खुलने से पहले GMP ने किया कमाल, नये साल में यह IPO दे सकता दमदार मुनाफा, कल से होगी बिडिंग

इस IPO का प्राइस बैंड 70 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है. रिटेल निवेशक कम से कम एक लॉट के लिए बिड कर सकते हैं. जिसमें 2000 शेयर है. इस IPO को लिए 27 दिसंबर से 31 दिसंबर तक बोली लगा सकेंगे. आइए इससे जुड़ी कुछ जरूरी बातें जानते हैं.

Citichem India IPO Image Credit: TV9 Bharatvarsh

कल, 27 दिसंबर से Citichem India IPO आम निवेशकों के लिए खुल रहा है. निवेशक इसमें 31 दिसंबर तक बोली लगा सकेंगे. जिसका इश्यू साइज 12.60 करोड़ रुपये है. जो पूरी तरह से फ्रेश इश्यू है. इसकी लिस्टिंग 3 जनवरी 2025 को BSE, SME पर होनी है. लिस्टिंग से पहले कंपनी के शेयरों की मार्केट में डिमांड देखी जा रही है. आइए आपको इस IPO से जुड़ी कुछ जरूरी बात बताते हैं.

IPO के लिए जरूरी तिथियां

इश्यू प्राइस और मिनिमम इनवेस्टमेंट?

इस IPO का प्राइस बैंड 70 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है. जिसकी फेस वैल्यू 10 रुपये है. रिटेल निवेशक कम से कम एक लॉट के लिए बिड कर सकते हैं. जिसमें 2000 शेयर है. इस हिसाब से रिटेल निवेशकों को 140000 रुपये खर्च करने पड़ेंगे. वहीं, HNI कम से कम 2 लॉट के अप्लाई कर सकते हैं.

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GMP से क्या मिल रहा संकेत?

कंपनी के अनलिस्टेड शेयर शानदार मुनाफे के संकेत दे रहे हैं. 26 दिसंबर को इसका GMP 42.86 फीसदी की तेजी के साथ 30 रुपये पर पहुंच गया है. इसके अपर प्राइस बैंड 70 रुपये और GMP 30 रुपये को ध्यान में रखकर देखें तो इसकी लिस्टिंग 100 रुपये पर हो सकती है. हालांकि ये अनुमान है.

IPO लाने का उद्देश्य

कंपनी इस IPO से जुटाए पैसे की इस्तेमाल कई जरूरी काम के लिए करेगी. कंपनी इस पैसे से बिजनेस को मजबूत करने के लिए नई प्रॉपर्टी खरीदेगी. इसके अलावा, वह ट्रांसपोर्टेशन के लिए वाहन और जरूरी उपकरण खरीदेगी. कुछ रकम कंपनी की सामान्य जरूरतों और विकास के लिए खर्च की जाएगी. साथ ही, IPO को जारी करने में जो खर्च हुए हैं, उन्हें भी इसी राशि से पूरा किया जाएगा.

क्या करती है कंपनी?

Citichem India ऐसी कंपनी है जो ऑर्गेनिक और इनऑर्गेनिक केमिकल्स, बल्क ड्रग्स, और फूड केमिकल्स खरीदने और सप्लाई करने का काम करती है. ये खासतौर पर फार्मास्युटिकल इंडस्ट्री के लिए काम करती है. कंपनी इंडस्ट्रियल केमिकल्स की सबसे बड़ी डिस्ट्रीब्यूटर्स में से एक है. इसके स्पेशल केमिकल्स, इंटरमीडिएट्स और एक्टिव फार्मास्युटिकल इंग्रीडिएंट्स (API) का इस्तेमाल अलग-अलग उद्योगों में किया जाता है. इन उद्योगों में स्टील, पेंट, पेपर, टेक्सटाइल, फार्मा, फूड जैसे उद्योग शामिल हैं.

डिसक्लेमर: इस खबर में GMP संबंधित जानकारी दी गई है. मनी9लाइव का GMP तय करने से कोई संबंध नहीं है. मनी9लाइव निवेशकों को यह भी सचेत करता है कि केवल जीएमपी के आधार पर निवेश पर फैसला नहीं करें. निवेश से पहले कंपनी के फंडामेंटल जरूर देखें और एक्सपर्ट की सलाह अवश्य लें.