देश में बन रही है तीसरी मुंबई, पुराने वाली से इतनी बड़ी कि नहीं होगा यकीन
मुंबई को पुर्तगालियों ने बसाया था. पुर्तगालियों ने साल 1534 में मुंबई पर कब्ज़ा किया था. वे शुरू में इस शहर को बॉम बाहिया कहा करते थे. जिसका मतलब है ईश्वर की संतान. 17वीं शताब्दी की शुरुआत में जब अंग्रेज पहली बार भारत आए तो उनकी नजर भी मुंबई पर पड़ी.
देश में अब तीसरी मुंबई बन रही है. यह मुंबई पुरानी वाली मुंबई से काफी बड़ी होगी. खास बात यह है कि इसकी जानकारी खुद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दी है. उन्होंने कहा कि तीसरी मुंबई अपने आप में नायाब होगी. इससे अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी. तो आइए जानते हैं तीसरी मुंबई की उन खासियतों के बारे में जो उसे बनाएगी नायाब.
मुख्यमंत्री देंवेंद्र फडणवीस ने मुंबई में एक कार्यक्रम के दौरान तीसरी मुंबई की बसावट को लेकर ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि अब हम नवी मुंबई के पास तीसरी मुंबई बना रहे हैं. तीसरी मुंबई, पुरानी मुंबई से तीन गुना बड़ी होगी. यह अपने आप में नायाब होगी. सीएम ने कहा है कि तीसरी मुंबई भारत की अगली आर्थिक राजधानी होगी. इसके बनने से महाराष्ट्र के साथ-साथ देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी. साथ ही इसमें सभी तरह की आधुनिक सुविधाएं भी मौजदू होंगी. यह एक तरह की वर्ल्ड क्लास सिटी होगी.
मुंबई का इतिहास
ऐसे अभी महाराष्ट्र में दो मुंबई हैं. मुंबई और नवी मुंबई. पहली मुंबई को पुर्तगालियों ने बसाया था. पुर्तगालियों ने साल 1534 में मुंबई पर कब्ज़ा किया था. वे शुरू में इस शहर को बॉम बाहिया कहा करते थे. जिसका मतलब है ईश्वर की संतान. 17वीं शताब्दी की शुरुआत में जब अंग्रेज पहली बार भारत आए तो उनकी नजर भी मुंबई पर पड़ी. उस समय तक मुंबई भारत में बिजनेस का एक हब बन चुका था. यहां पर आधुनिक कारखाने खुल चुके थे. लेकिन बाद में जब अंग्रेजों ने इसे अपने कब्जे में लिया तो नाम बदल कर बॉम्बे कर दिया. साल 1687 में ईस्ट इंडिया कंपनी ने अपना मुख्यालय सूरत से मुंबई ट्रांसफर किया. तब से मुंबई भारत की आर्थिक राजधानी बनी हुई है. वहीं, साल 1995 में इस शहर का आधिकारिक रूप से बॉम्बे से बदलकर मुंबई कर दिया गया.
मुंबई की जीडीपी
अगर मुंबई की अर्थव्यवस्था की बात करें, इसकी जीडीपी दिल्ली से भी अधिक है. स्टैटिस्टा की रिपोर्ट के मुताबिक, 2024 में मुंबई की जीडीपी 368 बिलियन यूएस डॉलर है. यही वजह है कि मुंबई अंग्रेजों के जमाने से ही भारत की आर्थिक राजधानी है. यहां पर रिलायंस और टाटा सहित देश की कई बड़ी कंपनियों का मुख्यालय है. साथ ही देश के सबसे अमीर लोग मुंबई में ही निवास करते हैं.
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वर्तमान में मुंबई 603.4 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है. इसकी जनसंख्या साल 2024 में करीब 2,16,73,149 आंकी गई. यहां एक किलोमीटर के दायरे में 28 हजार से ज्यादा लोग रहते हैं. खास बात यह है कि मुंबई के लोग कमाई के मामले में भी कई शहरों से आगे हैं. अभी मुंबई में प्रति व्यक्ति की औसत इनकम 3.44 लाख रुपये है. यहां पर आपको 30 हजार से 2.3 लाख रुपये के बीच किराए पर अच्छा घर मिल जाएगा.
1972 में नवी मुंबई की बसावट
बता दें कि यह पहली बार नहीं होगा जब मुंबई पर बढ़ती जनसंख्या के दबाव को कम करने के लिए उसके बगल में तीसरी मुंबई सिटी बसाई जा रही है. साल 1972 में दूसरी मुंबई के रूप में नवी मुंबई को बसाया गया. यह महाराष्ट्र के पश्चिमी तट पर बसा मुंबई का एक प्लान्ड शहर है. कहा जाता है कि नवी मुंबई दुनिया के सबसे बड़े नियोजित शहरों में से एक है. इसे बसाने के लिए ठाणे और रायगढ़ जिले के 95 गांवों को शामिल किया गया था. वहीं, 17 दिसंबर, 1991 को नवी मुंबई नगर निगम का गठन किया गया. 2011 की जनगणना के मुताबिक नवी मुंबई की आबादी 11,20,547 थी.
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