इस IPO में निवेशकों ने दिखाई सुस्ती, GMP ने भी खो दिया प्रीमियम; लेकिन मार्केट एक्सपर्ट्स लगा रहे दांव

डॉ. अग्रवाल हेल्थकेयर के IPO को लेकर निवेशकों में थोड़ी सुस्ता दिखी लेकिन आखिरी दिन तक यह ओवरसब्सक्राइब हो गया. ग्रे मार्केट में भी इसने प्रीमियम खो दिया है. अब एक्सपर्ट्स की राय भी आ चुकी है, जो इस आईपीओ पर दांव लगा रहे हैं.

डॉ. अग्रवाल हेल्थकेयर IPO Image Credit: FreePik

Dr Agarwal’s Healthcare IPO: आंखों की देखभाल सेवाएं मुहैया करने वाली कंपनी Dr Agarwal’s Healthcare Ltd का आईपीओ आज यानी 31 जनवरी को सब्सक्रिप्शन के लिए बंद हो गया है. सिंगापुर की Temasek Holdings और अमेरिकी फर्म TPG के सहयोग से संचालित इस कंपनी का IPO तीन दिनों में 1.49 गुणा सब्सक्राइब हुआ है. हालांकि इस आईपीओ के सब्सक्रिप्शन में निवेशक सुस्त दिखें, राहत कि बात यह रही कि आखिरी दिन यह ओवरसब्सक्राइब हो गया. साथ ही इस आईपीओ की जीएमपी भी लुढ़क गई. ऐसे में निवेशकों में चिंता है लेकिन मार्केट एक्सपर्ट का रुख राहत देने वाला है.

Dr Agarwal’s Healthcare IPO का पूरा ब्योरा

कंपनी का IPO 29 जनवरी को खुला था और 31 जनवरी को बंद हो गया. इस इश्यू के तहत कंपनी ने प्रति शेयर प्राइस बैंड 382 से 402 रुपये तय किया है. इस IPO से कंपनी कुल 3,027.26 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है. इसमें से 300 करोड़ रुपये का फ्रेश इश्यू है जबकि 2,727.26 करोड़ रुपये का ऑफर फॉर सेल (OFS) शामिल है.

कंपनी पहले ही एंकर निवेशकों से 875.5 करोड़ रुपये जुटा चुकी है. इनमें Goldman Sachs, Morgan Stanley, Government of Singapore, Fidelity, HSBC Global जैसी दिग्गज संस्थाएं शामिल हैं.

कंपनी नए इश्यू से जुटाई गई राशि का बड़ा हिस्सा, लगभग 195 करोड़ रुपए, कर्ज चुकाने के लिए इस्तेमाल करेगी. इसके अलावा, कुछ रकम कॉर्पोरेट जरूरतों और अधिग्रहणों पर खर्च की जाएगी. Dr Agarwal’s Healthcare भारत में प्रमुख आई केयर सर्विस प्रोवाइडर में से एक है.

GMP

बाजार में खुलने से पहले इस कंपनी के शेयर 26 जनवरी को 32 रुपये के प्रीमियम पर ट्रेड कर रहे थे. लेकिन इसके बाद यह हर दिन लुढ़कते गए और बाजार में खुलने के दिन 5 रुपये पर आकर अटक गए. 31 जनवरी को कंपनी के शेयर अपना सारा प्रीमियम खो चुका है. यानी अगर GMP रुझान को मानें तो लिस्टिंग के दिन निवेशकों को न घाटा होगा न मुनाफा.

मार्केट एक्सपर्ट की राय – लॉन्ग टर्म के लिए करें निवेश

कंपनी ने पहले ही घोषणा की है कि IPO के लिस्टिंग के बाद वह अपनी पहले से लिस्टेड सब्सिडियरी Dr Agarwal’s Eye Hospital के साथ विलय की प्रक्रिया शुरू करेगी. कंपनी इस मर्जर को अगले 12 महीनों में पूरा करने का लक्ष्य रखती है.

ऐसे में मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस कंपनी के शेयर लंबे समय के लिए एक मजबूत निवेश साबित हो सकता है. बजाज ब्रोकरेज हाउस ने कहा है कि अगर आपके हिस्से में कंपनी के शेयर आते हैं तो इसे लंबे समय तक रखें. रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत का आई केयर सेक्टर 2024 से 2028 के बीच 12-14 फीसदी की सालाना ग्रोथ रेट से बढ़ सकता है.

डिसक्लेमर: इस खबर में GMP संबंधित जानकारी दी गई है. मनी9लाइव का GMP तय करने से कोई संबंध नहीं है. मनी9लाइव निवेशकों को यह भी सचेत करता है कि केवल जीएमपी के आधार पर निवेश पर फैसला नहीं करें.