हड़ताल कर रहे कर्मचारियों से बातचीत करेगा सैमसंग इंडिया, तमिलनाडु सरकार के हस्तक्षेप के बाद उठाया कदम

तमिलनाडु में सैमसंग के कई कर्मचारी 9 सितंबर से हड़ताल पर है. ऐसे में तमिलनाडु सरकार की इस पर प्रतिक्रिया आई है. कहा कि सैमसंग आंदोलनकारी कर्मचारियों द्वारा रखी गई मांगों को पूरा करने के लिए तैयार हैं.

सैमसंग कर सकती है 200 कर्मचारियों की छंटनी Image Credit: David Ramos/Getty Images

तमिलनाडु में सैमसंग के कई कर्मचारी 9 सितंबर से हड़ताल पर है. यह हड़ताल श्रीपेरंबदूर में सैमसंग कारखाने में चल रहा है. वे सरकार को इस मामले में हस्तक्षेप करने की अपील कर रहे थे. ऐसे में तमिलनाडु सरकार की इस पर प्रतिक्रिया आई है. सरकार ने यह स्पष्ट किया कि उनका पूरा ध्यान कर्मचारी के कल्याण पर है. तमिलनाडु सरकार में उद्योग राज्य मंत्री टीआरबी राजा ने इस पर सफाई देते हुए कहा कि सैमसंग आंदोलनकारी कर्मचारियों द्वारा रखी गई मांगों को पूरा करने के लिए तैयार हैं.

कर्मचारियों कि कई मांगे है. वेतन संशोधन और बेहतर कार्य स्थितियों सहित विभिन्न मांगों पर जोर दिया गया था. उद्योग राज्य मंत्री टीआरबी राजा ने कहा कि कर्मचारी कल्याण को इस सरकार द्वारा सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है. वहीं कंपनी ने कहा है कि वह कर्मचारियों द्वारा बताई गई मांगों को पूरा करने के लिए तैयार है. इस बीच, प्रबंधन की ओर से सैमसंग इंडिया की कानूनी टीम ने कर्मचारियों से अपनी हड़ताल वापस लेने और सभी मतभेदों को हल करने के उद्देश्य से बातचीत के लिए आगे आने का अनुरोध किया.

सैमसंग ने एक बयान में कहा कि वह भारत में सभी कानूनों का अनुपालन करता है. कारखाने में काम करने वाले कर्मचारी को सभी लाभ मिलते हैं. उनका वेतन इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग के लिए सरकार द्वारा निर्धारित वेतन से कहीं अधिक है. कंपनी ने कहा आगे कहा कि ऐसी परिस्थितियों में सैमसंग इंडिया के प्रबंधन द्वारा हड़ताली कर्मचारी पर उचित कार्रवाई करना उचित है. हालांकि, सैमसंग इंडिया हड़ताली कर्मचारी से सीधे बातचीत करने को तैयार है.

साथ ही सैमसंग इंडिया ने कर्मचारियों से अनुरोध किया कि वे हड़ताल को खत्म करें और काम पर लौटें. साथ ही कंपनी ने बयान में कहा कि सैमसंग इंडिया प्रबंधन केवल हमारे कर्मचारियों के साथ बातचीत करेगा. किसी तीसरे पक्ष के साथ नहीं. हड़ताल का जिक्र करते हुए कंपनी ने कहा कि यह हड़ताल सेंटर फॉर इंडियन ट्रेड यूनियन (सीआईटीयू) द्वारा की जा रही है.