Dr Agarwals Healthcare IPO में पैसा लगाएं या नहीं, इस ब्रोकरेज फर्म ने दी ये सलाह, जानें कहां पहुंचा GMP
Dr Agarwals Healthcare IPO का 3,027.26 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए खुला है. इसमें पैसा लगाना चाहिए या नहीं, इसका जवाब आपको आनंद राठी रिसर्च की रिपोर्ट में मिलेगा जिसमें इसे "लॉन्ग टर्म के लिए सब्सक्राइब" करने की सिफारिश दी है.
Dr Agarwals Healthcare IPO: 3,027.26 करोड़ का डॉ अग्रवाल हेल्थकेयर का आईपीओ आज सब्सक्रिप्शन के लिए खुल चुका है और यह 31 जनवरी तक बिडिंग के लिए ओपन रहेगा, इसे ग्रे मार्केट में 2 फीसदी का प्रीमियम भी मिला है, भेल ही GMP कम हो. लेकिन इस आईपीओ में पैसा लगाना चाहिए या नहीं? आनंद राठी रिसर्च ने इसे “लॉन्ग टर्म के लिए सब्सक्राइब” करने की सिफारिश दी है, भले ही इसकी कीमत ज्यादा हो, लेकिन लंबे समय में इसकी ग्रोथ की काफी संभावना है.
क्यों निवेश करें (लॉन्ग टर्म)?
आनंद राठी रिसर्च के मुताबिक एक वजह है इसकी मार्केट लीडरशिप, ये भारत में सबसे बड़ी आई केयर सर्विस चेन है (वित्त वर्ष 2024 में दूसरे सबसे बड़े प्लेयर से 1.7 गुना ज्यादा रेवेन्यू रहा है.
- स्केलेबल मॉडल – हब-एंड-स्पोक मॉडल, जिससे 209 सेंटर ऑपरेट हो रहे हैं, जो 193 भारत में हैं और 16 अफ्रीका में.
- ग्रोथ स्ट्रेटेजी – ऑर्गेनिक एक्सपेंशन, अधिग्रहण, और ऑपरेशनल एफिशिएंसी पर फोकस कंपनी का फोकस है.
- वैल्यूएशन – IPO 134x FY24 EPS के हिसाब से महंगा हो सकता है, लेकिन आई केयर इंडस्ट्री की 12-14% CAGR ग्रोथ के कारण लॉन्ग टर्म के लिए अच्छा रिटर्न मिल सकता है.
कंपनी प्रोफाइल
कंपनी की शुरुआत 2010 चेन्नई में हुई और ब्रांड नाम Dr. Agarwal’s Eye Institute रखा गया. यह कंपनी कैटरेक्ट सर्जरी, रिफ्रैक्टिव ट्रीटमेंट, रेटिनल सर्जरी, डायग्नोस्टिक्स, और ऑप्टिकल, फार्मास्युटिकल प्रोडक्ट्स की बिक्री से जुड़ी सर्विसेस देती है.
कंपनी की 9 अफ्रीकी देशों में 16 फैसिलिटीज है, इसका मैनेजमेंट डॉ अमर अग्रवाल और उनका परिवार करता है, जिनका R&D और सर्जिकल इनोवेशन में बड़ा योगदान है. यह गरीब समुदायों के लिए फ्री आई कैंप और अवेयरनेस प्रोग्राम भी समय-समय पर करती है.
कैसी है कंपनी की फाइनेंशियल परफॉर्मेंस
वित्तीय आंकड़े (करोड़ में) | H1 FY25 | FY24 | FY23 | FY22 |
---|---|---|---|---|
रेवेन्यू | 820 | 1332 | 1017 | 696 |
EBITDA | 210 | 362 | 270 | 182 |
शुद्ध लाभ (PAT) | 39 | 95 | 103 | 43 |
- EBITDA मार्जिन, वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही में 27.3% है, जबकि FY24 में 29.6% था.
- इसी दौरान प्रॉफिट आफ्टर टैक्स मार्जिन 4.7% है, जबकि FY24 में 6.9% था.
दूसरी हेल्थकेयर कंपनियों से तुलना
कंपनी | P/E Ratio | EPS (₹) |
---|---|---|
Dr. Agarwal’s Health Care Ltd. | 134.0 | 3.0 |
Apollo Hospitals | 108.0 | 62.5 |
Max Healthcare | 96.9 | 10.9 |
Fortis Healthcare | 77.9 | 7.9 |
Narayana Hrudayalaya | 33.6 | 38.9 |
कंपनी से जुड़े रिस्क
- कंपनी रिटेनरशिप एग्रीमेंट के तहत डॉक्टर्स को हायर करती है ऐसे में अगर डॉक्टर अपने रिटेनरशिप एग्रीमेंट को खत्म कर दें, तो असर पड़ सकता है.
- कंपनी हेल्थकेयर सेक्टर में काम करती है ऐसे में इसमें कई तरह के कानून दांव पेंचों से जूझना पड़ता है. मेडिकल नेग्लिजेंस और मालप्रैक्टिस के दावे, हेल्थकेयर और लेबर लॉ का पालन न करने से दिक्कतें आ सकती हैं, क्योंकि कंपनी एक ब्रांड के तहत काम करती है.
- कंपनी का ज्यादातर कामकाज या 70% क्लीनिक तमिलनाडु, महाराष्ट्र, और कर्नाटक में ही हैं, अगर इन राज्यों में किसी भी तरह की प्राकृतिक आपदा आती है तो इसके कामकाज पर सीधा असर पड़ सकता है.
- क्रेडिट रिस्क भी बना रहेगा, अगर सरकारी योजनाओं और इंश्योरेंस कंपनियों से पेमेंट में देरी होती है.
वैल्यूएशन और आउटलुक
रिपोर्ट के अनुसार, IPO की लिस्टिंग के बाद इसका मार्केट कैप 12,698 करोड़ हो सकता है. इसका P/E Ratio महंगा दिखाई देता है लेकिन ग्रोथ पोटेंशियल मजबूत हैं. रिपोर्ट के अनुसार, आई केयर मार्केट में लीडरशिप, तेजी से एक्सपेंशन और मजबूत ग्रोथ को देखते हुए यह IPO लॉन्ग टर्म के लिए अच्छा निवेश हो सकता है. हालांकि, शॉर्ट टर्म में इसकी ज्यादा कीमत एक रिस्क बनी रह सकती है.
डिस्क्लेमर– Money9Live पर दी गई सलाह या विचार एक्सपर्ट/ब्रोकरेज फर्म के अपने निजी विचार हैं. निवेश से पहले आप अपने वित्तीय सलाहकार की राय अवश्य लें. वेबसाइट किसी भी नफा-नुकसान का जिम्मेदार नहीं होगी.