लैप्‍स हो गई है इंश्‍योरेंस पॉलिसी तो न लें टेंशन, जानें दोबारा शुरू करने का स्‍टेप बाय स्‍टेप तरीका

जब बीमाकर्ता द्वारा दी गई समय-सीमा के भीतर प्रीमियम का भुगतान नहीं किया जाता है, तो पॉलिसी समाप्त हो जाती है. एक बार पॉलिसी समाप्त हो जाए, तो उससे जुड़े कवरेज और सुविधाएं नहीं मिलती हैं.

बंद हो चुकी बीमा पॉलिसी को फिर से चालू किया जा सकता है Image Credit: Peter Dazeley/ The Image Bank/Getty Images

इंसान के जीवन में हमेशा भागदौड़ बनी रहती है. हर दिन की जिम्मेदारियों को पूरा करते-करते कुछ चीजें छूट जाती हैं. कई बार ऐसा होता है कि हम बीमा पॉलिसी का प्रीमियम भरना भूल जाते हैं. जब ऐसा होता है, तो पॉलिसी समाप्त हो सकती है, जिससे आपको और आपके परिवार वालों को परेशानी हो सकती है. लेकिन चिंता मत कीजिए, ज्यादातर मामलों में समाप्त हो चुकी बीमा पॉलिसी को फिर से चालू किया जा सकता है.

यहां हम आपको कुछ तरीके बताएंगे जिनके जरिए आप अपनी समाप्त हो चुकी बीमा पॉलिसी को फिर से चालू कर सकते हैं. कई बार प्रीमियम का भुगतान न करने के कारण बीमा पॉलिसी समाप्त हो जाती है, लेकिन कवरेज जारी रखने और महंगे दामों पर नई पॉलिसी खरीदने से बचने के लिए इसे दोबारा चालू करना महत्वपूर्ण हो जाता है.

जब बीमाकर्ता द्वारा दी गई समय-सीमा के भीतर प्रीमियम का भुगतान नहीं किया जाता है, तो पॉलिसी समाप्त हो जाती है. एक बार पॉलिसी समाप्त हो जाए, तो उससे जुड़े कवरेज और सुविधाएं नहीं मिलती हैं. यदि इस दौरान कोई अनहोनी होती है, चाहे वह मेडिकल इमरजेंसी हो या जीवन से जुड़ा कोई नुकसान, तो पॉलिसी के अंतर्गत मिलने वाली सुविधाओं से आप और आपका परिवार वंचित रह सकते हैं.

कैसे करें पॉलिसी पुनः बहाल

लैप्स हो चुकी पॉलिसी को दोबारा चालू करना आमतौर पर आसान होता है, लेकिन इसमें कुछ शर्तें हो सकती हैं, जो इस बात पर निर्भर करती हैं कि कितना समय बीत चुका है. सबसे पहले आप बीमाकर्ता से संपर्क करें. कई कंपनियां पॉलिसी धारक को समय समाप्त होने के बाद कुछ छूट (आमतौर पर 30 दिन) देती हैं. इस दौरान आप बिना किसी अतिरिक्त औपचारिकता के पॉलिसी फिर से शुरू कर सकते हैं, हालांकि जितना ज्यादा समय लगेगा, परेशानी उतनी बढ़ेगी.

पॉलिसी को बहाल करने के लिए आप आवेदन जमा कर सकते हैं. कुछ कंपनियां इसे बहाल करने के लिए औपचारिक अनुरोध की मांग करती हैं, जिसमें आवेदन पत्र भरना और संबंधित दस्तावेज जमा करना शामिल होता है.

पॉलिसी को फिर से शुरू करने के लिए बकाया प्रीमियम और विलंब शुल्क का भुगतान करना पड़ेगा. कुछ कंपनियां देरी से भुगतान करने पर ब्याज या जुर्माना भी लगा सकती हैं. जितना अधिक आप इंतजार करेंगे, यह लागत उतनी ही बढ़ती जाएगी, इसलिए बिना देर किए इसे जल्द से जल्द भुगतान करने की कोशिश करें.