प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़, 30 लोगों की मौत, जानें- कैसे हुआ हादसा

Prayagraj Mahakumbh 2025: महाकुंभ के दौरान मौनी अमावस्या के अवसर पर गंगा नदी में पवित्र स्नान के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालु आए थे, तभी तड़के करीब 2:30 बजे भगदड़ मच गई. घायलों को इलाज के लिए मेला मैदान के अंदर सेंट्रल हॉस्पिटल ले जाया गया है.

महाकुंभ में मची भगदड़. Image Credit: PTI

Prayagraj Mahakumbh 2025: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ के दौरान संगम पर बुधवार सुबह मची भगदड़ में करीब 30 लोगों की मौत हो गई है. साथ ही 60 लोगों के घायल होने की भी खबर आ रही है. महाकुंभ के दौरान मौनी अमावस्या के अवसर पर गंगा नदी में पवित्र स्नान के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालु आए थे, तभी तड़के करीब 2:30 बजे भगदड़ मच गई. कितने लोगों की मौत हुई है, इसकी अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.

रिपोर्ट के अनुसार, घाट पर एंबुलेंस भेजी गई हैं और घायलों को इलाज के लिए मेला मैदान के अंदर सेंट्रल हॉस्पिटल ले जाया गया है. भगदड़ के बाद अखाड़ा परिषद ने सभी 13 अखाड़ों का आज का अमृत स्नान रद्द करने का फैसला लिया है.

कहां हुआ हादसा?

कुंभ मेला प्राधिकरण की विशेष कार्यकारी अधिकारी अकांक्षा राणा के अनुसार, संगम मार्ग पर कुछ बैरियर टूट गए, जिससे भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई. कुछ लोग घायल हुए हैं और उनका इलाज चल रहा है. स्थिति गंभीर नहीं है. जानकारी के मुताबिक, हादसा संगम नोज पर 11 से 17 नंबर पोल के बीच हुआ है.

कैसे हुई भगदड़?

देर रात (1:30 बजे) श्रद्धालु जब मेले में पैदल चल रहे थे तो अचानक से संगम नोज पर एक बैरियर टूट गया, जिसके चलते भगदड़ मच गई. हालांकि, कहा जा रहा है कि संगम क्षेत्र में भीड़ इतनी ज्यादा थी कि कुछ महिलाओं का दम घुटने लगा और वे एक दूसरे पर गिरने लगीं और इसी वजह से बैरिकेडिंग टूट गई और देखते-देखते भगदड़ मच गई.

पीएम मोदी ने की सीएम योगी से बात

13 जनवरी से शुरू हुए महाकुंभ में अब तक करीब 15 करोड़ लोग गंगा में डुबकी लगा चुके हैं. बुधवार यानी मौनी अमावस्या पर 10 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान था. घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की और हालात का जायजा लिया है.