WITT 2025 में बोले पीएम मोदी, इंडिया सिर्फ नेशन ऑफ ड्रीम्स नहीं, नेशन ऑफ डिलीवरी बना

PM Modi ने शुक्रवार 28 मार्च को TV9 नेटवर्क के व्हाट इंडिया थिंक टुडे समिट के तीसरे संस्करण को संबोधित किया. भारत मंडपम में आयोजित इस कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत विश्व व्यवस्था का हिस्सा भर नहीं है, बल्कि न्यू वर्ल्ड ऑर्डर तय करने में अहम भूमिका निभा रहा है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आज पूरी दुनिया समाधानों के लिए भारत की ओर देख रही है.

TV9 के व्हाट इंडिया थिंक टुडे समिट को संबोधित करते हुए पीएम मोदी Image Credit: money9live

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने TV9 Network के ‘What India Think Today’ समिट को संबोधित किया. पीएम मोदी ने कहा, मैं आपके नेटवर्क और आपके सभी दर्शकों का अभिनंदन करता हूं और इस समिट के लिए बधाई देता हूं. आपके नेटवर्क के ग्लोबल दर्शक भी तैयार हो रहे हैं. इस समिट में अनेक देशों से भारत के लोग जुड़े हुए हैं. कई देशों के लोगों में यहां से देख भी रहा हूं. मैं सभी को शुभकामनाएं देता हूं. आज विश्व की नजर भारत पर है. पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत सिर्फ नेशन ऑफ ड्रीम्स नहीं है. बल्कि भारत नेशन ऑफ डिलीवरी है, जो दुनिया की तमाम समस्याओं के समाधान देने को तैयार है.

भारत की नीति सबका साथ

पीएम मोदी ने कहा, आज के भारत की नीति है कि सभी को साथ लेकर चलने की है. पीएम मोदी ने कहा, आज का भारत सभी के करीब होकर चल रहा है. दुनिया के देश भारत के विचारों और इनोवेशन को महत्व दे रहे हैं. ऐसा महत्व पहले कभी नहीं मिला. आज दुनिया की नजर भारत पर है. भारत ने कोरोना काल में दुनिया के देशों की तमाम आशंकाओं को दूर किया. हमने अपने नागरिकों की वैक्सीन देने के साथ ही दुनिया के 150 देशों में वैक्सीन और दवाई पहुंचाई.

10 साल में डबल हुई GDP

पीएम मोदी ने भारत की आर्थिक तरक्की पर बात करते हुए कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था 7 दशक में दुनिया में 11वें स्थान पर पहुंची, लेकिन पिछले 10 साल में यह 5 पांचवें स्थान पर पहुंच गई है. IMF का डाटा बताता है कि भारत दुनिया का एकमात्र बड़ा देश है, जिसकी GDP महज 10 साल में डबल हुई है.

भ्रष्टाचार पर कसी नकेल

PM Modi ने कहा कि पिछली सरकारें मंत्रालयों में ज्यादा से ज्यादा लोगों को भरने पर जोर देती थीं. लेकिन, उनकी सरकार ने तमाम मंत्रालयों को मर्ज किया. पहले की सरकारों में भ्रष्टाचार आम बात हुआ करती थी. सरकारी योजनाओं के करोड़ों फर्जी लाभार्थी हुआ करते थे. लेकिन, उनकी सरकार टैक्स पेयर्स का सम्मान करती है. इसके साथ ही उन्होंने कहा, जिस ED को गालियां दी जाती हैं, उसने भ्रष्टाचारियों से 22 हजार करोड़ रुपये वसूल किए हैं. जिन्होंने जनता को लूटा उन्हें अब इसे लौटाना पड़ रहा है.

अब लोग मेड इन इंडिया सामान मांगते हैं

प्रधानमंत्री मोदी ने देश के विकास में मैन्युफैक्चरिंग की भूमिका को अहम बताते हुए कहा कि पहले दुनिया के लोग भारत को एक बड़े बाजार के तौर पर देखते थे. लेकिन, अब दुनिया का नजरिया बदल रहा है. अब दुनिया भारत को एक बड़े मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में देखती है. प्रधानमंत्री ने कहा, पहले लोग जब सामान खरीदने जाते थे, तो बेचने वाला शान से बताता था कि ये लीजिए, इंपोर्टेड सामान है, लेकिन अब लोग जब सामान लेते हैं, तो पूछते हैं कि मेड इन इंडिया है या नहीं.

