हेल्थ और लाइफ इंश्योरेंस होगा सस्ता, GST काउंसिल करेगी तय: निर्मला सीतारमण

बीमा प्रीमियम पर GST घटने से पॉलिसी की कुल लागत कम हो जाएगी. भारत में कई बीमा कंपनियां हैं इसलिए वे कम GST का फायदा ग्राहकों तक पहुंचाएंगी. सरकार का मानना है कि कॉम्पिटेटिव प्राइसिंग से ग्राहकों को सीधा फायदा मिलेगा.

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण Image Credit: PTI

बीमा, इंश्योरेंस आज की सबसे जरूरी चीज बन गई है लेकिन ये कितना महंगा है, इस पर कितना ज्यादा टैक्स लगता है ये भी हम जानते हैं. लेकिन सोमवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि अगर GST काउंसिल हेल्थ इंश्योरेंस और जीवन बीमा प्रीमियम पर GST दर घटाने की सिफारिश करती है, तो बीमा लेने वालों के लिए इसका खर्च कम हो सकता है.

दरअसल अभी हेल्थ और जीवन बीमा प्रीमियम पर 18 फीसदी GST लगाया जाता है. 2023-24 में सरकार ने हेल्थ और जीवन बीमा से कुल 16,398 करोड़ GST जुटाया है.

अब GST काउंसिल ने 9 सितंबर को एक ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स (GoM) बनाया, जो बीमा पर GST से जुड़े मुद्दों की समीक्षा कर रहा है. अगर GST दर कम की जाती है, तो बीमा पॉलिसी सस्ती हो सकती है.  

GST घटने पर कैसे मिलेगा फायदा?  

बीमा प्रीमियम पर GST घटने से पॉलिसी की कुल लागत कम हो जाएगी. भारत में कई बीमा कंपनियां हैं इसलिए वे कम GST का फायदा ग्राहकों तक पहुंचाएंगी.  

सरकार का मानना है कि कॉम्पिटेटिव प्राइसिंग से ग्राहकों को सीधा फायदा मिलेगा. GST कटौती के बाद बीमा कंपनियों पर यह सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी होगी कि वे इसका फायदा ग्राहकों तक पहुंचाएं.  

कौन-कौन से बदलाव पर हो रही है चर्चा?  

  • टर्म लाइफ इंश्योरेंस पर GST को पूरी तरह हटाने का प्रस्ताव है.  
  • सीनियर सिटीजन के लिए हेल्थ बीमा प्रीमियम पर GST हटाने की संभावना है.
  • अन्य ग्राहकों के लिए 5 लाख तक की कवरेज वाले बीमा पर GST हटाने का विचार चल रहा है.
  • हालांकि, 5 लाख से ज्यादा कवरेज वाले हेल्थ बीमा पर 18 फीसदी GST जारी रहेगा.

बता दें कि 21 दिसंबर 2024 को GST काउंसिल की बैठक जैसलमेर में होगी, जहां GoM की रिपोर्ट पर चर्चा होगी. GoM की पहली बैठक 19 अक्टूबर को बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी की अध्यक्षता में हो चुकी है. शुरुआती चर्चा में बीमा प्रीमियम पर GST कम करने पर सहमति बनी है.