कोल माइनिंग से जुड़ी ये कंपनी जल्द ला सकती है IPO, SEBI के मंजूरी का इंतजार

30 दिसंबर को दाखिल किए गए ड्राफ्ट पेपर्स के अनुसार, कंपनी 175 करोड़ रुपये की शुद्ध आय का उपयोग कर्ज चुकाने में करेगी. जबकि 200 करोड़ रुपये का इस्तेमाल मशीनरी की खरीद और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों को पूरा करने में किया जाएगा.

ये कंपनी जल्द ला सकती है आईपीओ. Image Credit: Pavlo Gonchar/SOPA Images/LightRocket via Getty Images

नागपुर स्थित कोल माइनिंग और लॉजिस्टिक्स प्रोवाइडर कंपनी कैलिबर माइनिंग एंड लॉजिस्टिक्स जल्द ही IPO लाने जा रही है. इसके लिए उसने सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) में DRHP के जरिए अपना आवेदन जमा कर दिया है. कंपनी की प्लानिंग पब्लिक ईश्यू की जरिए 600 करोड़ रुपये जुटाने की है. DRHP के अनुसार IPO में 500 करोड़ रुपये तक के नए शेयर जारी किए जाएंगे. इसके अलावा प्रमोटरों द्वारा कुल 100 करोड़ रुपये के शेयरों की बिक्री ऑफर फॉर सेल के तहत की जाएगी.

पीटीआई के मुताबिक, कंपनी 100 करोड़ रुपये तक के शेयरों के प्री-आईपीओ प्लेसमेंट पर विचार कर सकती है. यदि प्री-आईपीओ प्लेसमेंट पूरा हो जाता है, तो नए ईश्यू का साइज कम हो जाएगा. वहीं, ऑफर फॉर सेल के हिस्से के रूप में मोहित सतीशकुमार चड्डा, अनुज कृष्णलाल चड्डा, मनीष कृष्णलाल चड्डा और राहुल रोशनलाल चड्डा कैलिबर माइनिंग एंड लॉजिस्टिक्स में 25-25 करोड़ रुपये के अपने शेयर बेचेंगे.

कौन हैं कंपनी के प्रमोटर

प्रिया अनुज चड्डा भी कंपनी के प्रमोटरों में से एक हैं. प्रमोटर और प्रमोटर समूह की कैलिबर माइनिंग में 94.91 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जबकि शेष 5.09 प्रतिशत इक्विटी हिस्सेदारी सार्वजनिक शेयरधारकों के पास है, जिसमें सुनील सिंघानिया के अबक्कस एसेट मैनेजर की 3.89 प्रतिशत हिस्सेदारी शामिल है. CRISIL की एक रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी का ऑपरेटिंग रेवेन्यू वित्त वर्ष 2022 में 372 करोड़ रुपये से 60.05 प्रतिशत की CAGR से बढ़कर वित्त वर्ष 2024 में 953 करोड़ रुपये हो गया.

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क्या करती है कंपनी

नागपुर स्थित यह फर्म कोयला खनन, ओवरबर्डन हटाने, कोयला लोडिंग और अनलोडिंग, सड़क परिवहन और रेल परिवहन के साथ-साथ एंड-टू-एंड सर्विस प्रोवाइड करती है. इसके सबसे बड़े ग्राहक राज्य के स्वामित्व वाली कोल इंडिया लिमिटेड की खदान वाली सहायक कंपनियां हैं, जैसे कि वेस्टर्न कोलफील्ड्स और नॉर्दर्न कोलफील्ड्स.

कंपनी का रेवेन्यू

30 जून, 2024 तक कंपनी ने 364 करोड़ रुपये का रेवेन्यू जेनरेट किया, जिससे टैक्स के बाद 34.43 करोड़ रुपये का लाभ हुआ. कंपनी का मुकाबला पावर मेक प्रोजेक्ट्स, एनसीसी लिमिटेड, सिंधु ट्रेड लिंक्स और दिलीप बिल्डकॉन जैसी कंपनियों से है. डीएएम कैपिटल एडवाइजर्स एकमात्र बुक-रनिंग लीड मैनेजर है, जबकि केफिन टेक्नोलॉजीज पब्लिक इश्यू की रजिस्ट्रार है. शेयरों को बीएसई और एनएसई में सूचीबद्ध करने का प्रस्ताव है.

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