तमिलनाडु सरकार ने राज्य बजट से हटाया ₹ सिंबल, भाषा विवाद के बीच नया मसला
तमिलनाडु सरकार ने बजट 2025 में ₹ प्रतीक को हटाकर उसकी जगह तमिल लिपि में मुद्रा का उल्लेख करने का फैसला किया है. यह निर्णय केंद्र के साथ चल रही भाषा नीति की जंग का हिस्सा माना जा रहा है. राज्य सरकार के इस फैसले के साथ लंबे वक्त से चल रहे भाषा विवाद ने फिर से तूल पकड़ लिया है.
Tamil Nadu Budget 2025: तमिलनाडु सरकार ने राज्य के बजट 2025 से आधिकारिक रुपये (₹) के प्रतीक को हटाने और इसकी जगह तमिल लिपि में लिखे मुद्रा को शामिल करने का फैसला लिया है. यह पहली बार है जब किसी राज्य ने राष्ट्रीय मुद्रा प्रतीक को अस्वीकार किया है. यह कदम केंद्र सरकार की राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) के विरोध और लंबे वक्त से चल रहे भाषा विवाद को नया मोड़ दे रही है.
हिंदी थोपने के खिलाफ विरोध?
तमिलनाडु सरकार का यह फैसला ऐसे समय में आया है जब वह केंद्र के साथ NEP 2020 को लागू करने पर टकराव की स्थिति में है. राज्य सरकार तीन-भाषा फॉर्मूला को जबरन हिंदी लागू करने की कोशिश मानती है और इसका विरोध कर रही है. इस मुद्दे पर अड़े रहने के वजह से समग्र शिक्षा अभियान (SSA) के तहत तमिलनाडु को 573 करोड़ रुपए की केंद्रीय सहायता नहीं दी गई.
इस फैसले पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि DMK सरकार तमिल भाषा और संस्कृति के नाम पर राजनीति कर रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार केवल राजनीतिक लाभ लेने के लिए विरोध कर रही है.