Women’s Day: बीमा और निवेश में बढ़ी महिलाओं की भागीदारी, वित्तीय स्वतंत्रता और सशक्तिकरण की मिसाल

Women's Day पर हर वर्ष महिला सशक्तिकरण की गाथाएं बताई जाती है. 8 मार्च को मनाए जाने वाला विशेष दिन महिलाओं की बढ़ती भूमिका को दर्शाता है. बीमा और निवेश जैसे क्षेत्रों में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी बता रही है कि महिलाओं की वित्तीय स्वतंत्रता और सशक्तिकरण के लिए किए जा रहे प्रयास सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं.

वित्तीय रूप से महिलाओं की स्वतंत्रता में बड़ी भूमिका डिजिटल फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स की है. Image Credit: Canva Dream Lab

भारतीय महिलाओं ने वित्तीय स्वतंत्रता की दिशा में अहम मुकाम हासिल किया है. खासतौर पर Insurance और Investments के मामले में महिलाओं में जागरूकता बढ़ी है. महिलाओं के बीच इन दोनों के लिए फाइनेंशियल प्लानिंग की बढ़ती प्रवृत्ति बताती है कि देश के वित्तीय क्षेत्रों में लैंगिक समावेशिता में तेजी से सुधार हो रहा है.

टर्म इंश्योरेंस में बढ़ती भागीदारी

Policybajar के आंकड़ों के मुताबिक महिलाओं की भागीदारी Term Life Insurance में 18% तक बढ़ गई है. यह बदलावा बताता है कि देश की वर्कफोर्स में महिलाओं की भागीदारी बढ़ रही है. इसके साथ ही परिवारों में वित्तीय निर्णय लेने में महिलाओं की भूमिका बढ़ रही है. इसके अलावा महिलाओं की फाइनेंशियल फ्रीडम में बड़ी भूमिका डिजिटल फाइनेंशियल प्रोडक्ट की है.

कामकाजी महिलाएं आगे

Term Insurance लेने के मामले में Salaried Women आगे हैं. Term Insurance खरीदने वाली महिलाओं की हिस्सेदारी 49% है. इस मामले में Homemakers भी पीछे नहीं हैं. इनकी भागीदारी करीब 39% है. वहीं, खुद का बिजनेस करने वाली महिलाओं की भागीदारी 12% है.

31-40 वर्ष की महिलाएं आगे

उम्र के हिसाब से 31-40 वर्ष की महिलाएं Term Insurance खरीदने में सबसे आगे हैं. इस आयु वर्ग की महिलाएं टर्म इंश्योरेंस खरीदने वाली महिलाओं में 48% की हिस्सेदार हैं. इसके अलावा 44% महिलाएं 1 करोड़ या इससे ज्यादा का कवरेज चुन रही हैं. इससे महिलाओं के बीच महंगाई से निपटने के लिए वित्तीय योजना की बढ़ती समझ का पता चलता है. इसके अलावा, 90% महिलाएं मासिक प्रीमियम भुगतान को प्राथमिकता देती हैं, जिससे कैश फ्लो बना रहता है, जो उनके बजट प्रबंधन के कौशल को दर्शाता है.

हेल्थ इंश्योरेंस में बढ़ी भागीदारी

Health Insurance में भी महिलाओं की भागीदारी बढ़ रही है. पॉलिसी प्रस्तावक के रूप में महिलाओं की भूमिका FY23 में 15% से बढ़कर FY25 में 22% हो गई है, जो वित्तीय तैयारी के प्रति महिलाओं की बढ़ती जागरूकता को दर्शाती है. इसके अलावा 70-75% महिलाएं 10 लाख इससे ज्यादा का Sum Insured (SI) चुन रही हैं. इसी तरह 40 वर्ष और उससे ज्यादा उम्र की महिलाएं ₹1 करोड़ SI वाले Health Insurance प्लान का चयन कर रही हैं.

निवेश को लेकर भी बढ़ी जागरूकता

Unit Linked Insurance Plans (ULIPs) में महिलाओं की रुचि बढ़ी है. फरवरी 2025 तक ULIP में हुए कुल Investments में महिलाओं की भागीदारी 18% है. महिलाओं की तरफ से खरीदे जाने वाले ULIPs और अन्य बाजार-लिंक्ड Insurance प्रोडक्ट में 50% से ज्यादा Investments 31-45 वर्ष की महिलाओं का होता है.