चीनी मिलों ने किसानों को किया 8,126 करोड़ का भुगतान, सरकार ने दी जानकारी
संसद में केंद्रीय खाद्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि चीनी मिलों ने किसानों को 8,126 करोड़ रुपये का भुगतान कर दिया है. उन्होंने यह जानकारी लोकसभा में पूछे गए एक सवाल के जवाब में दी.
केंद्रीय खाद्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने लोकसभा में बताया कि चीनी मिलों ने 2024-25 सीजन के पहले 70 दिनों में गन्ना किसानों को 8,126 करोड़ रुपये का भुगतान किया है. उन्होंने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि 13 दिसंबर तक कुल देय गन्ना मूल्य 11,141 करोड़ रुपये था. खाद्य मंत्री ने कहा कि गन्ने के बकाये में कमी मौजूदा नीतियों की वजह से आई है.
वहीं पिछले 2023-24 सीजन में 1,11,674 करोड़ रुपये के कुल गन्ना बकाये में से लगभग 1,10,399 करोड़ रुपये का पेमेंट किया गया है. इसके बाद 13 दिसंबर तक केवल 1,275 करोड़ रुपये बकाया रह गए हैं, यानी कुल बकाये का 99% पेमेंट हो चुका है.
चीनी उत्पादन में आई कमी
भारतीय चीनी एवं जैव-ऊर्जा निर्माता संघ के अनुसार, अक्टूबर से शुरू हुए इस सीजन में 15 दिसंबर तक चीनी उत्पादन में 17% की कमी आई है. इस समय उत्पादन घटकर 61.4 लाख टन रह गया है, जिसका मुख्य कारण महाराष्ट्र में उत्पादन में गिरावट है. हालांकि, इसमें इथेनॉल से बनने वाली चीनी को शामिल नहीं किया गया है.
मिलों में देरी रही असली वजह
भारतीय चीनी मिल संघ ने मंगलवार को बताया कि 2024-25 सीजन के पहले 15 दिनों में चीनी उत्पादन 61.39 लाख टन हुआ, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह 74.05 लाख टन था. उल्लेखनीय है कि कर्नाटक में मिलों ने पिछले साल की तुलना में 7-12 दिन देरी से शुरुआत की और महाराष्ट्र में मिलें 15-20 दिन देर से चलीं. इसके अलावा उत्तर प्रदेश में चीनी उत्पादन 22.11 लाख टन से बढ़कर 23.04 लाख टन हो गया है.
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