देश में बढ़ रहा है स्पिरिचुअल टूरिज्म, विदेशियों की पसंद बन रही हैं धार्मिक जगहें

भारत में स्पिरिचुअल टूरिज्म तेजी से बढ़ रहा है. वर्तमान में प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ के कारण देश-विदेश से लाखों तीर्थयात्री स्नान करने आ रहे हैं. अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देशों से आने वाले आध्यात्मिक पर्यटकों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है. इन यात्रियों में महिलाओं की हिस्सेदारी भी बढ़ी है.

भारत में स्पिरिचुअल टूरिज्म तेजी से बढ़ रहा है

इस समय प्रयागराज में महाकुंभ चल रहा है, जिसके कारण देश-विदेश से करोड़ों तीर्थयात्री वहां स्नान के लिए आ रहे हैं. अनुमान है कि कुंभ में करीब 4.2 करोड़ तीर्थयात्रियों शामिल होंगे. महाकुंभ और अन्य धार्मिक आयोजनों के कारण देश में स्पिरिचुअल टूरिज्म में 21.4% की बढ़ोतरी देखी जा रही है. इस दौरान एक खास ट्रेंड देखा जा रहा है, जिसमें विदेशी लोगों की भागीदारी भी बढ़ रही है.

इन देशों से ज्यादा यात्री

टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देशों से भारत आने वाले आध्यात्मिक पर्यटकों की संख्या कई गुना बढ़ गई है. इन देशों के लोग यहां जीवन को बदलने वाले अनुभवों की तलाश में आ रहे हैं. इसमें महिलाओं की हिस्सेदारी भी काफी बढ़ी है, और मिलेनियल आध्यात्मिक यात्रियों की संख्या में 66% महिलाएं हैं.

ग्रुप में ज्यादा यात्रा कर रहे लोग

आध्यात्मिक पर्यटन में एक नया ट्रेंड समूह यात्रा के प्रति बढ़ती रुचि है. समूह आध्यात्मिक अनुभवों के लिए आने वाले पर्यटकों की संख्या में 35% की वृद्धि हुई है. समूह यात्राओं के दौरान, पर्यटक समान विचारधारा वाले लोगों के साथ जुड़ रहे हैं और पवित्र स्थलों पर रीति-रिवाजों और अनुष्ठानों में भाग ले रहे हैं.

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ऋषिकेश – काशी में ज्यादा यात्री

देश में पिछले कुछ सालों में आध्यात्मिक यात्रियों की संख्या में अच्छी खासी बढ़ोतरी देखने को मिली है, और लोगों का रुझान धार्मिक जगहों पर यात्रा करने में बढ़ा है. इस दौरान धार्मिक स्थानों पर पर्यटकों की भीड़ बढ़ी है. ऋषिकेश और वाराणसी जैसी जगहों पर लोग आध्यात्मिक यात्रा के दौरान गंगा आरती देखने के लिए सबसे ज्यादा यात्रा कर रहे हैं.

बुनियादी ढांचे में सुधार से भी फायदा

आध्यात्मिक पर्यटकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए, भारत सरकार ने प्रमुख तीर्थ स्थलों के आसपास के बुनियादी ढांचे और आवासों को अपग्रेड किया है. इस तरह के विकास से पर्यटकों को पहले से अधिक आरामदायक अनुभव मिल रहा है और इसके कारण भी लोग आकर्षित हो रहे हैं. बेहतर बुनियादी ढांचा और यात्रा के दौरान अच्छा अनुभव मिलने से पर्यटकों से अच्छा फीडबैक भी मिल रहा है, जिससे अन्य लोग भी आकर्षित हो रहे हैं.