ACME Solar Holdings: दूसरे दिन कितना हुआ सब्‍सक्राइब, लेटेस्‍ट GMP क्‍या दे रहा संकेत, यहां देखें

ACME Solar Holdings के आईपीओ को सब्‍सक्रिप्‍शन में बेहतर रिस्‍पांस मिल रहा है, लेकिन ग्रे मार्केट में इसकी स्थिति ज्‍यादा बेहतर नहीं है. तो कैसी होगी इसकी लिस्टिंग और निवेशकों को क्‍या होगा फायदा आइए जानते हैं.

ACME Solar holdings ipo Image Credit: TV9 Bharatvarsh

ACME Solar Holdings के आईपीओ में बोली लगाने का आज दूसरा दिन था. गुरुवार को इसे निवेशकों से बेहतर रिस्‍पॉन्‍स मिला. 7 नवंबर की शाम 4:51 बजे तक इसे करीब 71% सब्सक्राइब किया गया है. वहीं पहले दिन इसे 39% सब्सक्राइब किया गया था. इस आईपीओ को लेकर निवेशक दिलचस्‍पी दिखा रहे हैं, हालांकि ग्रे मार्केट में इसकी स्थिति ज्‍यादा बेहतर नहीं है. तो कितना है इसका लेटेस्‍ट जीएमपी और इसकी कितने में हो सकती है लिस्टिंग आइए जानते हैं.

स्‍टॉक एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, बोली के दूसरे दिन 6 नवंबर को ACME सोलर होल्डिंग्स के IPO को लगभग 71 प्रतिशत सब्सक्राइब किया गया. खुदरा व्यक्तिगत निवेशकों (RII) ने आरक्षित हिस्से से दो गुना से ज्‍यादा शेयर खरीदे. इस कैटेगरी ने 2.1 गुना सब्‍सक्राइब किया. वहीं गैर-संस्थागत निवेशकों (NII) ने उन्हें दिए गए शेयरों में से लगभग 50 प्रतिशत शेयर खरीदे, जबकि योग्य संस्थागत खरीदारों (QIB) ने अपने कोटे में 33 गुना शेयर खरीदे. कर्मचारी हिस्से ने इस आईपीओ को 1.14 गुना सब्‍सक्राइब किया.

कितने शेयर की पेशकश?

ACME आईपीओ के जरिए 2900 करोड़ रुपये जुटाने की प्‍लानिंग कर रही है. निवेशक 8 नवंबर तक इसमें दांव लगा सकते हैं. इसमें तकरीबन 8.29 करोड़ नए शेयर जारी किए जाएंगे, वहीं ऑफर फॉर सेल के लिए 1.75 करोड़ शेयर पेश किए गए हैं. जारी किए गए शेयर में से 75 फीसदी हिस्सा क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) कैटेगरी के लिए अलग से रखा गया है. वहीं इंडिविजुअल और नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स की बात करें तो उनके लिए क्रमश: 10 फीसदी और 15 फीसदी हिस्सा रिजर्व रखा गया है.

क्‍या है GMP का हाल?

ACME सोलर होल्डिंग्स IPO का जीएमपी 7 नवंबर 2024 को 0 रुपये दर्ज की गई है, ऐसे में ये अपने आईपीओ प्राइस ₹289 के आस पास ही लिस्‍ट हो सकता है. जीएमपी में कोई बढ़त नहीं हुई है, न ही और कोई बदलाव हुआ है. ग्रे मार्केट में इस आईपीओ की स्थिति इसके फ्लैट लिस्टिंग की ओर इशारा कर रहा है. यह जीएमपी पिछले 14 सत्रों की ग्रे मार्केट गतिविधियों पर आधारित है. इसका अधिकतम जीएमपी 30 रुपये तक रहा है.