Roti Rice Rate: शाकाहारी थाली का बिगड़ा बजट, सितंबर में घटी नॉन-वेज थाली की कीमत

सितंबर में खाने-पीने की लागत में बड़ा बदलाव देखा गया. कुछ वस्तुओं के दाम बढ़े, तो कुछ की कीमतों में गिरावट आई, जिससे खाने की थाली पर असर पड़ा है.

Roti Rice Rate: शाकाहारी थाली का बिगड़ा बजट, सितंबर में घटी नॉन-वेज थाली की कीमत Image Credit: RUSS ROHDE/Connect Images/Getty Images

सितंबर में शाकारी और मंसाहारी थालियों के कीमत में उतार चढ़ाव देखने को मिला. शादी और त्योहारी सीजन मद्देनजर सब्जियों के दामों में बढ़ोतरी हुई वहीं कुछ कारणों से चीकन के दाम गिरे. नतीजतन,सितंबर में शाकाहारी थाली की कीमत बढ़ी, मांसाहारी थाली सस्ती हुई.

सितंबर महीने में सब्जियों की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण शाकाहारी थाली की लागत में सालाना आधार पर लगभग 11% की वृद्धि हुई, जबकि चिकन के दाम कम होने से मांसाहारी थाली की कीमत में 2% की गिरावट आई. यह जानकारी शुक्रवार को क्रिसिल की मासिक रिपोर्ट (Crisil Report) में सामने आई है. रिपोर्ट के अनुसार, सितंबर में शाकाहारी थाली की अनुमानित कीमत ₹31.3 थी जबकि मांसाहारी थाली की कीमत ₹59.3 रही.

सब्जियों के दाम बढ़ने से शाकाहारी थाली महंगी

क्रिसिल के रिपोर्ट अनुसार, शाकाहारी थाली की कीमत बढ़ने का मुख्य कारण सब्जियों के दामों में इजाफा है, जो थाली की कुल लागत का 37% हिस्सा बनाती हैं. सितंबर में प्याज, आलू और टमाटर की कीमतों में क्रमशः 53%, 50% और 18% की वृद्धि दर्ज की गई. प्याज और आलू की कम आपूर्ति और आंध्र प्रदेश व महाराष्ट्र में भारी बारिश के कारण टमाटर की पैदावार पर असर पड़ा, जिसकी वजह से दाम बढ़े.

दालों की कीमत में भी 14% की वृद्धि हुई जो शाकाहारी थाली की लागत का 9% हिस्सा है. पिछले साल उत्पादन में कमी के कारण इस साल कम स्टॉक बचा, जिससे दालों की कीमतें बढ़ीं और शाकाहारी थाली की लागत और बढ़ गई.

मांसाहारी थाली की कीमतों में गिरावट

रिपोर्ट में कहा गया है कि मांसाहारी थाली जो शाकाहारी थाली की तुलना में लगभग दोगुनी महंगी है, सस्ती हो गई है. इसका मुख्य कारण ब्रॉयलर चिकन की कीमतों में सालाना 13% की गिरावट भी है.

हालांकि सालाना आधार पर कीमतों में बदलाव हुआ है लेकिन अगस्त की तुलना में सितंबर में शाकाहारी और मांसाहारी थाली की कीमतें स्थिर रही हैं. प्याज के दाम महीने दर महीने 14% बढ़े लेकिन आलू के दाम 2 फीसदी और टमाटर के दामों में 9 फीसदी की गिरावट ने थाली की कीमत को स्थिर रखा.

मांसाहारी थाली में भी ब्रॉयलर चिकन की कीमतों में स्थिरता के कारण लागत में कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ.