूनों के लिए माफी नहीं मांगी है, जिन्हें बाद में विरोध के कारण वापस ले लिया गया. मोदी को नोटबंदी और जीएसटी पर भी माफी मांगनी चाहिए. शिवाजी की मूर्ति गिरने पर माफी मांगने के लिए पीएम मोदी पर कटाक्ष करते हुए गांधी ने कहा कि पतंगराव कदम ने 60 साल तक पारदर्शिता, प्यार और सच्चे प्रयासों के साथ काम किया, लेकिन उन्होंने कभी माफी नहीं मांगी. माफी तब मांगी जाती है, जब कोई गलती होती है.

राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि भाजपा चुनाव आयोग, शैक्षणिक संस्थानों, कानूनी व्यवस्था और नौकरशाही पर कब्जा करना चाहती है. इसके लिए इन संस्थानों में आरएसएस के लोगों को नियुक्त किया जा रहा है. जाति जनगणना की मांग दोहराते हुए राहुल ने कहा कि इससे यह पता चलेगा कि विभिन्न सामाजिक स्तरों पर कितने लोग हैं और देश की संपत्ति और निर्णय लेने में उनकी कितनी हिस्सेदारी है. उन्होंने कहा, हमें सच्चाई को समझने की जरूरत है, देश की संपत्ति से किसे फायदा हो रहा है.