Denta Water IPO का हुआ डेब्‍यू, लिस्टिंग के दिन ही निवेशकों की कराई कमाई, 12% प्रीमियम पर लिस्‍ट

Denta Water and Infra Solutions के शेयर आखिरकार 29 जनवरी को लिस्‍ट हो गए हैं. ग्रे मार्केट में भी इसका प्रदर्शन बेहतर था. सब्‍सक्रिप्‍शन के दौरान इसे निवेशकों ने जमकर बोलियां लगाई थीं.

Denta Water and Infra Solutions का IPO Image Credit: @Tv9

Denta Water & Infra Solutions IPO: बेंगलुरु की कंपनी डेंटा वाटर एंड इंफ्रा सॉल्यूशंस के शेयर 29 जनवरी यानी बुधवार को बाजार में लिस्‍ट हो गए. BSE पर ये अपने आईपीओ प्राइस बैंड 294 रुपये के मुकाबले 12.24 प्रतिशत प्रीमियम के साथ 330 रुपये पर लिस्‍ट हुए. वहीं NSE पर यह 10.54 प्रतिशत प्रीमियम के साथ 325 रुपए पर लिस्‍ट हुए.

ये आईपीओ 220.50 करोड़ रुपये का था, उसमें 75 लाख नए शेयर जारी किए गए थे. बोली लगाने की प्रक्रिया 22 जनवरी 2025 से शुरू हुई थी, जो 24 जनवरी 2025 को खत्म हुई थी. आईपीओ का प्राइस बैंड 279 से 294 रुपये प्रति शेयर के बीच रखा गया था. इसके हर लॉट में 50 शेयर थे.

GMP से कम रहा प्रदर्शन

डेंटा वाटर और इंफ्रा सॉल्यूशंस की लिस्टिंग उम्मीद से कम रही. लिस्टिंग से पहले इसके शेयरों के ग्रे मार्केट प्रीमियम (जीएमपी) में गिरावट देखी गई थी. इंवेस्‍टरगेन के अनुसार 29 जनवरी को यह 73 रुपये पर था, जिससे प्रति शेयर 24.83% लिस्टिंग गेन की उम्‍मीद थी. मगर बाजार में इसकी एंट्री इससे कम प्रीमियम पर हुई है.

जबरदस्‍त तरीके से हुआ था सब्‍सक्राइब

ये आईपीओ 221.68 गुना सब्सक्राइब हुआ था यानी इसके 1,16,31,09,250 इक्विटी शेयरों के लिए बोली लगाई गई थी, जो कुल 34,195.41 करोड़ रुपये के थे. इसमें नॉन-इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (NIIs) के लिए रिजर्व हिस्सा 507.27 गुना सब्सक्राइब हुआ, जबकि क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बिडर्स (QIBs) के लिए 236.94 गुना और रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए 90.56 गुना सब्सक्राइब हुआ था.

कौन थे बुक लीड मैनेजर?

आईपीओ के लिए SMC कैपिटल्स बुक रनिंग लीड मैनेजर थे, जबकि इंटीग्रेटेड रजिस्ट्री मैनेजमेंट सर्विसेज इसके रजिस्ट्रार थे.

क्‍या है कंपनी का काम?

डेंटा वाटर 2016 में शुरू हुई थी और ये पानी और इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर की समस्याओं को हल करती है. ये जल प्रबंधन के इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स को डिज़ाइन करती है, इंस्टॉल करती है. कंपनी ने बेंगलुरु के जल प्रबंधन में योगदान देने वाली कई महत्वपूर्ण परियोजनाएं जैसे ब्यारपुरा, हिरेमगलूरु एलआईएस, और केसी वैली को सफलतापूर्वक पूरा किया है जो सरकार के जल जीवन मिशन का भी समर्थन करते हैं. 30 नवंबर 2024 तक कंपनी के पास 17 परियोजनाएं हैं.