C2C Advanced Systems IPO GMP: ग्रे मार्केट में धूम मचा रहा आईपीओ, मिलेगा डबल रिटर्न!

C2C Advanced Systems अपने आईपीओ के जरिए 99.07 करोड़ रुपये जुटाने की कोशिश में है. यह डिफेंस इलेक्ट्रॉनिक्स सॉल्‍यूशन पर काम करती है. डिफेंस इलेक्ट्रॉनिक्स के हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर, फर्मवेयर और मैकेनिकल सिस्टम बनाती हैं.

सी2सी एडवांस सिस्टमंस का रॉकेट हुआ जीएमपी Image Credit: Canva

C2C Advanced Systems IPO GMP: डिफेंस सेक्टर की SME कंपनी C2C Advanced Systems के आईपीओ को निवेशकों से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली है. इस आईपीओ को अब तक 27 गुना सब्सक्राइब किया जा चुका है. 22 नवंबर को खुला आईपीओ का ग्रे मार्केट में भी काफी क्रेज है. चलिए जानते हैं स्वदेशी डिफेंस प्रोडक्ट्स के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स सॉल्यूशंस मुहैया कराने वाली सी2सी एडवांस सिस्टम्स का ताजा जीएमपी क्या है? ये आईपीओ कितना मुनाफा दे सकता है?

कितना मिला सब्सक्रिप्शन?

  • QIBs की बात करें तो इसे 53 गुना सब्सक्राइब किया गया है.
  • NIIs ने इसे 26 गुना सब्सक्राइब किया है.
  • रिटेल निवेशकों के बीच इसे काफी पसंद किया जा रहा है जहां से इसे 42 गुना बोलियां मिलीं हैं.
  • वहीं कुल सब्सक्रिप्शन की बात करें तो यह 27 गुना सब्सक्राइब किया जा चुका है.

बता दें कि 22 नवंबर 2024 को खुला C2C Advanced Systems का IPO 26, नवंबर 2024 तक बोलियों के लिए खुला है.

  • इसका प्राइस बैंड 204 रुपये से 225 रुपये तय किया गया है.
  • 27 नवंबर को कंपनी अलॉटमेंट प्रोसेस पूरा करेगी
  • 28 नवबंर तक शेयर्स आपके खाते में आ जाएंगे और बाकी रिफंड भी पूरा कर लिया जाएगा.
  • 29 नवंबर को कंपनी का आईपीओ लिस्ट होने के लिए तैयार रहेगा.

क्या है C2C Advanced Systems Limited IPO का GMP?

C2C Advanced Systems Limited का IPO ग्रे मार्केट में धूम मचा रहा है. इसका ताजा जीएमपी भी काफी शानदार है. 24 नवंबर को सुबह 5 बजे तक के जीएमपी की बात करें तो यह 108.41 फीसदी दर्ज किया गया है. इसका मतलब लिस्ट होने पर ये निवेशकों को 108 फीसदी का रिटर्न दे सकता है. प्रति शेयर बात करें तो 245 रुपये यानी प्राइस बैंड के हिसाब से 226 रुपये वाला आईपीओ 471 रुपये पर लिस्ट हो सकता है.

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IPO से जुटाई रकम का कहां होगा इस्तेमाल?

C2C Advanced Systems अपने आईपीओ के जरिए 99.07 करोड़ रुपये जुटाने की कोशिश में है. यह असल में डिफेंस इलेक्ट्रॉनिक्स सॉल्‍यूशन पर काम करती है. डिफेंस इलेक्ट्रॉनिक्स के हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर, फर्मवेयर और मैकेनिकल सिस्टम बनाती हैं. इसके साथ ही प्रोटोटाइप डिजाइन और टेस्टिंग की सर्विस भी देती है. कंपनी की तरफ से सेबी को दिए गए ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्ट डॉक्यूमेंट के मुताबिक आईपीओ से जुटाई गई रकम का इस्तेमाल बेंगलुरु और दुबई में नए परिसरों में फिट-आउट के लिए किया जाएगा.