TV9 की ग्लोबल ऑडियंस

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत में कहा, “यहां उपस्थित सभी महानुभावों का अभिनंदन करता हूं. इस समिट के लिए बधाई देता हूं. टीवी 9 नेटवर्क का विशाल रीजनल ऑडियंस है और अब तो टीवी 9 का एक ग्लोबल ऑडियंस भी तैयार हो रहा है. इस समिट में अनेक देशों से इंडियन डायस्पोरा के लोग लाइव जुड़े हुए हैं. कई देशों के लोगों को मैं यहां से देख भी रहा हूं, वे लोग वहां से वेव कर रहे हैं. मैं सभी को शुभकामनाएं देता हूं.’

दुनिया की भारत पर नजर

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “साथियों आज विश्व की दृष्टि भारत पर है. दुनिया में आप किसी भी देश में जाएं वहां के लोग भारत को लेकर एक नई जिज्ञासा से भरे हुए हैं. आखिर ऐसा क्या हुआ कि जो देश 70 साल में 11वें नंबर की इकॉनमी बना, वो महज 7-8 साल में पांचवें नंबर की इकॉनमी बन गया. अभी आईएमएफ के नए आंकड़े सामने आए हैं. आंकड़े कहते हैं कि भारत दुनिया की एकमात्र मेजर इकॉनमी है, जिसने 10 वर्षों में अपने जीडीपी को डबल किया है.”

25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले

PM Modi ने कहा, “बीते दशक में भारत ने दो लाख करोड़ डॉलर अपनी इकोनमी में जोड़े हैं. जीडीपी का डबल होना सिर्फ आंकड़ों का बदलना नहीं है, इसका इंपैक्ट देखिए 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं और यह 25 करोड़ लोग एक न्यू मिडिल क्लास का हिस्सा बने हैं. यह न्यू मिडिल क्लास एक प्रकार से नई जिंदगी शुरू कर रहा है यह नए सपनों के साथ आगे बढ़ रहा है. हमारी इकोनमी में कंट्रीब्यूट कर रहा है और उसको वाइब्रेंट बना रहा है.

इनोवेशन से देश को गति दे रहे युवा

PM Modi ने देश की युवा शक्ति पर बात करते हुए कहा, “आज दुनिया की सबसे बड़ी युवा आबादी भारत में है. ये युवा तेजी से स्किल्ड हो रहे हैं और इनोवेशन को गति दे रहे हैं. “

भारत की फॉरेन पॉलिसी का नया मंत्र

प्रधानमंत्री ने भारत की विदेश नीति में आए बदलावों पर चर्चा करते हुए कहा, “भारत की फॉरेन पॉलिसी का मंत्र बन गया
है इंडिया फर्स्ट. एक जमाने में भारत की पॉलिसी थी सबसे समान रूप से दूरी बनाकर चलो. ये इक्विडिस्टेंस की पॉलिसी आज बदल गई है. अब भारत की पॉलिसी है सबके समान रूप से करीब होकर चलो. इस इक्वक्लोजनेस की पॉलिसी से दुनिया के
देश भारत की ओपिनियन, इनोवेशन और एफर्ट्स को जैसा महत्व आज दे रहे, वैसा पहले कभी नहीं हुआ.”

वर्ल्ड ऑर्डर को आकार दे रहा भारत

PM Modi ने नई उभरती विश्व व्यवस्था में भारत की भूमिका पर चर्चा करते हुए कहा, “आज दुनिया की नजर भारत पर है. आज दुनिया जानना चाहती है व्हाट इंडिया थिंक टुडे. भारत आज वर्ल्ड आर्डर में सिर्फ पार्टिसिपेट ही नहीं कर रहा है, बल्कि फ्यूचर को शेप और सिक्योर करने में योगदान दे रहा है. दुनिया ने यह कोरोना काल में अच्छे से अनुभव किया है. दुनिया को लगता था कि हर भारतीय तक वैक्सीन पहुंचने में ही कई कई साल लग जाएंगे, लेकिन भारत ने हर आशंका को गलत साबित
किया. हमने अपनी वैक्सीन बनाई हमने अपने नागरिकों का तेजी से वैक्सीनेशन कराया और दुनिया के 150 से अधिक देशों तक दवाएं और वैक्सीन भी पहुंचाई. जब दुनिया संकट में थी, तब भारत ने दुनिया के कोने-कोने तक वैक्सीन पहुंचाई. तब दुनिया ने भारत के संस्कार और तरीके को देखा.”

