इस परिवार ने अंबानी से 5 गुना ज्यादा दे दिया दान, जानें कौन हैं वो, देखें टॉप 10 की लिस्ट
EdelGive Hurun India Philanthropy List 2024: भारत के टॉप 10 दानवीरों यानी डोनर्स की लिस्ट आ गई है. इसमें मुकेश अंबानी या गौतम अडानी टॉप पर नहीं है. जानें किसने कितना दान किया?
हर साल भारत के टॉप फिलैंथ्रॉपिस्ट की लिस्ट सामने आती है, फिलैंथ्रॉपिस्ट वो जो जरूरतमंदों की मदद के लिए डोनेशन देता है. हर साल की तरह इस साल भी EdelGive-Hurun ने लिस्ट जारी की है जिसमें 203 लोगों का नाम शामिल है. इसमें 96 ऐसे नाम हैं जो पहली बार शामिल किए गए हैं. भारत के टॉप 203 लोगों ने कुल मिलाकर 8,783 करोड़ रुपयों का दान किया है, जो दो साल पहले की तुलना में 55% ज्यादा है. चलिए बताते हैं कौन हैं भारत के टॉप 10 डोनर्स.
लिस्ट की खास बातें
HCL टेक्नोलॉजीज के फाउंडर शिव नादर और उनके परिवार ने इस साल सबसे ज्यादा डोनेशन दिया है. शिव नादर को तीसरी बार यह खिताब मिल रहा है. अगर इनके डोनेशन का औसत निकालें तो इन्होंने हर दिन 5.9 करोड़ का दान किया है. अगर सबसे ज्यादा डोनेट करने वाली महिला की बात करें तो ये खिताब 65 साल की रोहिणी नीलेकणी को जाता है जिन्होंने 154 करोड़ रुपये का दान दिया है. Hurun की रिसर्च के मुताबिक, भारत में अब 18 ऐसे लोग हैं जिन्होंने सालाना ₹100 करोड़ से का दान किया है (2019 से 10 लोग ज्यादा), 30 लोगों ने ₹50 करोड़ से ज्यादा (2019 से 125% ज्यादा) और 61 ने ₹20 करोड़ से ज्यादा दान किया है (2019 से 128% ज्यादा). डोनेट करने वाले सबसे युवा व्यक्ति जेरोधा के निखिल कामथ हैं.
कौन हैं टॉप 10 डोनर?
शिव नादर और परिवार ने ₹2,153 करोड़ दान में दिया. यह दान उन्होंने शिव नादर फाउंडेशन के जरिए किया है, जो शिक्षा और कला-संस्कृति के सेक्टर में काम करता है.
मुकेश अंबानी और परिवार ने ₹407 करोड़ का दान किया है. उनके दान का अधिकतर हिस्सा ग्रामीण विकास, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, खेल विकास, आपदा प्रबंधन, महिला सशक्तिकरण, और सांस्कृतिक संरक्षण में लगाया है.
बजाज परिवार ने ₹352 करोड़ का दान किया, जो पिछले साल से 33% ज्यादा है. इनका फोकस ग्रामीण समुदायों के सामाजिक और आर्थिक विकास पर है.
कुमार मंगलम बिरला और परिवार ने ₹334 करोड़ का दान किया है. ये शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण और खेलों में डोनेट करता है.
गौतम अडानी और परिवार ने ₹330 करोड़ डोनेट किया. ये दान अडानी फाउंडेशन के जरिए शिक्षा और स्किल डेवेलपमेंट में किया जाता है.
नंदन नीलेकणी ने ₹307 करोड़ का दान किया. इन्होंने अपनी पत्नी रोहिणी नीलेकणी के साथ मिलकर समाज में पॉजिटिव बदलाव लाने की पहल की है.
कृष्णा शिवुकुला ने ₹228 करोड़ का दान IIT मद्रास को दिया, इससे कई रिसर्च प्रोजेक्ट्स को सपोर्ट मिलेगा.
अनिल अग्रवाल और परिवार ने ₹181 करोड़ का दान दिया जो कई सामाजिक-आर्थिक विकास प्रोजेक्ट्स पर खर्च होता है.
सुस्मिता और सुब्रतो बागची ने ₹179 करोड़ का दान किया, इन्होंने अहमदाबाद यूनिवर्सिटी में बागची स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ की स्थापना की है.
रोहिणी नीलेकणी ने ₹154 करोड़ का दान किया, जो शिक्षा और समाज सेवा के क्षेत्र में काम करती हैं.