27 दिसंबर से खुलेगा इस केमिकल कंपनी का IPO, बोली लगाने से पहले देख लें GMP, प्राइस बैंड समेत ये डिटेल

इंडस्‍ट्रियल केमिकल डिस्ट्रिब्‍यूटर कंपनी Citichem India IPO 27 दिसंबर को खुलेगा. निवेशक इसे 31 दिसंबर तक सब्‍सक्राइब कर सकेंगे. अगर आप भी इसमें दांव लगाने की प्‍लानिंग कर रहे हैं तो कंपनी क्‍या करती है और ग्रे मार्केट में इसका प्रदर्शन कैसा है इसे चेक कर लें.

Citichem India IPO में दांव लगाने का मौका Image Credit: freepik

Citichem India IPO: केमिकल का कारोबार करने वाली दिग्‍गज कंपनी सिटीकेम इंडिया का आईपीओ 27 दिसंबर यानी शुक्रवार से खुलने वाला है. ऐसे में निवेशकों के पास दांव लगाने का मौका है. यह आईपीओ बोली के लिए 31 दिसंबर तक खुला रहेगा. इस एसएमई आईपीओ में फ्रेश इश्‍यू शामिल हैं. तो क्‍या करती है यह कंपनी, कैसी है इसकी वित्‍तीय स्थिति और ग्रे मार्केट में कैसी है इसकी स्थिति, आइए नजर डालते हैं.

IPO से जुड़ी डिटेल

Citichem India IPO 70 रुपये का एक फिक्‍स्‍ड प्राइस इश्‍यू है. इसमें ₹12.60 करोड़ के 18 लाख शेयरों का एक फ्रेश इश्‍यू है. आईपीओ से जुटाई गई रकम का उपयोग कंपनी संपत्ति के अधिग्रहण, परिवहन वाहनों और सहायक उपकरण की खरीद में करेगी. साथ ही बची हुई रकम का इस्‍तेमाल कॉर्पोरेट सामान्य उद्देश्यों और खर्चों को पूरा करने में किया जाएगा.

कितना है लॉट साइज?

सिटीकेम इंडिया आईपीओ के एक लॉट में 2000 शेयर होंगे. ऐसे में खुदरा निवेशक को कम से कम एक लॉट के लिए बोली लगाना जरूरी होगा. इसके लिए उन्‍हें कम से कम ₹1,40,000 का निवेश करना होगा. वहीं हाई नेटवर्थ वाले व्यक्तियों के लिए न्यूनतम निवेश ₹2,80,000 है.

GMP क्‍या दे रहा संकेत?

सिटीकेम इंडिया एसएमई आईपीओ का अंतिम जीएमपी इंवेस्‍टरगेन ने 30 रुपये दर्ज किया. ऐसे में यह अपने प्राइस बैंड 70 रुपये के मुकाबले 100 रुपये पर लिस्‍ट हो सकता है. इसमें प्रति शेयर 42.86% के मुनाफे का संकेत है.

कौन है बुक लीड मैनेजर और रजिस्‍ट्रार?

होराइजन मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड इस इश्यू का बुक-रनिंग लीड मैनेजर है, जबकि केफिन टेक्नोलॉजीज लिमिटेड रजिस्ट्रार है, वहीं आफ्टरट्रेड ब्रोकिंग प्राइवेट लिमिटेड मार्केट मेकर है. सिटीकेम आईपीओ 31 दिसंबर को बंद होगा. इसका अलॉटमेंट 1 जनवरी को होने की उम्‍मीद है, जबकि इसकी लिस्टिंग 3 जनवरी, 2025 को बीएसई एसएमई कैटेगरी में होगी.

क्‍या करती है कंपनी?

सिटीकेम इंडिया इंडस्ट्रियल केमिकल की सबसे बड़ी डिस्‍ट्रिब्‍यूटर है. यह इन-ऑर्गेनिक और कार्बनिक रसायन, खाद्य रसायन आदि की सप्‍लाई का काम करती है. इसके विशेष रसायनों का उपयोग एल्यूमीनियम, स्टील, कागज, कपड़ा, डेयरी, पेंट, डाई, फार्मा, खाद्य, साबुन बनाने जैसी इंडस्‍ट्रीज में किया जाता है.

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कैसी है वित्‍तीय स्थिति?

कंपनी को वित्तीय वर्ष 2023-24 में ऑपरेशनल वर्क से रेवेन्‍यू में 6.3% की गिरावट देखने को मिली, जो ₹19.6 करोड़ रही, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में रेवेन्‍यू ₹20.94 करोड़ था. वित्त वर्ष 24 में कंपनी का टैक्‍स के बाद लाभ (PAT) 208.3% बढ़कर ₹1.11 करोड़ हो गया, जबकि वित्त वर्ष 23 में यह ₹36 लाख था. चालू वित्त वर्ष में 2 जून, 2024 तक रेवेन्‍यू ₹1.09 करोड़ और शुद्ध लाभ ₹19 लाख रहा.

डिसक्लेमर: इस खबर में GMP संबंधित जानकारी दी गई है यह मार्केट ट्रैकर वेबसाइट पर आधारित है. मनी9लाइव निवेशकों को यह भी सचेत करता है कि केवल जीएमपी के आधार पर निवेश पर फैसला न करें, बल्कि अपने सलाहकार से सलाह जरूर लें.