भारत के लिए मानवता सर्वोपरी

प्रधानमंत्री ने कहा, “दुनिया ने देखा है कि दूसरे विश्व युद्ध के बाद जब भी कोई वैश्विक संगठन बना उसमें कुछ देशों की ही मोनोपोली रही. लेकिन, भारत ने मोनोपोली नहीं बल्कि मानवता को सर्वोपरि रखा. भारत ने 21वीं सदी के ग्लोबल इंस्टिट्यूशन के गठन का रास्ता बनाया. हमने ध्यान रखा कि सबकी भागीदारी हो. मिसाल के तौर पर प्राकृतिक आपदाओं की चुनौती
है, देश कोई भी हो इन आपदाओं से इंफ्रास्ट्रक्चर को भारी नुकसान होता है. आज ही म्यांमार में जो भूकंप आया है, आप
टीवी पर देखें तो बहुत बड़ी-बड़ी इमारतें ध्वस्त हो रही हैं, ब्रिज टूट रहे हैं. इसलिए भारत ने कोएलेशन फॉर डिजास्टर रेजिलियंट इंफ्रास्ट्रक्चर यानी सीडीआरआई नाम से एक वैश्विक नया संगठन बनाने की पहल की है. यह सिर्फ एक संगठन नहीं बल्कि दुनिया को प्राकृतिक आपदाओं के लिए तैयार करने का संकल्प है. इसी तरह एनर्जी रिसोर्सेज की चिंता करते हुए भारत ने इंटरनेशनल सोलर अलायंस आईएसए का समाधान दिया है, ताकि छोटे से छोटा देश भी सस्टेनेबल एनर्जी का लाभ उठा सके. इससे क्लाइमेट पर तो पॉजिटिव असर होगा ही यह ग्लोबल साउथ के देशों की एनर्जी नीड्स को भी सिक्योर करेगा और आप सबको यह जानकर गर्व होगा कि भारत के इस प्रयास के साथ आज दुनिया के 100 से अधिक देश जुड़ चुके हैं.

ट्रेड असंतुलन से निपटने के लिए समाधान

प्रधानमंत्री मोदी ने ग्लोबल ट्रेड में मौजूदा असंतुलन से निपटने के लिए भारत के प्रयासों पर चर्चा करते हुए कहा, “बीते कुछ समय से दुनिया ग्लोबल ट्रेड में असंतुलन और लॉजिस्टिक से जुड़े चैलेंजेस का सामना कर रहा है. इन चुनौतियों से निपटने के लिए भी भारत ने दुनिया के साथ मिलकर नए प्रयास शुरू किए. इंडिया मिडिल ईस्ट यूरोप इकोनमिक कॉरिडोर ऐसा ही एकत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है. यह प्रोजेक्ट कॉमर्स और कनेक्टिविटी के माध्यम से एशिया यूरोप और मिडिल ईस्ट को जोड़ेगा इससे आर्थिक संभावनाएं तो बढ़ेगी ही दुनिया को अल्टरनेटिव ट्रेड रूट्स भी मिलेंगे इससे ग्लोबल सप्लाई चेन भी और मजबूत होगी.

ग्लोबल सिस्टम को डेमोक्रेटिक बनाने पर जोर

प्रधानमंत्री मोदी ने वैश्विक तंत्र को अधिक लोकतांत्रिक बनाने में भारत की भूमिका और पहलों का उल्लेख करते हुए कहा, “ग्लोबल सिस्टम्स को अधिक पार्टिसिपेटिव अधिक डेमोक्रेटिक बनाने के लिए भी भारत ने अनेक कदम उठाए हैं. यहीं पर ही भारत मंडपम में जी20 समिट हुई थी. उसमें अफ्रीकन यूनियन को जी20 का परमानेंट मेंबर बनाया गया. यह बहुत बड़ा ऐतिहासिक कदम है. इसकी मांग लंबे समय से हो रही थी, जो भारत की प्रेसिडेंसी में पूरी हुई. आज ग्लोबल डिसीजन मेकिंग में
भारत ग्लोबल साउथ के देशों की आवाज बन रहा है. इंटरनेशनल योगा डे WHO का ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लिए ग्लोबल फ्रेमवर्क ऐसे कितने ही क्षेत्रों में भारत के प्रयासों ने नए वर्ल्ड आर्डर में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई है.