राजधानी एक्‍सप्रेस को मात देने की तैयारी में वंदे भारत स्‍लीपर, इन हाईटेक फीचर से है लैस

वंदे भारत स्‍लीपर कोच ट्रेनें तीन महीने में यात्रियों के लिए शुरू किए जाने की उम्‍मीद है. इस नए स्लीपर वैरिएंट से यात्रियों की सुविधा, गति और सुरक्षा के मामले में राजधानी एक्सप्रेस को पीछे छोड़ने की उम्मीद है.

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रविवार को वंदे भारत स्लीपर कोच के प्रोटोटाइप वर्जन को पेश किया. कोच को अगले 10 दिनों में व्यापक टेस्टिंग से गुजरना होगा, उसके बाद आगे ट्रैक परीक्षण किया जाएगा. रेल मंत्री का कहना है कि वंदे भारत स्‍लीपर कोच ट्रेनें तीन महीने में यात्रियों के लिए शुरू किए जाने की उम्‍मीद है. इस नए स्लीपर वैरिएंट से यात्रियों की सुविधा, गति और सुरक्षा के मामले में राजधानी एक्सप्रेस को पीछे छोड़ने की उम्मीद है.
1 / 5
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन की परीक्षण गति 180 किमी प्रति घंटा और अधिकतम गति 160 किमी प्रति घंटा है. राजधानी एक्सप्रेस की तुलना में यह ऑटोमैटिक ट्रेन सेट के कारण ज्‍यादा तेज़ी से गति बढ़ा और घटा सकती है, जिससे इसकी औसत गति बढ़ जाती है.
2 / 5
इसमें 11 एसी 3-टियर कोच, 4 एसी 2-टियर कोच और 1 एसी फर्स्ट क्लास कोच के साथ, ट्रेन के 16 कोच वाले प्रोटोटाइप में 823 यात्री बैठ सकते हैं. वंदे भारत स्लीपर ट्रेन में यूरोपीय मानकों के तहत शीर्ष-स्तरीय सुविधाएं होंगी.
3 / 5
ट्रेन के इंटीरियर में GFRP पैनल, सेंसर-आधारित इंटरकम्युनिकेशन दरवाजे, ऑटोमैटिक बाहरी यात्री दरवाजे और एर्गोनोमिक टॉयलेट होंगे. इसके अलावा ट्रेन में आधुनिक यात्री सूचना प्रणाली, मॉड्यूलर पैंट्री, विकलांग यात्रियों के लिए विशेष बर्थ और शौचालय और USB चार्जिंग पोर्ट के साथ इंटीग्रेटेड रीडिंग लाइट भी है.
4 / 5
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन को सुरक्षा के लिहाज से भी बेहतर बनाया गया है. इसके लिए क्रैश बफ़र्स और कपलर जैसे दुर्घटना-प्रतिरोधी उपकरण शामिल हैं. ट्रेन में अग्नि सुरक्षा मानकों का भी ध्‍यान रखा गया है. All pics credit: x Ashwini Vaishnaw.
5 / 5