सैमसंग का अपने कर्मचारियों को चेतावनी, कहा ‘काम नहीं तो वेतन नहीं’

सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स ने हड़ताल कर रहे अपने कर्मचारियों को चेतावनी दी है. सैमसंग के कर्मचारियों को मेल के जरिए कहा गया कि अगर वे विरोध प्रदर्शन जारी रखते हैं तो उन्हें वेतन नहीं मिलेगा साथ ही उन्हें नौकरी से भी हाथ धोना पड़ सकता है.

हड़ताल पर सैमसंग के कर्मचारी Image Credit: GettyImages

सैमसंग के कर्मचारी चेन्नई के पास श्रीपेरंबदूर कारखाने में कर्मचारी आंदोलित है. सैमसंग के कर्मचारी पिछले दस दिनों से हड़ताल पर है. ऐसे में सैमसंग की तरफ से इसे लेकर प्रतिक्रिया आई है. सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स ने हड़ताल कर रहे अपने कर्मचारियों को चेतावनी दी है. सैमसंग के कर्मचारियों को मेल के जरिए कहा गया कि अगर वे विरोध प्रदर्शन जारी रखते हैं तो उन्हें वेतन नहीं मिलेगा साथ ही उन्हें नौकरी से भी हाथ धोना पड़ सकता है.

सैमसंग के कर्मचारी 9 सितंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हैं. दरअसल, वे बेहतर वेतन, यूनियन मान्यता और बेहतर काम करने की स्थिति की लगातार मांग कर रहे हैं. 18 सितंबर को भारतीय ट्रेड यूनियन परिसंघ (सीआईटीयू) ने सरकार से हस्तक्षेप करने की मांग भी की थी. सैमसंग के कर्मचारियों की यह हड़ताल भारत में सबसे बड़ी हड़तालों में से एक मानी जा रही है. सैमसंग ने पिछले सप्ताह एक जिला न्यायालय में विरोध करने वाले यूनियन पर मुकदमा भी दायर किया, जिसमें फैक्ट्री के अंदर और आसपास नारेबाजी और भाषण देने पर रोक लगाने के लिए कार्रवाई की मांग की गई.

मामले को देखते हुए गुरुवार को न्यायाधीश ने केवल तुरंत समाधान करने का अनुरोध किया. सैमसंग इंडिया की एचआर टीम ने शुक्रवार को कुछ हड़ताली कर्मचारियों को एक ईमेल लिखा, जिसमें उसको धमकी दी गई. उन्हें नौकरी से निकालने की चेतावनी भी दी गई. ईमेल में यह भी चेतावनी दी गई है कि अगर कर्मचारी चार दिनों के भीतर काम पर नहीं लौटते हैं, तो उन्हें यह बताना होगा कि उनके काम पर वापस ना आने का क्या कारण है.

इस हड़ताल को देखते हुए श्रम विभाग को पत्र भी लिखा गया था. 16 सितंबर को पुलिस ने कथित तौर पर सीआईटीयू के जिला सचिव सहित लगभग 120 कर्मचारियों को अरेस्ट कर लिया था. पुलिस ने कहा कि कर्मचारियों और सीआईटीयू से जुड़े यूनियनों के नेताओं को प्रदर्शन में भाग नहीं लेना चाहिए. सीआईटीयू तमिलनाडु सरकार अन्य राजनीतिक दलों और संगठनों से समर्थन का भी आह्वान किया है.