SBI खोलेगा 500 नई ब्रांच, 50 करोड़ कस्टमर के साथ कुल डिपॉजिट में पहुंची 22 फीसदी हिस्सेदारी
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने SBI के शताब्दी समारोह में कहा कि बैंक अगले वित्तीय वर्ष 2025 तक 500 नई शाखाएं खोलेगी. उन्होंने कहा कि इसके बाद इसकी कुल शाखाएं 23,000 हो जाएंगी
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को कहा कि भारतीय स्टेट बैंक अगले वित्तीय वर्ष 2025 के अंत तक 500 नए शांखाए खोलेगी, जिसके बाद इनके कुल शाखाओं की संख्या 23,000 हो जाएगी. सीतारमण ये बात मुंबई में एसबीआई की मुख्य शाखा के शताब्दी समारोह में कहा. उन्होंने कहा जब साल 1921 में तीन बैंकों का विलय कराकर इम्पीरियल बैंक ऑफ इंडिया बना, तब से लेकर बैंक लगातार अपने साइज को बढ़ाया है.
निर्मला सीतारमण ने कहा कि साल 1955 में जब संसद ने एक कानून पारित कर एसबीआई का गठन किया था, तब 1921 में यह 250 शाखाओं के साथ शुरू हुआ था, और तब से लेकर अब तक इसकी संख्या 22,500 शाखाओं तक पहुंच गई है.
भारत को हमेशा इनकम अनइक्वेलिटी का सामना करना पड़ता है-सीतारमण
सीतारमण ने कहा कि एसबीआई का यह नेटवर्क ‘वैश्विक रिकॉर्ड’ होना चाहिए, खासकर तब, जब भारत को अक्सर आय असमानता (Income Inequality) के नाम पर आलोचना का सामना करना पड़ता है. उन्होंने कहा कि एसबीआई देश में कुल जमा में 22.4 प्रतिशत हिस्सेदारी रखता है और उसके पास एक-पांचवां हिस्सा लोन का है. यह बैंक 50 करोड़ से अधिक ग्राहकों को सेवा प्रदान करता है.
उन्होंने कहा कि ” बैंक में डिजिटल निवेश मजबूत है और यह एक दिन में 20 करोड़ यूपीआई लेनदेन को संभाल सकता है, साल 1921 में तीन प्रमुख बैंकों के विलय के बाद से एक लंबा सफर रहा है, इसने बैंकिंग सेवाओं को लोगों तक पहुंचाने में काम किया है”.
जारी किया 100 रुपये का एक स्मारक सिक्का
वित्त मंत्री ने ब्रांच की शताब्दी के अवसर पर 100 रुपये का एक स्मारक सिक्का जारी किया और कहा कि देशभर में एसबीआई की 43 शाखाएं ऐसी हैं, जो एक सदी से भी ज्यादा पुरानी हैं. वहीं उन्होंने 1981 से 1996 तक के बैंक के इतिहास बताने वाली एक पुस्तक भी जारी की.