Denta Water IPO: आखिरी दिन तक 221.54 गुना सब्सक्राइब, GMP भी धांसू, 40.82% मुनाफे का चांस
डेंटा वॉटर एंड इंफ्रा आईपीओ में बोली लगाने का आज आखिरी दिन था. 24 जनवरी को सब्सक्रिप्शन विंडो बंद हो गई है. निवेशकों से इसे अच्छा रिस्पांस मिला. तो कितनी मिली इसे बोलियां, कैसा है जीएमपी जानें पूरी डिटेल.
Denta Water and Infra IPO Day 3: जल प्रबंधन योजनाओं से जुड़ी कंपनी डेंटा वाटर एंड इंफ्रा के आईपीओ में दांव लगाने का आज आखिरी मौका था. सब्सक्रिप्शन के तीसरे दिन यानी 24 जनवरी 2025 तक इस आईपीओ में निवेशकों ने जमकर पैसा लगया. इसे 221.54 गुना तक सब्सक्राइब किया गया, जिसमें इसे 52,50,000 शेयरों के मुकाबले 1,16,31,09,250 शेयरों के लिए बोलियां मिलीं. अनलिस्टेड मार्केट में भी इसका ग्रे मार्केट प्रीमियम यानी GMP बेहतर प्रदर्शन कर रहा है, जिससे इंवेस्टरों को मुनाफे के संकेत मिल रहे हैं. यह 29 जनवरी को मार्केट में डेब्यू करेगा.
किस कैटेगरी में मिली ज्यादा बोलियां?
डेंटा वाटर आईपीओ को तीसरे दिन तक कुल 221.54 गुना सब्सक्रिप्शन मिला. मार्केट ट्रैकर वेबसाइट चित्तौड़गढ़ के मुताबिक 24 जनवरी, 2025 की शाम 6:19 बजे तक रिटेल कैटेगरी में इस पब्लिक इश्यू को 90.38 गुना, QIB में 236.94 गुना और NII श्रेणी में 507.07 गुना सब्सक्रिप्शन मिला. इस आईपीओ में सबसे ज्यादा दिलचस्पी इसी श्रेणी के इंवेस्टरों ने दिखाई है.
GMP के क्या है हाल?
इंवेस्टरगेन के अनुसार डेंटा वाटर आईपीओ का जीएमपी 24 जनवरी 2025 की शाम 06:56 बजे तक ₹120 दर्ज किया गया. डेटा के मुताबिक इसके शेयरों की लिस्टिंग अपने प्राइस बैंड 294 रुपये के मुकाबले ₹414 पर होने की उम्मीद है. इसमें प्रति शेयर 40.82% मुनाफे का चांद है.
एंकर इंवेस्टरों से कितनी जुटाई थी रकम?
डेंटा वाटर और इंफ्रा ने एंकर निवेशकों से लगभग 66 करोड़ रुपये जुटाए थे. इस आईपीओ का प्राइस बैंड 279 से 294 रुपये प्रति शेयर तय की गई थी. यह 22 जनवरी से खुला था, जो 24 जनवरी को बंद हो गया.
कितने शेयरों की थी पेशकश?
इस IPO में 75 लाख नए इक्विटी शेयर थे, जिनकी कुल कीमत 220.5 करोड़ रुपये थी. इससे जुटाए गए 150 करोड़ रुपये का उपयोग वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने के लिए किया जाएगा, जबकि एक हिस्सा सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों में खर्च होगा.
क्या है कंपनी का काम?
2016 में स्थापित, डेंटा वाटर और इंफ्रा सॉल्यूशंस लिमिटेड वाटर इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट और निर्माण (EPC) सेवाओं के क्षेत्र में एक प्रमुख खिलाड़ी बनकर उभरी है. कंपनी जल प्रबंधन के इंफ्रास्ट्रक्चार से जुड़े प्रोजेक्टों को डिजाइन करने, स्थापित करने का काम करती है. नवंबर 2024 तक, कंपनी के पास 17 परियोजनाएं हैं, जिनकी कुल कॉन्ट्रैक्ट वैल्यू 1100.4 करोड़ रुपये है, जिसमें से 1066.7 करोड़ रुपये जल प्रबंधन (GWR) परियोजनाओं से संबंधित है. इन 17 परियोजनाओं में से एक सड़क से संबंधित है, 11 जल प्रबंधन से और 5 रेलवे से संबंधित है.
डिसक्लेमर: इस खबर में GMP संबंधित जानकारी दी गई है. मनी9लाइव का GMP तय करने से कोई संबंध नहीं है. मनी9लाइव निवेशकों को यह भी सचेत करता है कि केवल जीएमपी के आधार पर निवेश पर फैसला नहीं करें. निवेश से पहले कंपनी के फंडामेंटल जरूर देखें और एक्सपर्ट की सलाह अवश्य लें.