शहर बनाम गांव कौन करता हैं, सब्जियों पर ज्यादा खर्च , जानिएं क्या कहते हैं आंकड़ें

वैसे तो महंगाई का असर गांव और शहर दोनो पर पड़ता है. इसे लेकर हाल ही में सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने घरेलू उपभोग व्यय सर्वेक्षण 2023-24 नाम से एक रिपोर्ट जारी किया है. इसके तहत ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों का मंथली सब्जियों पर होने वाले खर्च के आकड़े दिए गए है. चलिए जानते हैं दोनों क्षेत्रों में रहने वाले लोगों में किसने ज्यादा सब्जियों पर खर्च किया.

शहर बनाम गांव कौन करता हैं, सब्जियों पर ज्यादा खर्च Image Credit: Deepak Sethi/E+/Getty Images

महंगाई का असर हर किसी की जेब पर पड़ता है, चाहे वो गांव में रहने वाला किसान हो या शहर में ऑफिस जाने वाला प्रोफेशनल. लेकिन जब बात खाने-पीने की चीजों पर खर्च की आती है, तो गांव और शहर के लोगों की आदतें और प्राथमिकताएं अलग-अलग देखने को मिलती है. लेकिन क्या आपको पता है कि गांव और शहर में लोग सब्जियों पर कितना खर्च करते हैं? हाल ही में सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने उपभोग व्यय सर्वेक्षण (Household Consumption Expenditure Survey 2023-24) नाम से एक रिपोर्ट जारी किया है. रिपोर्ट में सब्जियों पर होने वाले खर्च को लेकर दिलचस्प आंकड़े सामने आए हैं.

कौन करता हैं, सब्जियों पर ज्यादा खर्च ?

गांव, जो खुद सब्जियों का मुख्य सोर्स है, वहां के लोग शहर वालों के मुकाबले सब्जियों पर ज्यादा खर्च करते हैं. यह सुनने में थोड़ा अजीब लगता है, लेकिन आंकड़ों के मुताबिक, मंथली कैपिटा कंजम्पशन एक्सपेंडिटर के तहत, साल 2023-24 में गांव के लोगों ने अपने कुल खाने के खर्च का 6.03% सब्जियों पर किया, जबकि शहर के लोग सिर्फ 4.12% खर्च कर पाए है. हालांकि यह नया ट्रेंड नहीं है. आंकड़ों के मुताबिक, 2011-12 में भी गांव वालों ने अपने खर्च का 6.62% सब्जियों पर लगाया, जबकि शहर वालों ने केवल 4.63%. वहीं 2022-23 में भी यही पैटर्न रहा, जब गांव के लोग 5.38% और शहर के लोग 3.80% खर्च किए.

क्या खा रहे हैं लोग?

खाने-पीने की बात करें तो गांव और शहर दोनों जगह सबसे ज्यादा खर्च पेय पदार्थ वाली चीज और प्रोसेस्ड फूड पर कर रहे हैं. गांव के लोग अपने खर्च का 11.09% और शहर के लोग 9.84% इसी पर खर्च करते हैं. इसके बाद दूध और दूध से बने प्रोडक्ट का नंबर आता है. गांव में यह आंकड़ा 8.44% है, जबकि शहर में 7.19% है.

गैर-खाद्य चीजों पर खर्च

खाने के अलावा, गैर-खाद्य चीजों पर खर्च में भी गांव और शहर के लोगों की प्राथमिकताएं अलग हैं. गांव में लोग सबसे ज्यादा पैसा ट्रांसपोर्ट (7.59%) और मेडिकल (6.83%) पर खर्च करते हैं. इसके बाद कपड़े और जूते (6.63%) और मनोरंजन (6.22%) का नंबर आता है. वहीं, शहरों में खर्च का बड़ा हिस्सा परिवहन (8.46%) और मनोरंजन (6.92%) पर जाता है. इसके अलावा, किराया (6.58%) और शिक्षा (5.97%) भी शहरी बजट का अहम हिस्सा हैं.

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